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    IND vs ENG: लॉर्ड्स में कुछ कुछ होता है राहुल, एक पारी से कर दिया कमाल, छा गया नाम

    By abhishek tripathiEdited By: Abhishek Upadhyay
    Updated: Sun, 13 Jul 2025 04:00 AM (IST)

    भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज केएल राहुल को क्रिकेट का मक्का कहा जाने वाला लॉर्ड्स मैदान कुछ ज्यादा ही रास आता है। यही कारण है कि राहुल यहां आते ही पूरी लय में आ जाते हैं और जमकर रन बनाते हैं। एक बार फिर राहुल ने अपने बल्ले से शानदार पारी खेलते हुए शतक जमाया।

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    केएल राहुल ने लॉर्ड्स में खेली पारी

    अभिषेक त्रिपाठी, लंदन। भारत के ओपनर केएल राहुल को लॉ‌र्ड्स पहुंचकर कुछ कुछ होता है.. यहां उनका बल्ला सही दिशा में जाता है, उनका सिर सही झुकता है, अच्छी गेंद छूट जाती हैं और खराब गेंद चौके तक जाती हैं। ऐसा ही कुछ तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट में हुआ। उन्होंने इस मैदान में लगातार अपने दूसरे टेस्ट में शतक ठोका। इससे पहले 2021 में भी उन्होंने दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित मैदान में पहली पारी में 129 रन बनाए थे।

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    उनके और चोटिल ऋषभ पंत (74) के बीच चौथे विकेट के लिए हुई 141 रनों की साझेदारी की बदौलत भारत ने तीसरे दिन चायकाल तक पांच विकेट खोकर 316 रन बना लिए थे। राहुल से ज्यादा इस मैदान में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले भारतीय दिलीप वेंगसरकर हैं जिन्होंने इस स्टेडियम में तीन बार यह कारनामा किया है।

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    वो रन आउट

    भारत ने दिन की शुरुआत तीन विकेट पर 145 रनों से की। पहले सत्र के आखिरी ओवर से पूर्व सबकुछ ठीक चल रहा था। राहुल और पंत इंग्लिश गेंदबाजों को ज्यादा मौके नहीं दे रहे थे। प्रचंड गर्मी और भारतीय उपमहाद्वीप जैसी पिच पर इंग्लैड की गेंदबाजी में भी पैनापन नजर नहीं आ रहा था। ऐसा लग रहा था कि चोटिल अंगुली के साथ खेल रहे विकेटकीपर पंत फिर जीवट शतक जड़ देंगे।

    राहुल 98 और पंत 74 रन पर थे। बशीर की गेद पंत के बल्ले में छुई और दोनों रन के लिए दौड़ पड़े क्योंकि इसके तीन गेंद बाद लंच होना था। राहुल शायद उससे पहले ही शतक पूरा करना चाहते थे। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने कवर क्षेत्र से दौड़ते हुए शानदार थ्रो विकेटों पर मारा जिससे पंत की पारी का अंत हो गया।

    चोटिल पंत डाइव लगाने की स्थिति में नहीं थे। सवाल यह है कि जब जो रूट 99 रन के साथ पूरी रात काट सकते हैं तो यहां तो सिर्फ लंच तक ही रुकना था। यह बेवजह था। सिवाय इसके कि उन्हें लगा कि वह अपने साथी का शतक पूरा करने की कोशिश कर रहे थे। स्टोक्स उनकी इस इच्छा को समझते थे।

    हो सकता है कि उन्होंने पंत की चोट को भी अपनी गणना में शामिल किया हो क्योंकि अगर वह बल्लेबाजी छोर पर सीधा थ्रो करने की स्थिति में थे लेकिन इसके बजाय स्टोक्स ने खुद को घुमाया और दूसरे छोर पर निशाना साधा। इसके बाद उन्होंने आक्रामक जश्न मनाया। जब उन्होंने ऐसा किया तो पूरी टीम उनके चारों ओर इकट्ठा हो गई। स्टोक्स खुद जानते थे कि पंत का विकेट कितना बड़ा और किन परिस्थितियों में आया, क्योंकि इंग्लैंड पहले सत्र में दूसरे स्थान पर था।

    लंच के बाद राहुल का शतक

    लंच के बाद राहुल आए और अपने करियर के 11वें साल में 10वां टेस्ट शतक पूरा किया। वह उसके तुरंत बाद बशीर का ही शिकार हो गए। भारत ने छह रन के अंदर अपने दोनों सेट बल्लेबाज गंवा दिए। इसके भारत की पारी के जल्द सिमटने का डर था लेकिन नीतीश रेड्डी और रवींद्र जडेजा ने अच्छी साझेदारी करते हुए उसे संभाल लिया।

    कमाल के पंत

    मैच के पहले दिन विकेटकीपिंग करते हुए अंगुली में लगी चोट के दर्द से जूझ रहे पंत ने जोफ्रा आर्चर की तेज गति के आगे अपने इरादे दिन के पहले ओवर में ही जाहिर कर दिए। उन्होंने दिन की पहली गेंद पर ग्लांस कर चार रन बटोरने के बाद कदमों का इस्तेमाल करते हुए कवर क्षेत्र के ऊपर से आक्रामक शॉट खेला। दूसरे छोर से राहुल संभल कर खेल रहे थे।

    इस दौरान इंग्लैंड के गेंदबाजों ने लगातार 31 डॉट गेंद फेंकीं। पंत ने 51वें ओवर में एक रन लेकर डाट गेंदों पर विराम लगाया। बेन स्टोक्स ने पंत के विरुद्ध वही रणनीति अपनाई जो शुभमन गिल के समय अपनाई थी। तेज गेंदबाजों के गेंद फेंकने के बावजूद उन्होंने विकेटकीपर जेमी स्मिथ को विकेटों के करीब खड़ा किया लेकिन पंत ने जब आक्रामक रूख अपनाना शुरू किया तो उनका यह दांव कमजोर पड़ गया।

    पंत को इस दौरान स्टोक्स की गेंद पर अंगुली पर चोट लगी लेकिन उन्होंने फिजियो से इलाज के बाद बल्लेबाजी जारी रखी। भारत ने पहले घंटे में 52 रन जोड़े। इंग्लैंड ने इसके बाद गेंद बदलने की मांग की जिसे अंपायरों ने मान लिया लेकिन उसके गेंदबाजों को इसका कोई फायदा नहीं हुआ।

    पंत ने स्टोक्स की गेंद पर फाइन लेग के ऊपर से छक्का लगाकर इंग्लैंड में अपना आठवां अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने अपनी पारी का दूसरा छक्का शोएब बशीर की गेंद पर जड़ा। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपना 88वां छक्का जड़ा। वह इस मामले में वीरेंद्र सहवाग के भारतीय रिकार्ड से दो छक्के पीछे हैं।

    राहुल नाम तो सुना होगा

    2018 से अब तक की बात की जाए तो केएल राहुल इंग्लैंड में सबसे ज्यादा चार शतक लगाने वाले ओपनर हैं। बेन डकेट तीन शतक के साथ उनके पीछे हैं। मैदान में राहुल सादगी और शालीनता की प्रतिमूर्ति नजर आ रहे थे। 2021 में इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट टीम में वापसी के बाद से उन्होंने घर से बाहर चार शतक लगाए हैं, जो किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा शतक हैं। इंग्लैंड में राहुल ने चार टेस्ट, एक टी-20 और एक वनडे शतक लगाया है।

    इससे पता चलता है कि उन्हें यहां की परिस्थितियां कितनी रास आती हैं। इस दौरे पर ही राहुल पांच पारियों में 42, 137, 02, 55 और 100 रन का स्कोर बना चुके हैं।

    आर्चर का सबसे तेज स्पैल

    शुरुआती दो सत्र में आर्चर को कोई विकेट नहीं मिला लेकिन उन्होंने अपने टेस्ट करियर का सबसे तेज स्पैल फेंका। उन्होंने लगातार 11 गेंद 145 किलोमीटर प्रति घंटा से ज्यादा की रफ्तार से फेकीं। उनकी हर गेंद पर लॉ‌र्ड्स के दर्शक ऊह, आह करने को मजबूर हो गए। उन्होंने 71वें और 73वें ओवर में चार गेंद 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से फेंकीं। जडेजा और रेड्डी किसी तरह अपने आप को बचाते रहे।

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