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    R Ashwin को Ind vs Aus Test Series के बीच ही लेना पड़ा संन्यास, क्या रोहित-गंभीर के फैसले से थे नाराज? पढ़ें तीन कारण

    R Ashwin दिग्गज क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का एलान किया। अश्विन इस दौरान पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नक्शेकदम पर चले। धोनी ने भी साल 2014 ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीसरे टेस्ट के बाद संन्यास का एलान किया था। ठीक 10 साल बाद अश्विन ने भी इंटरनेशनल क्रिकेट को ऐसे ही अलविदा कहा। अश्विन ने क्यों अचानक संन्यास लिया आइए जानते हैं 3 कारण।

    By Priyanka Joshi Edited By: Priyanka Joshi Updated: Wed, 18 Dec 2024 01:45 PM (IST)
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    Ravichandran Ashwin ने क्यों अचानक इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यास, जानें

    स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। Ravichandran Ashwin Retirement 3 Reasons: ब्रिस्बेन टेस्ट के पांचवें दिन के खेल में जब दूसरे सत्र खत्म होने वाला था तो आर अश्विन के संन्यास की खबरें आने लगी थी। ड्रेसिंग रूम में विराट कोहली ने जब अश्विन को इमोशनल देखा तो उन्हें फट से गले लगाया। ये वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी। इस बीच गाबा टेस्ट ड्रॉ पर समाप्त करने का फैसला किया गया।

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    मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में आर अश्विन रोहित के साथ नजर आए। इस दौरान उन्होंने ये एलान किया कि वह इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह रहे हैं। अश्विन ने अचानक क्यों भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के बीच संन्यास लिया। आइए जानते हैं 3 बड़े कारण, जिनकी वजह से शायद अश्विन ने संन्यास का मन बनाया होगा।

    3 कारण क्यों R Ashwin ने अचानक ले लिया संन्यास?

    1. ऑस्ट्रेलिया में खराब प्रदर्शन

    आर अश्विन (R Ashwin Retires) ने अचानक क्यों गाबा टेस्ट मैच के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का मन बनाया? ये सवाल हर फैन के जहन में जरूर चल रहा होगा। ऐसा माना जा रहा है कि अश्विन ऑस्ट्रेलिया की धरती पर कुछ खास परफॉर्म नहीं कर पा रहे थे। एडिलेड टेस्ट में उन्हें मौका मिला, लेकिन वह उस मौके को भुनाते हुए नहीं नजर आए। अश्विन ने एडिलेड टेस्ट में खेले गए डे-नाइट टेस्ट मैच में केवल 1 विकेट लिया था।

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    2. बार-बार किया नजरअंदाज

    अश्विन को कोच गौतम गंभीर और कप्तान रोहित शर्मा ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच में प्लेइंग-11 में मौका नहीं दिया। उन्हें एडिलेड टेस्ट में प्लेइंग-11 में शामिल किया, जहां उन्होंने कोच-कप्तान को इंप्रेस नहीं किया और फिर तीसरे टेस्ट मैच में गाबा टेस्ट के लिए उन्हें बेंच पर बिठाया गया। रवींद्र जडेजा को उनकी जगह मौका मिला और जडेजा ने शानदार प्रदर्शन कर दिखाकर सेलेक्टर्स के फैसले को सही साबित किया।

    3. बल्लेबाजी पर नहीं दिखाया किसी ने भरोसा

    ऐसा लगा कि आर अश्विन की बल्लेबाजी पर किसी को भरोसा नहीं, क्योंकि जिस तरह से सभी ने ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा पर भरोसा जताया। उससे ये लग रहा था कि जडेजा के शानदार प्रदर्शन के बाद अगले बाकी दो बचे मैचों में भी अश्विन बेंच पर बैठे रहेंगे। ऐसे में उन्होंने सीरीज खत्म होने से पहले ही संन्यास का एलान करने का सोचा होगा।

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