IND vs SA: दक्षिण अफ्रीका से हार के बाद टेस्ट टीम में बदलाव संभव, रुतुराज और पाटीदार का दावा बेहद मजबूत
भारतीय टीम को हाल ही में साउथ अफ्रीका के हाथों दो मैचों की सीरीज में 0-2 का क्लीन स्वीप झेलना पड़ा। इस करारी शिकस्त के बाद टेस्ट टीम में बड़े बदलाव की संभावना तेज हो गई है। टीम इंडिया नंबर-3 पर भरोसेमंद बल्लेबाज की तलाश में जुटी है, जो अब तक पूरी नहीं हो सकी है। चयनकर्ताओं का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट गलतियों को सुधारने की प्रयोगशाला नहीं है।

टेस्ट टीम में बड़े बदलाव की संभावना तेज
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध दोनों टेस्ट में करारी हार झेलने के बाद भारतीय टेस्ट टीम में बड़े बदलाव की संभावना तेज हो गई है। अजीत अगरकर की अगुवाई वाली चयन समिति अब बल्लेबाजी क्रम विशेषकर नंबर तीन जैसे अहम स्थान के लिए अपने पुराने रुख में बदलाव कर सकती है।
पिछले तीन दशकों में राहुल द्रविड़ और चेतेश्वर पुजारा जैसे भरोसेमंद बल्लेबाजों ने इस स्थान को मजबूत बनाया, लेकिन मौजूदा विकल्पों ने चयनकर्ताओं की चिंता बढ़ा दी है। करुण नायर इंग्लैंड में चार टेस्ट खेलने के बावजूद प्रभाव नहीं छोड़ सके, जबकि बी साई सुदर्शन ने 11 पारियों में सिर्फ 27 की औसत के साथ यह जताया कि उन्हें अभी टेस्ट स्तर की चुनौतियों के लिए अधिक तैयारी की जरूरत है।
युवा खिलाड़ी दोहरा रहे गलती
तकनीकी कमजोरियां उनकी सबसे बड़ी बाधा बनी हुई हैं। चयनकर्ताओं का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट गलतियों को सुधारने की प्रयोगशाला नहीं है और यह युवा खिलाड़ी लगातार वही गलतियां दोहरा रहे हैं। ऐसे में घरेलू स्तर पर अनुभवी, फॉर्म में और लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों पर गंभीरता से विचार होने की उम्मीद है।
एक पूर्व चयनकर्ता के अनुसार, मुख्य कोच गौतम गंभीर और कप्तान शुभमन गिल यदि किसी खिलाड़ी पर भरोसा नहीं दिखाते, तो अकेले चयन समिति कुछ नहीं कर सकती। उनके मुताबिक यह सही समय है कि टीम विशेषज्ञ बल्लेबाजों पर भरोसा करे, न कि टी-20 शैली वाले आलराउंडरों पर।
ऐसे खिलाड़ी की तलाश
कपिल देव के बाद भारत को कोई विश्वस्तरीय टेस्ट आलराउंडर नहीं मिला। मनोज प्रभाकर आखिरी भरोसेमंद विकल्प थे। हार्दिक पांड्या टेस्ट खेल ही नहीं सकते और नीतीश रेड्डी टी-20 प्रारूप तक सीमित खिलाड़ी हैं। टेस्ट में नंबर तीन और नंबर पांच पर स्थिर, लंबे स्पैल तक खेलने वाला बल्लेबाज चाहिए।
ये हो सकते हैं दावेदार
सरफराज खान खान और अभिमन्यु ईश्वरन के लिए दरवाजे लगभग बंद माने जा रहे हैं, लेकिन घरेलू क्रिकेट के अनुभवी तीन खिलाड़ी रुतुराज गायकवाड़, रजत पाटीदार और रिंकू सिंह चयनकर्ताओं का ध्यान खींचते दिख रहे हैं।
रुतुराज का प्रथम श्रेणी में 45 से ज्यादा का औसत है और वह मौजूदा रणजी सत्र में दो शतक लगा चुके हैं। वह नंबर तीन के लिए उपयुक्त दावेदार हैं। लाल गेंद के युवा खिलाड़ियों में स्मरण रविचंद्रन (प्रथम श्रेणी औसत 78) और यश राठौड़ (पिछला रणजी सत्र में 960 रन) भी नंबर-5 या मध्यक्रम के लिए विकल्प बनकर उभरे हैं।
नए चेहरे दिखेंगे?
दक्षिण अफ्रीका में शर्मनाक हार के बाद माना जा रहा है कि भारतीय टेस्ट टीम में कई स्थानों पर नए चेहरे दिख सकते हैं। आने वाली घरेलू सीरीज बताने वाली हैं कि टीम प्रबंधन किस दिशा में जाना चाहता है। अनुभव के साथ मजबूती या प्रयोग जारी रखना। बदलाव लगभग तय हैं, और भारतीय टेस्ट क्रिकेट के लिए यह एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है।

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