Asia Cup 2025: यहां के हम सिकंदर, टीम इंडिया की नजरें 9वें खिताब पर, एक टीम बन सकती है मुसीबत
क्रिकेट की दुनिया में एशिया का सरताज बनने की जंग कल से यूएई में शुरू हो रही है। आठ बार ये ट्रॉफी जीतने वाली टीम इंडिया एक बार फिर खिताब की सबसे बड़ी दावेदार है। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी वाली टीम इंडिया बेहद संतुलित मानी जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि सिर्फ एक ही टीम उसे टक्कर दे सकती है और वो पाकिस्तान नहीं है।

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली : यूएई की धरती पर मंगलवार को एशिया कप की शुरुआत होगी और इस बार यह टूर्नामेंट टी-20 प्रारूप में खेला जाएगा। टी-20 में भारतीय टीम विश्व विजेता होने के साथ-साथ नंबर एक टीम भी है और फिलहाल वह ट्रॉफी जीतने का सबसे प्रबल दावेदार है।
दुबई में बुधवार को सूर्यकुमार यादव की कप्तानी वाली भारतीय टीम अपना अभियान मेजबान यूएई के विरुद्ध शुरू करेगी। भारतीय टीम इतनी संतुलित कि चयनकर्ताओं ने 17 खिलाड़ियों की जगह सिर्फ 15 सदस्यीय टीम का चयन किया, ठीक वैसे ही जैसे आईसीसी टूर्नामेंट के लिए किया जाता है।
भारत आठ बार एशिया कप (सात बार वनडे प्रारूप और एक बार टी-20 प्रारूप) खिताब जीत चुका है और इस बार लक्ष्य है नौंवीं बार ट्रॉफी जीतना। फिलहाल सभी टीमों को देखें तो यह भारत का टूर्नामेंट है और वह फिर से एशिया का सिकंदर बनने को तैयार है।
भारत का दबदबा
सूर्यकुमार यादव का नेतृत्व अब तक 80 प्रतिशत जीत के रिकॉर्ड के साथ शानदार रहा है। उनके साथ उपकप्तान शुभमन गिल हैं, जिन्हें भविष्य का कप्तान माना जा रहा है। भारत की बल्लेबाजी में ऐसी गहराई है कि किसी भी विपक्षी गेंदबाजी आक्रमण को तोड़ सकती है, जबकि जसप्रीत बुमराह और स्पिन विभाग हर हालात में टीम को संतुलन देते हैं। भारत की असली ताकत उसका स्पष्ट ²ष्टिकोण है।
जहां पाकिस्तान और श्रीलंका जैसी टीमें नए संयोजन की तलाश में हैं, वहीं भारत ने अपनी रणनीति तय कर ली है। यही कारण है कि आलोचक मानते हैं कि यह टूर्नामेंट भारत का हारना ही सबसे बड़ा उलटफेर होगा।
सबसे बड़ा सवाल
कौन रोक सकता है भारत को? सबसे बड़ा सवाल यही है कि इस बार भारत को कौन रोक पाएगा। पाकिस्तान ने बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान जैसे दिग्गजों को हटाकर नई टीम बनाई है। उनकी उम्मीदें शाहीन शाह अफरीदी, हारिस रऊफ और हसन अली जैसे गेंदबाजों पर टिकी हैं। श्रीलंका की टीम कप्तान चरित असलंका के नेतृत्व में संघर्ष करेगी, लेकिन लगातार छह-सात मैच जीतने की क्षमता पर सवाल हैं। बांग्लादेश की टीम भी इस प्रारूप में अस्थिर है।
अफगानिस्तान दे सकता है चुनौती
अफगानिस्तान ही एक ऐसी टीम मानी जा रही है जो भारत के अभियान में अड़चन पैदा कर सकती है। राशिद खान, नूर अहमद और अजमतुल्लाह गजनफर जैसे स्पिनर किसी भी टीम को मिडिल ओवरों में रोकने का दम रखते हैं। उनकी बल्लेबाजी भी अब कहीं अधिक धारदार हो चुकी है।
सहयोगी देशों का सपना
यूएई, ओमान और हांगकांग जैसी टीमें खिताब की दावेदार न सही, लेकिन उनके लिए भारत और पाकिस्तान जैसी दिग्गज टीमों से भिड़ना बड़े अनुभव से कम नहीं है। इन टीमों में कई प्रवासी भारतीय और पाकिस्तानी खिलाड़ी शामिल हैं, जो पहली बार सूर्यकुमार यादव या जसप्रीत बुमराह जैसे सितारों का सामना करेंगे।
ग्रुप ए- भारत, पाकिस्तान, यूएई, ओमान
ग्रुप बी- श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, हांगकांग
टीमें
भारत : सूर्यकुमार यादव (कप्तान), शुभमन गिल (उपकप्तान), संजू सैमसन, जसप्रीत बुमराह, अभिषेक शर्मा, तिलक वर्मा, हार्दिक पंड्या, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, वरुण चक्रवर्ती, अर्शदीप सिंह, रिंकू सिंह, कुलदीप यादव, हर्षित राणा, जितेश शर्मा।
पाकिस्तान: सलमान आगा (कप्तान), शाहीन अफरीदी, अबरार अहमद, हसन अली, फहीम अशरफ, सईम अय्यूब, साहबजादा फरहान, मोहम्मद हारिस, सलमान मिर्जा, सुफियान मुकीम, हसन नवाज, मोहम्मद नवाज, हारिस रऊफ, खुशदिल शाह, तलत मोहम्मद, वसीम जूनियर, फखर जमां।
श्रीलंका: चरित असलांका (कप्तान), दुष्मंथा चमीरा, बिनुरा फर्नांडो, नुवानिदु फर्नांडो, वानिंदु हसरंगा, चमिका करुणारत्ने, कामिंदु मेंडिस, कुसल मेंडिस, कामिल मिशारा, पथुम निसांका, मथीशा पथिराना, कुसल परेरा, दासुन शनाका, महेश तीक्ष्णा, नुवान तुषारा, दुनिथ वेलालागे।
अफगानिस्तान: राशिद खान (कप्तान), फरीद अहमद, नूर अहमद, सदिकुल्लाह अटल, शराफुद्दीन अशरफ, फजलहक फारूकी, अल्लाह मोहम्मद गजनफर, रहमानुल्लाह गुरबाज, नवीन-उल-हक, मोहम्मद इशाक, करीम जानत, गुलबदीन नायब, मोहम्मद नबी, अजमतुल्लाह उमरजई, मुजीब उर रहमान, दरवेश रसूली, इब्राहिम जादरान।
बांग्लादेश: लिटन दास (कप्तान), नसुम अहमद, तस्कीन अहमद, जाकेर अली, परवेज हुसैन इमोन, नुरुल हसन, तंजीद हसन, तंजीम हसन, सैफ हसन, रिशद हुसैन, शमीम हुसैन, तौहीद हृदोय, शरीफुल इस्लाम, मेहदी हसन मेराज, मुस्तफिजुर रहमान, मोहम्मद सैफुद्दीन।
यूएई: मुहम्मद वसीम (कप्तान), हैदर अली, राहुल चोपड़ा, एथंनी डिसूजा, मोहम्मद फारूक, मोहम्मद जवादुल्लाह, हर्षित कौशिक, आसिफ खान, मतिउल्लाह खान, सगीर खान, ध्रुव पाराशर, मुहम्मद रोहिद, अलीशान शरफू, अर्यांश शर्मा, जुनैद सिद्दीकी, सिमरनजीत सिंह, मुहम्मद जोहैब।
ओमान: जतिंदर सिंह (कप्तान), शकील अहमद, आर्यन बिष्ट, मोहम्मद इमरान, जिकरिया इस्लाम, आमिर कलीम, नदीम खान, सुफयान महमूद, हम्माद मिर्जा, मोहम्मद नदीम, आशीष ओडेदरा, फैसल शाह, हसनैन शाह, समय श्रीवास्तव, विनायक शुक्ला, करण सोनाव, सुफियान यूसुफ।
हांगकांग: यासिम मुर्तजा (कप्तान), बाबर हयात, जीशान अली, हारून अरशद, कल्हण चल्लू, मार्टिन कोएत्जी, मोहम्मद गजनफर, अली हसन, अतीक इकबाल, ऐजाज खान, अनस खान, एहसान खान, निजाकत खान, आदिल महमूद, नसरुल्ला राणा, अंशुमान रथ, किंचित शाह, आयुष शुक्ला, मोहम्मद वहीद, शाहिद वासिफ।
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