IND vs ENG: बेकनहैम की 'घसियाली पिच' और चौड़े नेट्स में तैयारी को अंतिम रूप से रही भारतीय टीम
भारतीय क्रिकेट टीम इस समय इंग्लैंड में अभ्यास कर रही है और जमकर पसीना बहा रही है। इंडिया-ए ने अभी हाल ही में इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दो अभ्यास मैच खेले थे और अब वो सीनियर टीम के खिलाफ अभ्यास मैच खेलेगी। टीम इंडिया ने इस संबंध में पिच क्यूरेटर से बात की है।

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली: इंग्लैंड के विरुद्ध पांच टेस्ट मैचों की तैयारियों में जुटी भारतीय टीम केंट के बेकनहैम ग्राउंड पर अभ्यास कर रही है। इसी मैदान पर भारतीय टीम 13 जून से इंडिया 'ए' के साथ इंट्रा स्क्वायड मैच खेलेगी। पारंपरिक रूप से बल्लेबाजों की मददगार मानी जाने वाली बेकनहैम ग्राउंड की पिच को इस बार गेंदबाजों के लिए भी चुनौतीपूर्ण बनाने की कोशिश की गई है।
बेकनहैम की पिच ऊपर से भले ही सपाट दिख रही हो, लेकिन इसके अंदर इंग्लैंड की टेस्ट चुनौती के लिए जरूरी तैयारी की परतें मौजूद हैं। बेकनहैम के मुख्य क्यूरेटर जोश मार्डन बताते हैं कि यहां की पिच आम तौर पर सफेद गेंद के क्रिकेट के लिए काफी सपाट और बल्लेबाजों के मुफीद होती है। भारतीय टीम के लिए हमने पिच में अतिरिक्त घास छोड़ी है ताकि सीम मूवमेंट भी बनी रहे। पिच ऊपर से भले ही भूरी दिख रही हो, लेकिन इसमें गेंदबाजों के लिए भी मौका है अगर सही लेंथ हिट की जाए।
यह भी पढ़ें- IND vs ENG: ऋषभ पंत ने एक शॉट में तोड़ दी स्टेडियम की छत, इंग्लैंड को दे डाली चेतावनी! देखें Video
क्यूरेटर से किया अनुरोध
भारतीय कोचिंग स्टाफ ने पहले दिन के अभ्यास के बाद क्यूरेटर से खास अनुरोध किया था। गौतम गंभीर और उनकी टीम ने कहा, हमें एक ऐसी पिच चाहिए जो मैच जैसा अनुभव दे। न तो ज्यादा सपाट और न ही ज्यादा हरी। बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को अभ्यास का पूरा फायदा मिले। इसके बाद ग्राउंड स्टाफ ने पिच के घास कवर को बैलेंस किया, नेट्स को चौड़ा किया और रन-अप के लिए ज्यादा स्पेस छोड़ा। भारत में खिलाड़ी आमतौर पर 8-10 फीट चौड़े नेट्स में अभ्यास करते हैं, जबकि इंग्लैंड में नेट्स अक्सर छह फीट के होते हैं। भारतीय टीम की डिमांड पर बेकनहैम में नेट्स को आठ फीट तक चौड़ा किया गया ताकि बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों को अपने नैसर्गिक खेल में ढलने का मौका मिले।
मौसम भी भारतीय टीम के हक में
लंदन में हाल ही में वर्षा कम हुई है, जिससे पिच पर नमी बनाए रखना आसान हो गया है। जोश ने बताया कि हमने फ्लैट कवर्स का इस्तेमाल कर नमी बरकरार रखी है ताकि सीम मूवमेंट बनी रहे। इस मौसम में हरियाली ज्यादा दिखती है,लेकिन इसकी सतह के नीचे असली चुनौती छिपी है। बेकनहैम की पिच उत्तर-दक्षिण में है, जिससे लंबे अभ्यास सत्र के दौरान सूरज बल्लेबाजों या गेंदबाजों की आंखों में नहीं पड़ता।
इससे खिलाड़ियों को लंबी पारी खेलने और गेंदबाजी में स्पेल डालने में मदद मिलती है। इस बार टीम का फोकस सिर्फ बल्लेबाजी अभ्यास या रन बनाने पर नहीं बल्कि गेंदबाजों को भी बराबर का मौका देने पर है। ऐसी पिच चाहिए जहां अच्छी गेंदबाजी पर विकेट मिले और खराब गेंद पर रन भी बने।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।