ICC का अजब-गजब खेल, भारतीय पिचों को संतोषजनक रेटिंग; दो दिन में खत्म हुए पर्थ टेस्ट को बहुत अच्छा माना गया
आईसीसी ने पर्थ स्टेडियम की पिच को बहुत अच्छी रेटिंग दी जबकि एशेज सीरीज का पहला टेस्ट दो दिन के भीतर ही समाप्त हो गया था। इसमें ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 8 विकेट से पटखनी देकर पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई। वहीं, आईसीसी ने भारत में हाल में हुए टेस्ट मैचों की पिचों को संतोषजनक करार दिया। आईसीसी के इस रवैये ने फैंस की उलझन बढ़ाई।

दो दिन में खत्म हुआ पर्थ टेस्ट
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के दोहरे रवैये ने क्रिकेट फैंस को चौंकाकर रख दिया है। आईसीसी ने पर्थ टेस्ट की पिच को बहुत अच्छी रेटिंग दी जबकि एशेज सीरीज का पहला टेस्ट दो दिन के भीतर ही समाप्त हो गया था। वहीं, आईसीसी ने भारत में हाल में हुए टेस्ट मैचों की पिच को संतोषजनक करार दिया।
याद दिला दें कि एशेज टेस्ट के पहले ही दिन कुल 19 विकेट गिरे थे। ऑस्ट्रेलिया ने इस मुकाबले में इंग्लैंड को 8 विकेट से पटखनी देकर पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई। मैर रेफरी रंजन मदुगले ने बताया कि पर्थ की पिच पर बल्ले और गेंद के बीच गजब की स्पर्धा हुई।
आईसीसी की अजब रेटिंग
वहीं, मैच रेफरी एंडी पायक्राफ्ट ने भारत और वेस्टइंडीज के बीच अहमदाबाद व दिल्ली की पिचों को संतोषजनक करार दिया जबकि दोनों टेस्ट तीन दिन या ज्यादा चले।
आईसीसी के चार टियर सिस्टम के अंतर्गत बहुत अच्छी पिच का मतलब, गेंद का अच्छी तरह उठना, सीमित सीम मूवमेंट और मैच की शुरुआत में निरंतर उछाल प्राप्त करना होता है, जिससे गेंदबाजों और बल्लेबाजों दोनों को मैच में रहने की अनुमति मिलती है। पर्थ की पिच इससे कोसो दूर नजर आई और मुकाबला केवल 847 गेंदों में समाप्त हुआ।
सबसे छोटा एशेज टेस्ट
1888 के बाद ऑस्ट्रेलिया में यह दूसरा सबसे छोटा पूर्ण टेस्ट बना और सबसे कम गेंदें फेंके जाने वाला एशेज टेस्ट बना। पर्थ टेस्ट की पहली तीन पारियों में तेज गेंदबाजों का बोलबाला रहा। मिचेल स्टार्क ने पहली पारी में 58 रन देकर सात विकेट झटके। इंग्लैंड की पहली पारी 160/5 के स्कोर से 172 रन पर ऑलआउट हो गई।
वहीं, ऑस्ट्रेलियाई टीम ने स्टंप्स तक 123 रन पर 9 विकेट गंवा दिए थे। बेन स्टोक्स ने पांच विकेट झटके थे। दूसरे दिन की सुबह इंग्लैंड ने अपनी बढ़त 105 रन कर ली थी, जबकि उसके 9 विकेट शेष थे। फिर स्कॉट बोलैंड ने इंग्लैंड के मिडिल ऑर्डर को उखाड़ फेंका और मेहमान टीम की दूसरी पारी 164 रन पर ऑलआउट हुई।
ऑस्ट्रेलिया बना विजेता
ऑस्ट्रेलिया को जीतने के लिए 205 रन का लक्ष्य मिला, जिसे उसने 29 ओवर में दो विकेट खोकर हासिल किया। ट्रेविस हेड ने 83 गेंदों में 123 रन की तूफानी पारी खेली। मैच में बढ़ते स्कोर ने इस दृष्टिकोण का समर्थन किया कि मैच की प्रगति के साथ पिच में सुधार हुआ, जैसा कि पिछले सीजन में भारत के खिलाफ हुआ था।
भारत-दक्षिण अफ्रीका पिच का इंतजार
याद दिला दें कि भारत ने वेस्टइंडीज को अक्टूबर में पहले टेस्ट में एक पारी और 140 रन से मात दी थी। यह मुकाबला तीसरे दिन समाप्त हुआ था। इसके बाद भारत ने अरुण जेटली स्टेडियम पर विंडीज को सात विकेट से मात दी थी, जिसका परिणाम पांचवें दिन निकला था। इसके बावजूद आईसीसी ने दोनों पिचों को संतोषजनक करार दिया।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हाल ही में दो मैचों की टेस्ट सीरीज संपन्न हुई। इसमें पहला टेस्ट तीन दिन में समाप्त हुआ जबकि दूसरे टेस्ट का नतीजा आखिरी दिन आया। प्रोटियाज टीम ने पहला टेस्ट 30 रन से जीता और फिर दूसरा टेस्ट 408 रन के विशाल अंतर से जीतकर भारत का 2-0 से क्लीन स्वीप किया। देखना दिलचस्प होगा कि आईसीसी इन मैचों की पिचों को क्या रेटिंग देती है।

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