Karun Nair ने भारतीय टीम से बाहर होने पर तोड़ी चुप्पी, प्रमुख चयनकर्ता अजीत अगरकर पर जमकर निकाली भड़ास
करुण नायर ने भारतीय टीम से बाहर होने पर निराशा जाहिर की और प्रमुख चयनकर्ता अजीत अगरकर पर जमकर भड़ास निकाली। नायर का मानना है कि वो ज्यादा मौके पाने के हकदार हैं। करुण नायर का पूरा ध्यान मौजूदा घरेलू सीजन में बेहतर प्रदर्शन करने पर लगा है और भारतीय टीम के लिए खेलना उनका प्रमुख लक्ष्य है। नायर ने कहा कि वो हिम्मत नहीं हारेंगे।

करुण नायर
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय टीम से बाहर होने पर करुण नायर ने निराशा जाहिर और प्रमुख चयनकर्ता अजीत अगरकर पर निशाना साधा। नायर को इंग्लैंड दौरे के बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए नजरअंदाज किया गया।
बीसीसीआई के प्रमुख चयनकर्ता अजीत अगरकर के मुताबिक उन्हें इंग्लैंड में करुण नायर से थोड़े ज्यादा बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी। वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में नहीं चुने जाने के बाद 33 साल के करुण नायर को तब जोरदार झटका लगा, जब उन्हें दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ भारत ए स्क्वाड में जगह नहीं मिली।
याद दिला दें कि करुण नायर ने विदर्भ के लिए रणजी ट्रॉफी के पिछले दो सीजन में 1533 रन बनाए थे, जिसके कारण भारतीय टीम में उनकी वापसी हुई थी। नायर बेशक निराश हैं, लेकिन उन्होंने राष्ट्रीय टीम में वापसी की हिम्मत नहीं गंवाई है।
नायर ने तय किए कुछ लक्ष्य
नायर ने मौजूदा रणजी ट्रॉफी में कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करते हुए गोवा के खिलाफ शानदार शतक जमाया। उन्होंने नाबाद 174 रन बनाए, लेकिन दोहरा शतक जमाने से चूक गए। इस पारी के बारे में बात करते हुए नायर ने कहा, 'मैंने अपने लिए कुछ लक्ष्य तय किए हैं, जिसके बारे में मैं बात नहीं करना चाहता हूं। मगर इसके अलावा प्रमुख बात है कि अपनी टीम के लिए मैच जीतना चाहता हूं।'
मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज ने राष्ट्रीय चयनकर्ताओं द्वारा नजरअंदाज किए जाने पर अपनी निराशा को छुपाया नहीं। उन्होंने कहा, 'टीम से बाहर होना निराशाजनक है, लेकिन मैं जानता हूं कि पिछले दो साल में घरेलू क्रिकेट में जो प्रदर्शन किया, उसके कारण वहां रहने का हकदार हूं। लोगों के अपने विचार हो सकते हैं, लेकिन निजी तौर पर मुझे लगता है कि मैं ज्यादा मौके पाने का हकदार हूं।'
करुण नायर ने नहीं हारी हिम्मत
करुण नायर ने टीम प्रबंधन की तरफ से बातचीत में कमी के मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने कहा, 'टीम में कुछ लोगों से मेरी बातचीत काफी अच्छी है कि वो कैसा महसूस करते हैं। मैं सिर्फ रन बना सकता हूं। यह मेरा काम है। मेरे पास कहने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है।'
उन्होंने आगे कहा, 'मैं खुद से कहता हूं कि मैं एक सीरीज से ज्यादा समय पाने का हकदार हूं। मैं बस अपने आप से इतना ही कहता हूं और ज्यादा बातें दिमाग पर हावी नहीं होने देता हूं। मैं देश के लिए खेलना चाहता हूं। यही मेरा लक्ष्य है। अगर आप ऐसा नहीं कर सकते तो अगली चीज है कि जिस टीम के लिए खेल रहा हूं, उसे जीत दिलाने के लिए अपना पूरा जोर लगाऊं।'

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