'बाहर करो दोनों को', एशेज हार के बाद स्टोक्स-मैक्कलम के खिलाफ उठी आवाज, पूर्व कप्तान ने जमकर सुनाई खरी खोटी
इंग्लैंड क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मुंह की खानी पड़ी है और उसका एशेज सीरीज न जीतना तय हो गया है। टीम के प्रदर्शन के बाद पूर्व कप्तान ने कोच ब ...और पढ़ें

इंग्लैंड के कोच और कप्तान की हो रही है आलोचना
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। एडिलेड ओवल में खेले गए तीसरे टेस्ट के रोमांचक मुकाबले में रविवार को ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 82 रन से हराकर दो मैच बाकी रहते ही एशेज सीरीज अपने नाम कर ली। इस हार के बाद इंग्लैंड क्रिकेट में हड़कंप में मच गया है और टीम के कोच ब्रेंडन मैक्कलम के साथ-साथ कप्तान बेन स्टोक्स की जमकर आलोचना की जा रही है। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जैफ्री बायकॉट ने तो इन दोनों को जमकर लताड़ा है।
पांचवें दिन इंग्लैंड की जुझारू कोशिशों के बावजूद तेज गेंदबज मिचेल स्टार्क ने निर्णायक भूमिका निभाई और अंतिम चार में से तीन विकेट लेकर मेहमान टीम की वापसी की उम्मीदों पर विराम लगा दिया और इसके साथ ही एशेज ट्रॉफी भी आस्ट्रेलिया के पास रहना तय हो गया।
बायकॉट ने की आलोचना
इस हार के बाद बायकॉट का गुस्सा फूट पड़ा है और उन्होंने बैजबॉल की जमकर आलोचना की है। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड का जो अति आक्रामक बैजबॉल शैली थी वो पूरी तरह से फेल रही है। उन्होंने कहा कि टीम को अब मैक्कलम से आगे निकल जाना चाहिए। बायकॉट ने डेली टेलीग्राम में लिखे अपने कॉलम में लिखा है, "हमारे क्रिकेट को जो हुआ उसका काफी सारा श्रेय ब्रेंडन मैक्कलम और बेन स्टोक्स को जाता है। ये साफ है कि बैजबॉल सफल नहीं रहा। कॉमनसेंस की जगह अभिमान ने ले ली है और इसे जारी नहीं रखा जा सकता। स्टोक्स और मैक्कलम वो है जो गड्ढा खोद रहे हैं लेकिन जा कहीं नहीं रहे। अगर आप जो कर रहे हैं वो काम नहीं आ रहा है तो रुक जाइए।"
बदलाव की है जरूरत
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने कहा कि बदलाव की अब सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा, "अगले स्तर पर जाने के लिए इस समय बदलाव की सख्त जरूरत है। मैं क्या करता? कोच बदल देता। हम लोग इस जोड़ी से थक चुके हैं। ये दोनों अच्छी बातें करते हैं लेकिन बड़ी टीमों के खिलाफ फेल हो जाते हैं।"
साल 2022 में मैक्कलम ने इंग्लैंड की टेस्ट टीम और स्टोक्स ने कप्तानी का जिम्मा संभाला था। मैक्कलम का नाम निकनेम बैज है और वह अपने समय काफी अटैकिंग क्रिकेट खेलते थे। इसलिए उनके कोच बनने के बाद इंग्लैंड ने बैजबॉल नाम दिया जिसका मतलब था हर स्थिति में आक्रामक क्रिकेट खेलना। इंग्लैंड को इससे ज्यादा सफलता नहीं मिली।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।