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    IND vs ENG: अब नहीं चलेगी खिलाड़ियों की मनमर्जी, कोच गंभीर और चीफ सेलेक्टर हुए सख्त

    Updated: Wed, 06 Aug 2025 06:00 AM (IST)

    भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर स्टार कल्चर को खत्म करने के मूड में हैं और इसके लिए उन्होंने प्लान तैयार कर लिया है। इंग्लैंड दौरे के बाद टीम इंडिया में खिलाड़ियों की मनमर्जी पर रोक लग सकती है औऱ खिलाड़ियों का सहुलियत के हिसाब से खेलने और न खेलने का फैसला लेना खत्म हो सकता है।

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    भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड में ड्रॉ कराई सीरीज

    विशेष संवाददाता, जागरण लंदन : भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर हमेशा ही टीम में स्टार संस्कृति के विरोध में रहे हैं। ओवल में मिली जीत ने गंभीर को निश्चित रूप से नई ऊर्जा दी है और भारतीय टीम में अब वह दौर समाप्त हो सकता है, जहां कुछ स्टार खिलाड़ी अपनी सुविधा के अनुसार मैच व सीरीज चुनते थे।

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    इंग्लैंड में भारत की 2-2 की सराहनीय टेस्ट सीरीज ड्रॉ ने गौतम गंभीर और चयन समिति अध्यक्ष अजीत अगकर को एक मजबूत संदेश देने का मौका दिया है कि अब टीम के हित को सर्वोपरि रखा जाएगा।

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    गंभीर और चयन समिति इस बात पर एकमत

    सूत्रों के अनुसार, भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई), गंभीर और चयन समिति इस बात पर एकमत हैं कि वर्कलोड मैनेजमेंट के नाम पर खिलाड़ियों को मनमाने फैसले लेने की छूट अब नहीं दी जाएगी। विशेषकर वे खिलाड़ी जो तीनों प्रारूपों में नियमित हैं, उन्हें यह संदेश साफ तौर पर दे दिया जाएगा।

    वर्कलोड के नाम पर छूट नहीं

    एक वरिष्ठ बीसीसीआई अधिकारी के अनुसार, ऐसा नहीं है कि वर्कलोड मैनेजमेंट को पूरी तरह से नजरअंदाज किया जाएगा, लेकिन अब इसमें एक व्यावहारिक और उद्देश्यपूर्ण ²ष्टिकोण अपनाया जाएगा। तेज गेंदबाजों के लिए विशेष ध्यान जरूरी है, पर कोई भी अहम सीरीज या मुकाबला वर्कलोड के बहाने मिस नहीं किया जा सकता। सिराज ने पांच टेस्ट में 185.3 ओवर फेंके और पिछले छह हफ्तों में नेट्स में भी घंटों तक गेंदबाजी की। यह दिखाता है कि उच्चतम फिटनेस क्या होती है।

    अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि सिराज, प्रसिद्ध कृष्ण और आकाश दीप के प्रदर्शन ने साबित कर दिया है कि सबसे बड़े सितारे भी आवश्यक नहीं हैं और कोई भी टीम से बड़ा नहीं है।

    बुमराह की गैरमौजूदगी पर भी सवाल

    जसप्रीत बुमराह का पांच टेस्ट का भार न उठा पाना बीसीसीआई को खटक गया है। यह सवाल भी उठे हैं कि बेंगलुरु स्थित सेंटर आफ एक्सीलेंस में स्पो‌र्ट्स साइंस टीम की क्या उपयोगिता है। सूत्रों के मुताबिक, बुमराह अब नौ से 28 सितंबर तक यूएई में होने वाले एशिया कप में खेलेंगे और अगर भारत फाइनल तक जाता है, तो बुमराह अक्टूबर में होने वाले वेस्टइंडीज के विरुद्ध टेस्ट सीरीज से बाहर रहेंगे। हालांकि नवंबर में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध दो टेस्ट में उनकी वापसी तय मानी जा रही है।

    नया दौर, नई सोच

    नितिन पटेल के इस्तीफे के बाद अब नई स्पो‌र्ट्स साइंस टीम से उम्मीद की जा रही है कि वह खिलाड़ियों को 'कॉटन वूल' में लपेटने की बजाय उन्हें अधिक खेलने के लिए तैयार करेंगी। अब हर खिलाड़ी को बराबरी से देखा जाएगा, चाहे वह कोई भी स्टार खिलाड़ी क्यों न हो।

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