ईशान किशन के साथ न्याय तो इस खिलाड़ी के साथ नाइंसाफी क्यों कर गए गौतम गंभीर? नहीं दी टी20 वर्ल्ड कप टीम में जगह
बीसीसीआई की सीनियर सेलेक्शन कमेटी ने टी20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम का एलान कर दिया है। इस टीम से वैसे तो हर कोई खुश है लेकिन एक खिलाड़ी को फिर मायू ...और पढ़ें
-1766244760136.webp)
गौतम गंभीर ने फिर एक खिलाड़ी को किया नजरअंदाज
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम अगले साल टी20 वर्ल्ड कप-2026 में किन 15 खिलाड़ियों के साथ उतरेगी इसका फैसला हो गया है। बीसीसीआई की सीनियर सेलेक्शन कमेटी ने शनिवार को टीम का एलान किया। इसमें कुछ हैरान करने वाले फैसले हुए जिसमें शुभमन गिल का टीम से बाहर जाना और ईशान किशन का अंदर आना शामिल है। गिल फॉर्म में नहीं थे तो उनकी जगह ईशान का आना सही बताया जा रहा है। लेकिन कोच गौतम गंभीर एक खिलाड़ी को फिर नजरअंदाज कर गए।
ये खिलाड़ी लगातार साबित करता रहा है कि वह किसी भी फॉर्मेट में, किसी भी मैदान पर दम दिखाने का माद्दा रखता है। ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज हैं। सिराज ने हर फॉर्मेट में दमदार खेल दिखाया है लेकिन फिर भी गंभीर उनको टी20 में लगातार नजरअंदाज कर रहे हैं।
लगातार हो रहे हैं नजरअंदाज
सिराज ने भारत के लिए अपना आखिरी टी20 मैच 30 जुलाई 2024 को पल्लेकेले में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। इसके बाद वह प्लेइंग-11 से नदारत ही रहे जबकि वह रोहित शर्मा की कप्तानी में टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। गौतम गंभीर जब से टीम इंडिया के कोच बने हैं तब से सिराज का टी20 करियर खत्म सा दिखा है। उनकी जगह गंभीर ने हर्षित राणा को तरजीह दी है और इस वर्ल्ड कप में भी यही हुआ। राणा को गंभीर का खास माना जाता है और दोनों की दोस्ती कोलकाता नाइट राइडर्स से है।
गंभीर 2024 में नाइट राइडर्स के मेंटॉर थे और टीम ने उस साल खिताब जीता था। राणा उस खिताबी जीत का हिस्सा थे। हालांकि, प्रतिभा के मामले में सिराज, राणा से कहीं बेहतर हैं लेकिन गंभीर ने उनको टी20 में मौका नहीं दिया। ईशान किशन के साथ तो गंभीर ने उनके प्रदर्शन को देखते हुए न्याय कर दिया, लेकिन सिराज की फिर मायूसी मिली।
ऐसा रहा है टी20 में प्रदर्शन
सिराज ने भारत के लिए अभी तक कुल 16 टी20 मैच खेले हैं जिनमें 14 विकेट लिए हैं। इस दौरान उनका इकॉनमी 7.79 का रहा है। इसके अलावा उनका औसत 32.28 का रहा है। सिराज आईपीएल में भी लगातार शानदार खेल दिखा रहे हैं और हर लिहाज से उनके पास भारतीय पिचों का अनुभव राणा से ज्यादा है। ऐसे में सिराज की टीम में जगह होनी चाहिए थी, लेकिन गंभीर ने उन्हें फिर नजरअंदाज किया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।