Virat Kohli के टेस्ट संन्यास के साथ एक युग का अंत, भारत के रहे सबसे सफल कप्तान; रिकॉर्ड्स की लगाई भरमार
भारत के सुपरस्टार विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। कोहली ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये संन्यास का एलान किया। किंग कोहली ने 14 साल के अपने टेस्ट करियर में 123 मैचों में 30 शतक और 31 अर्धशतकों की मदद से 9230 रन बनाए। कोहली के टेस्ट संन्यास के साथ एक युग का अंत हुआ। उन्होंने इस दौरान कई कीर्तिमान स्थापित किए।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय टीम के सुपरस्टार विराट कोहली ने सोमवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। कोहली ने 123 टेस्ट में 30 शतक और 31 अर्धशतकों की मदद से 9230 रन बनाए। भारत के इंग्लैंड दौरे से पहले कोहली ने टेस्ट प्रारूप से संन्यास लेकर हैरान किया।
हाल ही में रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा था। अब कोहली ने क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप से संन्यास लिया। कोहली के संन्यास के साथ एक युग का अंत हुआ। इसी के साथ तय हो गया कि इंग्लैंड दौरे पर नई भारतीय टीम जाएगी, जिसका नेतृत्व संभवत: शुभमन गिल करेंगे।
कोहली का वायरल सोशल मीडिया पोस्ट
36 साल के विराट कोहली ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स के जरिये संन्यास की खबर का खुलासा किया। उन्होंने पोस्ट लिखा, 'टेस्ट क्रिकेट में पहली बार बैगी ब्ल्यू पहने हुए 14 साल हो चुके हैं। ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी कल्पना नहीं की थी कि यह प्रारूप मुझे किस सफर पर ले जाएगा। इसने मेरी परीक्षा ली, मुझे आकार दिया और मुझे ऐसे सबक सिखाए, जिन्हें जीवनभर अपने साथ रखूंगा।'
इसमें आगे लिखा गया, ''सफेद कपड़ो में खेलना बहुत ही निजी अनुभव होता है। शांत वातावरण, लंबे दिन, छोटे-छोटे पल जिन्हें कोई नहीं देखता, लेकिन जो हमेशा आपके साथ रहते हैं। जैसे ही मैं इस प्रारूप से दूर होता हूं, यह आसान नहीं है - लेकिन यह सही लगता है।'
कोहली ने लिखा, 'मैंने इसमें अपना सबकुछ दिया है, और इसने मुझे मेरी उम्मीद से कहीं ज्यादा दिया है। मैं दिल से आभार के साथ जा रहा हूं - खेल के लिए, उन लोगों के लिए जिनके साथ मैंने मैदान साझा किया, और हर एक व्यक्ति के लिए जिसने मुझे इस दौरान देखा।
मैं हमेशा अपने टेस्ट करियर को मुस्कुराते हुए देखूंगा। 269 साइनिंग ऑफ।
एडिलेड का यादगार शतक
विराट कोहली ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था। उन्होंने उसी साल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर दमदार प्रदर्शन करके टेस्ट टीम में अपनी जगह पक्की की थी। जहां अन्य भारतीय बल्लेबाज ऑस्ट्रेलिया दौरे पर संघर्ष कर रहे थे, वहीं, कोहली ने एडिलेड में अपना पहला टेस्ट शतक (116) जड़ा था। यह यादगार रहा।
भारत के सबसे सफल कप्तान
विराट कोहली ने लाल गेंद प्रारूप में भारतीय टीम की कप्तानी की। उन्होंने 68 टेस्ट में भारतीय टीम का नेतृत्व किया और 40 जीत दर्ज की। इस तरह वह जीत के मामले में सबसे सफल भारतीय टेस्ट कप्तान बने।
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कोहली की उपलब्धियां
कोहली ने चौथे सबसे सफल टेस्ट कप्तान के रूप में संन्यास लिया। वह ग्रीम स्मिथ (53 जीत), रिकी पोंटिंग (48 जीत) और स्टीव वॉ (41 जीत) से पीछे रहे।
कोहली सबसे ज्यादा शतक जमाने वाले चौथे भारतीय बल्लेबाज रहे। वह सचिन तेंदुलकर (51 शतक), राहुल द्रविड़ (36 शतक) और सुनील गावस्कर (34 शतक) से पीछे रहे।
विराट कोहली टेस्ट प्रारूप में सबसे ज्यादा बार दोहरा शतक जड़ने वाले बल्लेबाज बने। उन्होंने सात बार टेस्ट क्रिकेट में दोहरे शतक जमाए।
विराट कोहली सबसे ज्यादा टेस्ट शतक जमाने वाले भारतीय कप्तान बने। उन्होंने कप्तान रहते हुए 20 शतक ठोके। कोहली ने इस मामले में सुनील गावस्कर को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 11 शतक जमाए थे।
विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर भारत को पहली बार दिलाने वाले कप्तान बने। कोहली के कप्तान रहते भारतीय टीम सबसे लंबे समय तक टेस्ट रैंकिंग में नंबर-1 स्थान पर रही।
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