बिलासपुर में शराब की दुकान हटाने के लिए अनोखे अंदाज में विरोध, चिता पर लेटा युवक
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में महात्मा गांधी के वेश में रहने वाले संजय सिंघानी अनशन पर हैं और चिता बनाकर उस पर लेट गए हैं। सिंघानी ने प्रशासन से कहा है या तो शराब की दुकानें (liquor shop in Bilaspur) हटा दें या फिर उनकी चिता में आग लगा दो।

बिलासपुर, जागरण आनलाइन डेस्क। महात्मा गांधी (Mahatama Gandhi) के वेश में रहने वाले शहर के संजय सिंघानी शराब की दुकान हटाने के लिए अनोखे अंदाज में विरोध कर रहे हैं। वह पिछले चार दिनों से चिता बनाकर बंधवापारा शराब दुकान के पास लेटा हुआ है और अनशन भी कर रहे है।
संजय सिंघानी का कहना है कि प्रशासन 2 दिसंबर तक या तो शराब की दुकान हटा दे या उनकी चिता को आग लगा दे। मालूम हो कि वे लगातार जिला प्रशासन से मोहल्ले से और स्कूल के पास शराब की दुकान को हटाने की मांग कर रहे हैं।
शराबियों व शरारती तत्वों की लगी रहती है भीड़
इस आंदोलन में मोहल्ले के लोगों के साथ-साथ स्कूली बच्चे भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। नगर निगम के सरकंडा क्षेत्र के अरविंद नगर बंधवापारा में शराब की दुकान संचालित की जा रही है, जहां शराब दुकान स्थित है, उसके 50 मीटर के दायरे में स्कूल व आवासीय क्षेत्र है। शराब की दुकान होने की वजह से चौक में चखने की दुकान भी लगी हुई है, जहां शराबियों व शरारती तत्वों की भीड़ लगी रहती है।
इस वजह से आए दिन यहां अपराध हो रहे हैं। ऐसे में इस जगह से शराब की दुकान हटाने के लिए चिता पर लेटकर अनोखे तरीके से धरना दे रहे हैं। मालूम हो कि इससे पहले भी वे शराबबंदी को लेकर नेहरू चौक पर धरने पर बैठ चुके हैं हालांकि वो बेअसर रहा।
जनदर्शन में की शिकायत पर कोई नतीजा नहीं
पिछले हफ्ते मोहल्ले में रहने वाले लोग शराब दुकान को हटाने की मांग को लेकर कलेक्टर की जनदर्शन में पहुंचे थे। इधर महिलाओं ने बताया कि चौक में रात भर शराब की अवैध बिक्री होती है, जिसमें आबकारी विभाग के उपनिरीक्षक, सेल्समैन व कर्मचारियों की मिलीभगत है।
विभाग की इस दुकान से कुछ स्थानीय लोगों को शराब मुहैया कराई जाती है, जो रात भर अवैध रूप से बिकती है। उन्होंने रात में शराब बेचने की सीसीटीवी फुटेज भी कलेक्टर को दी। लेकिन, इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

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