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    Rohit Sharma Test Retirement: 'कोई गार्डन में घूमेगा तो', अनूठे अंदाज से हमेशा 'हिटमैन' रहेंगे रोहित शर्मा

    भारतीय क्रिकेट के इतिहास में यूं तो कई सुपरस्टार हुए हैं लेकिन मुंबई की बोरिवली के बिंदास क्रिकेटर रोहित शर्मा ने अपनी अलग छाप छोड़ी है। रोहित ने भी अपने एक दशक से अधिक के टेस्ट क्रिकेट के सफर में अपने लिए अलग जगह बनाई। उनके बल्ले से निकले बेहतरीन पूल शाट्स और उनकी निच्छल सी मुस्कान हर क्रिकेटप्रेमी के दिल में हमेशा चस्पा रहेंगी।

    By Digital Desk Edited By: Rajat Gupta Updated: Wed, 07 May 2025 11:03 PM (IST)
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    रोहित शर्मा के मीम जमकर होते हैं वायरल। इमेज- बीसीसीआई, एक्‍स

     स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट के इतिहास में यूं तो कई सुपरस्टार हुए हैं लेकिन मुंबई की बोरिवली के बिंदास क्रिकेटर रोहित शर्मा ने अपनी अलग छाप छोड़ी है। रोहित ने भी अपने एक दशक से अधिक के टेस्ट क्रिकेट के सफर में अपने लिए अलग जगह बनाई। उनके बल्ले से निकले बेहतरीन पूल शाट्स और उनकी निच्छल सी मुस्कान हर क्रिकेटप्रेमी के दिल में हमेशा चस्पा रहेंगी।

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    आलोचक यह तर्क दे सकते हैं कि 75 से भी कम मैच खेलने वाले रोहित का टेस्ट करियर औसत ही रहा जिसमें वह सेना (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया) देशों के विरुद्ध एक ही शतक जड़ पाए, लेकिन प्रशंसकों के लिए उनके बल्ले का जादू कुछ अलग ही था। रोहित के बारे में सबसे अच्छी बात यह रही कि इंटरनेट मीडिया और 'पीआर' के इस दौर में भी अपने स्टारडम को कभी उन्होंने संजीदगी से नहीं लिया।

    मैदान पर रोहित कप्तान रहे लेकिन मैदान के बाहर एक अगुआ। उनके मशहूर वाक्य 'कोई गार्डन में घूमेगा तो' पर इंटरनेट मीडिया में कई मीम बने। हाल ही में उनसे पूछा गया कि वह किस मशहूर हस्ती को अपने साथ डिनर पर बाहर ले जाना चाहेंगे तो उन्होंने कहा, किसी को नहीं। मैं अपने गार्डन में घूमने वाले बच्चे सरफराज खान, यशस्वी जायसवाल या शुभमन गिल के साथ जाना चाहूंगा।

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    टी20 विश्व कप में हार्दिक पांड्या को अंतिम ओवर सौंपने में वह नहीं हिचकिचाये और ना ही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान आर अश्विन को टीम के साथ बने रहने के लिए मनाने में उन्हें वक्त लगा। इसी सीरीज में सिडनी में अंतिम टेस्ट में खुद को बाहर रखने के उनके फैसले पर सालों साल बहस हो सकती है लेकिन इसमें किसी को शक नहीं होगा कि उनका हर फैसला , चाहे वह सही हो या गलत, ईमानदारी से लिया गया।

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