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    Pariksha Pe Charcha: कौन है प्रधानमंत्री के बगल में बैठी छात्रा? जिससे वीडियो में बात करते दिखे PM मोदी

    Updated: Mon, 29 Jan 2024 12:46 PM (IST)

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को दिल्ली के भारत मंडपम में परीक्षा पे चर्चा ( Pariksha Pe Charcha 2024 ) के 7वें संस्करण में शामिल हुए। इस दौरान सुकमा की एक छात्रा उमेश्वरी ओटी पीएम मोदी के साथ बैठी नजर आई। उमेश्वरी ने बस्तर का पारंपरिक परिधान घारण किया हुआ था। बता दें कि उमेश्वरी कक्षा 9वीं की छात्रा है और वह अभी सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ाई कर रही है।

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    कौन है प्रधानमंत्री के बगल में बैठी छात्रा? (Image: ANI)

    जागरण न्यूज डेस्क, रायपुर। Pariksha Pe Charcha 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को दिल्ली के भारत मंडपम में 'परीक्षा पे चर्चा' के 7वें संस्करण में शामिल हुए। यहां वह देशभर के 10वीं और 12वीं क्लास के छात्रों के तनाव को कम करने के लिए परीक्षा पे चर्चा कर रहे हैं। इस दौरान सुकमा की एक छात्रा उमेश्वरी ओटी पीएम मोदी के साथ बैठी नजर आई।

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    दरअसल, पीएम मोदी ने खुद ही उमेश्वरी को अपने पास बिठाने के लिए बुलाया था। इस अवसर पर उमेश्वरी ने बस्तर का पारंपरिक परिधान घारण किया हुआ था। बता दें कि उमेश्वरी कक्षा 9वीं की छात्रा है और वह अभी सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ाई कर रही है। उनके पिता बस्तर जिले के ही एक सरकारी स्कूल में शिक्षक है।

    परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का प्रसारण

    जानकारी के लिए बता दें कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में भी परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का प्रसारण किया गया है। इसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल शामिल हुए। 

    कांकेर के एक छात्र ने पूछा पीएम मोदी से सवाल

    कांकेर के जवाहर नवोदय विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र शेख तैफुर रहमान ने भी पीएम मोदी से सवाल पूछा। उनका सवाल था कि परीक्षा के दौरान अपने तनाव को कैसे कम करें? इस दौरान कई गलतियां होती है तो उससे बचे कैसे? छात्र के सवाल का पीएम मोदी ने जवाब दिया।

    पीएम मोदी ने कहा कि 'किसी भी शिक्षक के मन में जब ये विचार आता है कि मैं छात्र के इस तनाव को कैसे दूर करूं? अगर शिक्षक और छात्र का नाता परीक्षा के कालखंड का है तो सबसे पहले वो नाता सही करना चाहिए। छात्र के साथ आपका नाता पहले दिन से परीक्षा आने तक निरंतर बढ़ते रहना चाहिए तो शायद परीक्षा के दिनों में तनाव की नौबत ही नहीं आएगी। आज मोबाइल का जमाना है क्या कभी किसी छात्र ने आपको फोन किया है? जिस दिन आप पाठ्यक्रम से आगे निकलकर उससे नाता जोड़ोगे तो वो अपनी छोटी-मोटी समस्याओं में भी आपसे अपनी मन की बात करेगा।'

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