क्या BCCI Central Contract छीने जाने का था डर? Rohit Sharma की रणजी ट्रॉफी में वापसी को लेकर पूर्व क्रिकेटर ने उठाए सवाल
रणजी ट्रॉफी में पिछले मैच में मुंबई को जम्मू-कश्मीर ने पांच विकेट से पटखनी दी थी। इस मुकाबले में दोनों पारियों में रोहित के बल्ले से 3 और 28 रन निकले थे जबकि श्रेयस ने दोनों पारी में 11 और 17 रन बनाए थे। इन दोनों के खराब प्रदर्शन को देखते हुए स्पोर्टस्टार में अपने कॉलम में पूर्व भारतीय टीम के कप्तान सुनील गावस्कर ने दोनों की आलोचना की।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) मौजूदा समय में खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय टीम को मिली करारी शिकस्त के बाद रोहित आलोचनाओं के घेरे में हैं। रोहित के बल्ले से रन निकलना मुश्किल हो गया है।
रणजी ट्रॉफी में लगभग 10 साल बाद वापसी करने पर रोहित बल्ले से फ्लॉप रहे। इस कड़ी में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने रोहित शर्मा और श्रेयस अय्यर की जम्मू-कश्मीर के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में प्रदर्शन को लेकर आलोचना की।
Sunil Gavaskar ने रोहित-अय्यर के रणजी ट्रॉफी खेलने को लेकर उठाए सवाल
दरअसल, रणजी ट्रॉफी में पिछले मैच में मुंबई को जम्मू-कश्मीर ने पांच विकेट से पटखनी दी थी। इस मुकाबले में दोनों पारियों में रोहित के बल्ले से 3 और 28 रन निकले थे, जबकि श्रेयस ने दोनों पारी में 11 और 17 रन बनाए थे।
इन दोनों के खराब प्रदर्शन को देखते हुए स्पोर्टस्टार में अपने कॉलम में गावस्कर ने कहा कि रोहित और अय्यर ने जिस तरह से जम्मू और कश्मीर के आक्रमण का सामना किया, उससे मैं खुश नहीं था। रोहित को देखकर लगा कि वो रेड बॉल क्रिकेट की लंबी बल्लेबाजी के लिए तैयार नहीं हैं। अय्यर ने भी अति आक्रामक रुख अपनाया।
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क्या BCCI Contract छीने जाने का था डर?
गावस्कर ने अपने कॉलम में आगे लिखा कि मुंबई के बल्लेबाजों के आउट होने से एक बार फिर से आक्रामक बल्लेबाजी खतरे के घेरे में है। यह सपाट पिच पर काम कर सकता है लेकिन ऐसी विकेट जहां गेंद कुछ हरकत कर रही हो, अच्छी डिलीवरी को रोकने के लिए अच्छी तकनीक होनी चाहिए।
गावस्कर ने रोहित और अय्यर को लेकर ये सवाल उठाए और लिखा,
"उन दोनों को देखकर यही लगा कि वह सिर्फ बीसीसीआई की नई गाइडलाइन के कारण घरेलू रेड बॉल क्रिकेट खेलने उतरे थे। क्या उनका दिल से खेलने का मन नहीं था या सिर्फ बीसीसीआई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट न छीना जाने के डर से उन्होंने खेलने का फैसला किया। पिछले साल रणजी ट्रॉफी मैचों में नहीं खेलने वाले ईशान किशन और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों के बारे में सिर्फ उन्हें ही पता है।"
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