IND vs ENG: मोहम्मद शमी की लचर वापसी तो सुंदर का खराब प्रदर्शन, भारत की तीसरे T20I में हार के ये हैं '5 विलेन'
भारतीय टीम को मंगलवार को इंग्लैंड के हाथों तीसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में 26 रन से शिकस्त सहनी पड़ी। इस जीत के साथ ही इंग्लैंड ने मौजूदा सीरीज में अपनी उम्मीदें जीवित रखी है। भारत के पास सीरीज जीतने का गोल्डन चांस था लेकिन कुछ खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन का मेजबान टीम को खामियाजा भुगतना पड़ा। चलिए जानते हैं कि भारत की हार के 5 मुजरिम कौन रहे।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय टीम को लगातार दो जीत के बाद हार का मुंह देखना पड़ा। सूर्यकुमार यादव के नेतृत्व वाली भारतीय टीम को मंगलवार को इंग्लैंड के हाथों तीसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में 26 रन की शिकस्त सहनी पड़ी।
राजकोट में खेले गए मुकाबले में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी की और निर्धारित 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 171 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 146 रन बना सकी। इस जीत के साथ ही इंग्लैंड ने सीरीज में अपनी उम्मीदें जीवित रखी और अंतर 1-2 से कम किया।
भारतीय टीम को तीसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में कुछ खिलाड़ियों का प्रदर्शन ले डूबा। चलिए आपको बताते हैं कि वो कौन-से पांच खिलाड़ी हैं, जिनके कारण भारत के हाथ से बाजी फिसल गई।
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1) वॉशिंगटन सुंदर
भारतीय ऑलराउंडर इस मुकाबले को हर हाल में भूलना चाहेगा। वॉशिंगटन सुंदर भारतीय टीम की हार के सबसे बड़े गुनहगार रहे। उन्होंने मैच में केवल 1 ओवर डाला, जिसमें 15 रन खर्च किए। फिर बल्लेबाजी भी बेहद धीमी की और 15 गेंदों में केवल 6 रन बनाए। सुंदर की पारी का अंत जैमी ओवर्टन ने किया और जोस बटलर ने आसान कैच लपका।
2) रवि बिश्नोई
भारतीय युवा लेग स्पिनर भी हार का दोषी रहे। जिस पिच पर वरुण चक्रवर्ती और आदिल राशिद ने कमाल की गेंदबाजी की, वहीं रवि बिश्नोई ने 4 ओवर के अपने कोटे में 46 रन खर्च किए। बिश्नोई को हैरी ब्रूक (8) के रूप में एक सफलता मिली, लेकिन वह विकेट भी किस्मत के सहारे मिला, यानी गेंद में कुछ खास नहीं था। बिश्नोई का 11.25 की इकोनॉमी से रन लुटाना भारत को भारी पड़ गया।
3) मोहम्मद शमी
435 दिन बाद मोहम्मद शमी ने क्रिकेट एक्शन में वापसी की, लेकिन वह अपनी छाप नहीं छोड़ सके। भारतीय पेसर ने मैच में तीन ओवर डाले और 25 रन लुटाए। शमी की गेंदबाजी में वो पैनापन नजर नहीं आया कि कप्तान उनका गेंदबाजी कोटा पूरा कराता। यही वजह रही कि शमी की फीकी वापसी भारत की हार का कारण बनी।
4) संजू सैमसन
तीन मैच, तीन शॉर्ट लेंथ गेंद और संजू सैमसन का काम तमाम। मौजूदा सीरीज में संजू सैमसन शॉर्ट लेंथ गेंद के खिलाफ संघर्ष करते हुए नजर आ रहे हैं। भारतीय टीम को तीसरे मैच में अच्छी शुरुआत की जरुरत थी, लेकिन सैमसन ऐसा नहीं कर सके। वह महज 3 रन बनाकर जोफ्रा आर्चर का शिकार बने। संजू सैमसन मंच तैयार नहीं कर सके और भारत ने इसका खामियाजा भुगता।
5) सूर्यकुमार यादव
भारत की हार के दोषी कप्तान भी तो रहे। इंग्लैंड के 9 विकेट जल्दी गिराने के बाद रणनीति ऐसी नहीं अपनाई कि मेहमान टीम जल्दी ऑलआउट हो। इंग्लैंड ने आखिरी विकेट के लिए 24 रन जोड़े, जो मैच में निर्णायक साबित हुए। इसके बाद तीसरे नंबर पर उतरे सूर्या बल्ले से कमाल नहीं कर सके और महज 14 रन बनाकर विरोधी टीम को अपना विकेट गिफ्ट कर आए। जिम्मेदारी के अभाव का खामियाजा भारतीय टीम ने हार के साथ भुगता।
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