नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। रणजी ट्रॉफी में टूटी हुई कलाई के चलते एक हाथ से बल्लेबाजी करने पहुंच हनुमा विहारी इस वक्त चर्चा का विषय हैं। रणजी ट्रॉफी के चौथे क्वार्टर फाइनल में हनुमा विहारी मध्यप्रदेश के खिलाफ एक हाथ से बल्लेबाजी करते दिखाई दिए। यह पहली बार नहीं है जब किसी खिलाड़ी ने चोटिल होने के बाद मैदान पर उतरा हो। इससे पहले भी कई खिलाड़ी खेल के प्रति अपने लगाव को दिखा चुके हैं।
गौरतलब हो कि रणजी ट्रॉफी के चौथे क्वार्टर फाइनल में हनुमा विहारी मध्यप्रदेश के खिलाफ गंभीर रूप से चोटिल हो गए थे। बल्लेबाजी के दौरान उनकी कलाई में चोट लग गई। इसके बावजूद वे अपनी टूटी हुई कलाई के साथ मैदान पर बल्लेबाजी करने उतरे। इससे पहले हनुमा विहारी की ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी हैमस्ट्रिंग होने के बावजूद टीम के लिए मैदान पर मुश्किल वक्त में बल्लेबाजी की थी।
अनिल कुंबले ने की थी टूटे जबड़े के साथ गेंदबाजी
भारत के पूर्व कप्तान और कोच अनिल कुंबले भी ऐसी ही एक मिसाल बहुत पहले कायम कर चुके हैं। बात साल 2002 की है, जब टीम इंडिया वेस्टइंडीज के दौरे पर गई थी। एंटीगुआ टेस्ट मैच के दौरान गेंद लगने से अनिल कुंबले का जबड़ा टूट गया था। उनके चेहरे पर बैंडेज और पट्टियां बंधी गई थी। फिर भी उन्होंने अपने दर्द की परवाह ना करते हुए गेंदबाजी की थी।
टूटे अंगूठे से रोहित ने की थी बल्लेबाजी
बांग्लादेश दौरे पर पिछले साल दिसंबर में गई भारतीय टीम के कप्तान पहले वनडे के दौरान फील्डिंग करते हुए चोटिल हो गए थे। उनका बुरी तरह लहूलुहान हो गया था। इसके बावजूद वह आखिरी में बल्लेबाजी करने आए। हालांक, भारत वह मैच नहीं जीत सका था, लेकिन कप्तान रोहित शर्मा क्रिकेट फैंस का दिल जीत गए।
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