Ranji Trophy : हारी बाजी को जीत सिकंदर बना मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश को क्वार्टर फाइनल में 5 विकेट से हराया
Ranji Trophy इंदौर के होलकर स्टेडियम में आंध्र प्रदेश के पहली पारी में 379 रनों के जवाब में मध्य प्रदेश की पहली पारी 228 रनों पर सिमट गई थी। पहली पारी में 151 रनों के विशाल अंतर से पिछड़ने के बाद लगने लगा था कि आंध्र प्रदेश जीत जाएगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। मध्य प्रदेश ने बता दिया कि वह क्यों रणजी के चैंपियन क्यों हैं। शुक्रवार को मध्य प्रदेश ने लगभग हारी हुई बाजी को ना सिर्फ जीता बल्की, सेमीफाइनल में जगह भी बनाई। मध्य प्रदेश की टीम ने क्वार्टर फाइनल में आंध्र प्रदेश को पांच विकेट से हराया। अब अंतिम चार में टीम का सामना बंगाल से होगा।
इंदौर के होलकर स्टेडियम में आंध्र प्रदेश के पहली पारी में 379 रनों के जवाब में मध्य प्रदेश की पहली पारी 228 रनों पर सिमट गई थी। पहली पारी में 151 रनों के विशाल अंतर से पिछड़ने के बाद लगने लगा था कि आंध्र प्रदेश अब पहली पारी की बढ़त से ही जीत जाएगा। मगर मध्य प्रदेश के गेंदबाजों ने आक्रामक प्रदर्शन करते हुए आंध्र की दूसरी पारी मात्र 93 रनों पर समेट दी। इसके बाद शुक्रवार को 77 ओवर में पांच विकेट खोकर विजयी लक्ष्य हासिल कर लिया।
शुभम शर्मा और यश दुबे के बीच हुई अर्धशतकीय साझेदारी
शुक्रवार सुबह मध्य प्रदेश ने पारी आगे बढ़ाई। खेल के पहले सत्र की दूसरी ही गेंद पर हिमांशु मंत्री आउट हो गए। इससे मध्य प्रदेश पर दबाव बना, लेकिन शुभम शर्मा ने पहले यश दुबे के साथ 62 रन जोड़े और फिर रजत पाटीदार के साथ 38 रनों की भागीदारी कर पारी संभाली। शुभम को पृथ्वीराज ने आउट कर मप्र को झटका दिया।
आंध्र प्रदेश ने की बॉडीलाइन गेंदबाजी
आंध्र प्रदेश के बायें हाथ के स्पिनर ललित मोहन ने एक छोर से पूरे समय गेंदबाजी की। उन्होंने लगातार 27 ओवर फेंके। दूसरे छोर से तेज गेंदबाज आक्रमण पर थे। करीब छह खिलाड़ी लेग साइड में तैनात कर तेज गेंदबाज बॉडी लाइन अटैक कर रहे थे। ऐसे में शार्ट लेग और सिली पाइंट पर क्षेत्ररक्षक देखकर मप्र के कप्तान आदित्य श्रीवास्तव ने थर्ड मैन पर गेंद खेलने की कोशिश की, लेकिन कैच दे बैठे। इसके बाद मप्र पर फिर दबाब बना। मगर सारांश जैन और हर्ष गवली ने बिना जोखिम के एक और दो रन लेते हुए टीम की जीत सुनिश्चित की।
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