मुल्लांपुर स्टेडियम पहली बार मेंस इंटरनेशनल मैच की मेजबानी को तैयार, 38 हजार दर्शक क्षमता वाला ग्राउंड खूबियों से है भरा
महाराजा यादवेंद्र सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम पहली बार किसी मेंस इंटरनेशनल मैच की मेजबानी करने जा रहा है। इससे पहले यहां पर इंडियन प्रीमियर लीग के ...और पढ़ें

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच होगी टक्कर।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। कटक में खेले गए पहले टी20 मुकाबले में साउथ अफ्रीका को करारी शिकस्त देने के बाद भारतीय टीम अब मुल्लांपुर पहुंची चुकी है। मुल्लांपुर के महाराजा यादवेंद्र सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में 5 मैचों की टी20 सीरीज का दूसरा मुकाबला 11 दिसंबर को खेला जाएगा।
सूर्यकुमार यादव की कप्तानी वाली भारतीय टीम इस मुकाबले को जीतकर सीरीज में पकड़ मजबूत करना चाहेगी। वहीं एडेन मार्कराम की कोशिश इसे 1-1 की बराबरी पर लाने की होगी।
पहली बार करेगा मेजबाजी
महाराजा यादवेंद्र सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम पहली बार किसी मेंस इंटरनेशनल मैच की मेजबानी करने जा रहा है। इससे पहले यहां पर इंडियन प्रीमियर लीग के मुकाबले खेले जा चुके हैं। यह पंजाब किग्स का होम वेन्यू है। इतना ही नहीं विमंस टीम भी इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया टीम से टकरा चुकी है।
युवराज के नाम होगा स्टैंड
मुल्लांपुर स्टेडियम में दो स्टैंड महिला विश्व कप विजेता कप्तान हरमनप्रीत कौर और पूर्व भारतीय दिग्गज खिलाड़ी युवराज सिंह को समर्पित किए जाएंगे। ऐसे में आज मैच के दौरान दोनों दिग्गज मैदान में नजर आ सकते हैं। इसके अलावा पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन अमनजोत कौर और विश्व कप विजेता महिला टीम के फील्डिंग कोच मुनीश बाली को भी सम्मानित करेगा।
38 हजार दर्शक देख सकते मुकाबला
मुल्लांपुर स्टेडियम में फिलहाल एक स्टैंड राज्यसभा सांसद और पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह के नाम पर है। 38,000 दर्शकों की क्षमता वाले इस स्टेडियम में अब तक 11 आईपीएल मैच खेले जा चुके हैं, जिनमें इस साल के दो प्ले-ऑफ मैच भी शामिल हैं। इसके अलावा महिला विश्व कप से पहले खेली गई महिला वनडे सीरीज में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला और दूसरा वनडे मैच भी यहीं खेला गया था।
38 एकड़ में फैला है स्टेडियम
स्टेडियम का नाम पटियाला के 9वें और अंतिम शासक महाराजा यदविंद्र सिंह के नाम पर रखा गया है। स्टेडियम में तीन ग्राउंड है। एक ग्राउंड केवल इंटरनेशनल मैच के लिए, जबकि दूसरा डोमेस्टिक के लिए और तीसरा प्रैक्टिस के लिए है। यह मोहली स्टेडियम से काफी बड़ा है। मोहाली स्टेडियम 13 एकड़ में बना था जबकि मुल्लांपुर स्टेडियम 38 एकड़ में फैला है। मार्च 2010 में पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन ने इसकी घोषणा की थी।
ड्रेनेट सिस्टम कमाल का है
मुल्लांपुर स्टेडियम में पैवेलियन पहले फ्लोर पर बनाया गया है। पैवेलियन के दोनों ओर दर्शक बैठेंगे। खिलाड़ी उनके बीच से होते हुए मैदान में एंट्री लेंगे। स्टेडियम में 16 गेंट हैं और 1600 कारें पार्क हो सकती हैं। ड्रेनेट सिस्टम की बात करें तो बारिश रुकने के 25-30 मिनट बाद मैच कराया जा सकता है। स्टेडियम का मैदान पारंपरिक मिट्टी के बजाय रेत से बना है। सिटिंग कैपेसिटी के लिहाज से यह दिल्ली के बाद नॉर्थ इंडिया का सबसे बड़ा स्टेडियम है।

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