Duleep Trophy 2025: सेमीफाइनल्स का पहला दिन रहा बल्लेबाजों के नाम, रुतुराज और जगदीशन ने जड़े शतक
Duleep Trophy 2025 Semi Final दलीप ट्रॉफी सेमीफाइनल के पहले दिन रुतुराज गायकवाड़ और नारायण जगदीशन ने अपनी-अपनी टीमों के लिए शतक जड़े। पश्चिम क्षेत्र की ओर से खेलते हुए रुतुराज ने मध्य क्षेत्र के विरुद्ध 184 रन की शानदार पारी खेली जिससे उनकी टीम ने दिन का खेल समाप्त होने तक छह विकेट पर 308 रन का स्कोर बनाया।

बेंगलुरु, पीटीआई : दलीप ट्रॉफी सेमीफाइनल के पहले दिन रुतुराज गायकवाड़ और नारायण जगदीशन ने अपनी-अपनी टीमों के लिए शतक जड़े। पश्चिम क्षेत्र की ओर से खेलते हुए रुतुराज ने मध्य क्षेत्र के विरुद्ध 184 रन की शानदार पारी खेली, जिससे उनकी टीम ने दिन का खेल समाप्त होने तक छह विकेट पर 308 रन का स्कोर बनाया। वहीं जगदीशन ने दक्षिण क्षेत्र की ओर से उत्तर के विरुद्ध नाबाद 148 रनों की पारी खेली, जिससे उनकी टीम ने तीन विकेट पर 271 रन का स्कोर बनाया।
रुतुराज ने श्रेयस-यशस्वी की विफलता को किया दूर
बीसीसीआई सेंटर आफ एक्सीलेंस 'बी' मैदान पर खेले जा रहे मुकाबले में मध्य क्षेत्र ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। यशस्वी जायसवाल (04) के आउट होने के बाद रुतुराज ने पारी को संभाला। पिछले महीने बुची बाबू टूर्नामेंट में हिमाचल प्रदेश के विरुद्ध महाराष्ट्र के लिए 133 रन की पारी खेलने के बाद लगातार दूसरा शतक जड़ा। उन्होंने अपनी पारी में 206 गेंद का सामना किया।
उन्होंने आर्य देसाई के साथ तीसरे विकेट के लिए 90 रन की साझेदारी की। गायकवाड़ ने अर्धशतक 85 गेंद में पूरा किया लेकिन दोपहर के सत्र में उन्होंने 131 गेंद में 100 रन पूरे किए और इस तरह दूसरा अर्धशतक केवल 51 गेंद में पूरा हुआ। इसके अलावा रुतुराज ने तनुष कोटियान (65*) के साथ छठे विकेट के लिए 148 रन की साझेदारी की जिससे मध्य क्षेत्र की टीम बैकफुट पर आ गई। श्रेयस अय्यर 25 रन बनाकर आउट हुए।
दक्षिण मजबूत
नारायण जगदीशन की शानदार नाबाद 148 रनों की पारी की बदौलत पहले दिन दक्षिण क्षेत्र ने अपनी पकड़ मजबूत बना ली। जगदीशन ने 260 गेंदों की पारी में 13 चौके और दो छक्के जड़े। उन्होंने पहले तनमय अग्रवाल (43) के साथ 103 रनों की साझेदारी की और फिर देवदत्त पडिक्कल (57) के साथ 128 रन जोड़े।
जगदीशन को शुरुआत में जीवनदान मिला जब अंशुल कंबोज की गेंद पर आउट होने के बावजूद नो बाल करार दिया गया। इसके बाद उन्होंने मौके का पूरा फायदा उठाते हुए पहले संयम से रन बनाए और फिर आक्रामक अंदाज अपनाया।
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