Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    IND vs ENG: वापसी के बाद बल्लेबाजों के लिए काल बने टीम इंडिया के 'मिस्ट्री स्पिनर', चेन्नई में इंग्लैंड पर गहराया संकट

    Updated: Fri, 24 Jan 2025 08:42 AM (IST)

    आईपीएल में दमदार खेल दिखाने के बाद मिस्ट्री स्पिनर माने जाने वाले वरुण चक्रवर्ती को साल 2021 में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया में चुना गया था लेकिन वह सफल नहीं रहे थे और फिर टीम से बाहर हो गए थे। वरुण ने पिछले साल टीम में वापसी की है और अब वह लगातार बल्लेबाजों का काल बन रहे हैं।

    Hero Image
    भारतीय स्पिनर वरुण चक्रवर्ती बने बल्लेबाजों का काल

    सुकांत सौरभनई दिल्ली। भारतीय मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती टी-20 अंतरराष्ट्रीय में बल्लेबाजों के लिए अनसुलझी 'मिस्ट्री' बन गए हैं। आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए खेलने वाले वरुण चक्रवर्ती ने अपने घरेलू मैदान ईडन गार्डेंस पर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पांच मैचों की टी-20 सीरीज में भारत ने इस जीत के साथ ही 1-0 की बढ़त बना ली है। अब भारत को दूसरा मुकाबला चेन्नई के चेपक स्टेडिम में खेलना है, जहां एक बार फिर सभी निगाहें वरुण चक्रवर्ती पर होंगी।

    यह भी पढ़ें- जय शाह और सौरव गांगुली को मिली आईसीसी की नई टीम में जगह, इस काम को देंगें अंजाम

    वापसी के बाद अलग दिखे हैं चक्रवर्ती

    कोच गौतम गंभीर के प्रिय माने जाने वाले वरुण ने जब से ब्लू जर्सी में वापसी की है, तब से वह अलग ही रंग में दिखे हैं। करीब तीन वर्षों के बाद अक्टूबर 2024 में वरुण ने टीम में वापसी की। इसके बाद बांग्लादेश के विरुद्ध तीन मुकाबलों में पांच विकेट और दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध टी20 दौरे में चार मुकाबलों में 12 विकेट झटके थे।

    इंग्लैंड के खिलाफ बुधवार को कोलकाता में उन्होंने एक बार फिर तीन विकेट झटके। वरुण ने अब तक 14 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में कुल 22 विकेट झटके हैं। इनमें से 20 विकेट उन्होंने अक्टूबर में वापसी के बाद विगत आठ मैचों में झटका है।

    सफेद गेंद से करते हैं प्रभावित

    वरुण चक्रवर्ती की सबसे बड़ी विशेषता सफेद गेंद से उनकी कलात्मक गेंदबाजी है। वरुण सात विभिन्न प्रकार की गेंद फेंकने में सक्षम हैं, यही उनकी रहस्यमयी गेंदबाजी का सबसे खतरनाक अस्त्र भी है। पेशेवर क्रिकेटर बनने से पहले वास्तुकार रहे वरुण की आईपीएल में एंट्री भी मिस्ट्री गेंदबाजी के चलते हुई थी। वरुण ने कुछ साल पहले स्वयं दावा किया था कि वह सात तरह से गेंदबाजी कर सकते हैं।

    इनमें ऑफ ब्रेक, लेग ब्रेक, गुगली, कैरम गेंद, फ्लिपर, टॉप स्पिन और पैर की उंगलियों पर यार्कर शामिल हैं। यही कारण है कि सफेद गेंद और सीमित ओवरों के क्रिकेट में उनकी गेंदबाजी और प्रभावशाली हो जाती है। वरुण ने 23 लिस्ट ए मुकाबलों में 59 विकेट झटके हैं। वहीं 102 टी20 मुकाबलों में उनके नाम 127 विकेट हैं। आईपीएल की बात करें तो 71 मुकाबलों में वरुण के नाम कुल 83 विकेट हैं।

    चेन्नई में फिर होंगी इन पर निगाहें

    इंग्लैंड के विरुद्ध ईडन गार्डेंस में खेले गए पहले टी-20 मैच में वरुण (4-0-23-3) ने तीन बेशकीमती विकेट झटके थे। उन्होंने हैरी ब्रूक (17), लियाम लिविंगस्टन (0) और कप्तान जोस बटलर को अपना शिकार बनाया था। चेन्नई के चेपक स्टेडियम की पिच भी स्पिनरों के अनुकूल मानी जाती है। इसके साथ ही यह वरुण का घरेलू क्रिकेट में घरेलू मैदान भी है। ऐसें में चेन्नई में एक बार फिर सभी की निगाहें उन पर टिकी होंगी।

    गेंदबाजी पर किया काम

    अपनी गेंदबाजी को लेकर वरुण ने कहा, "मैंने गेंदबाजी में लगातार अपनी गति के परिवर्तन पर काम किया है। मैं नहीं चाहता कि बल्लेबाजों के लिए एक ही गति पर गेंद फेंककर मैं काम आसान करूं इसलिए मैं इस पर काम कर रहा हूं। आगे मैं इसे और सटीक करने का प्रयास कर रहा हूं।"

    भारतीय स्पिनरों को लेकर इंग्लैंड के कप्तान बटलर ने कहा, "हमारे पास वास्तव में अच्छे खिलाड़ी हैं और हम जानते हैं कि भारत के विरुद्ध उन्हें स्पिन का काफी सामना करना पड़ेगा। हमारा मानना है कि हमें प्रत्येक मैच में कम से कम तीन स्पिनर का सामना करना पड़ेगा। हमें उन पर दबाव बनाने के लिए अपनी व्यक्तिगत रणनीति के साथ खेलना होगा।"

    यह भी पढे़ं- IPL 2025 से पहले सदमे में डूबा KKR खेमा, चोटिल हो गया सबसे महंगा खिलाड़ी