कपिल देव के कोच ने भांप लिया था अभिषेक शर्मा का भविष्य, 14 साल की उम्र में 140 KPH स्पीड से भी नहीं लगता था डर
भारतीय क्रिकेट टीम के युवा बल्लेबाज अभिषेक शर्मा इन दिनों चर्चा में हैं और इसका कारण एशिया कप-2025 में उनकी तूफानी बैटिंग रही है। अभिषेक की प्रतिभा को काफी पहले कपिल देव के कोच डीपी आजाद ने पहचान लिया था और एक बहुत बड़ी भविष्यवाणी कर दी थी जो सच साबित हुई।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। अपनी तूफानी बल्लेबाजी से गेंदबाजों और दूसरी टीमों में अशांति फैलाने वाले भारत के युवा बल्लेबाज अभिषेक शर्मा शांत रहना पसंद करते हैं। वह अपने दिमाग को शांत रखना चाहते हैं और इसी कारण वह बड़े ही फोकस के साथ गेंदबाजी की कुटाई करते हैं। अभिषेक सुबह 4 बजे उठकर मेडिटेशन करते हैं ताकि दबाव वाली स्थिति में बिना किसी हड़बड़ी के खेल सकें।
अभिषेक शर्मा ने हाल ही में एशिया कप-2025 में कमाल की बल्लेबाजी की और गेंदबाजों के लिए खौफ का नाम बने। वह एशिया कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में शामिल रहे। उन्होंने सात मैचों में 314 रन बनाए जिसमें तीन अर्धशतक शामिल रहे। ये तीनों अर्धशतक सुपर-4 में लगातार तीन मैचों में आए।
कपिल देव के कोच ने कर दी भविष्यवाणी
अभिषेक की प्रतिभा का अंदाज कपिल देव के कोच डीपी आजाद को काफी पहले हो गया था। करीब 12 साल पहले पंजाब क्रिकेट संघ ने अंडर-12 और अंडर-14 का एक कैम्प लगाया था जिसमें पंजाब के 30 बच्चों को सेलेक्ट किया था। इसमें अभिषेक भी थे। इस कैम्प के मुखिया थे डीपी आजाद जिन्होंने इस कैम्प के दो बल्लेबाजों को लेकर भविष्यवाणी की थी कि ये दोनों भारत के लिए ओपनिंग करेंगे और इसमें से एक अभिषेक शर्मा थे। दैनिक भास्कर ने अपनी रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी है।
130-140 की रफ्तार पर मारते थे शॉट्स
इसी रिपोर्ट में अभिषेक के पिता राजकुमार जो उनके पहले कोच भी हैं, के हवाले से लिखा गया है कि जब बाएं हाथ का ये बल्लेबाज अंडर-14 में खेलता था तब 130-140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार उन्हें परेशान नहीं करती थी और वह ज्यादा तेजी से गेंद फेंकने की कहते थे। मैच में अभिषेक फोकस रहे हैं इसके लिए सुबह चार बजे उठकर मेडिटेशन करते हैं। उन्हें स्विमिंग का भी शौक है जो जब मौका मिलता है वह ये काम भी करते हैं।
युवराज ने बदली कहानी
अभिषेक का करियर बनाने में युवराज सिंह का अहम रोल रहा है। इस बात को अभिषेक भी मान चुके हैं। युवराज कैंसर को मात देने के बाद भारतीय टीम में वापसी की तैयारी में लगे थे और रणजी ट्रॉफी खेल रहे थे। तभी अभिषेक और युवराज की मुलाकात हुई। दोनों ने एक मैच में साथ में बैटिंग की। युवराज इस मैच में 40 पर ही थे लेकिन अभिषेक ने शतक ठोक दिया था। यहीं से युवराज ने फिर अभिषेक को अपनी छत्रछाया में ले लिया।
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