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    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल संग छठ महापर्व आयोजन समिति महादेव घाट रायपुर के प्रतिनिधि मण्डल ने की मुलाकात

    By Jagran NewsEdited By: Arijita Sen
    Updated: Wed, 26 Oct 2022 03:07 PM (IST)

    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल संग छठ महापर्व आयोजन समिति महादेव घाट रायपुर के प्रतिनिधि मंडल ने मंगलवार को मुलाकात की। इस दौरान समिति के प्रमुख राजेश कुमार सिंह भी उपस्थित रहे। उन्होंने मुख्यमंत्री को छठ पूजा में शामिल होने का आमंत्रण भी दिया।

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    भूपेश बघेल संग महादेव घाट रायपुर के प्रतिनिधि मण्डल के सदस्‍य

    रायपुर, जागरण आनलाइन डेस्‍क। छत्‍तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से उनके भिलाई स्थित निवास में मंगलवार को छठ महापर्व आयोजन समिति महादेव घाट रायपुर के प्रतिनिधि मंडल ने समिति के प्रमुख राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में सौजन्य मुलाकात की।

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    उन्होंने मुख्यमंत्री को खारुन नदी के महादेव घाट पर आयोजित होने वाले छठ पूजा में शामिल होने का आमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री ने उनके आमंत्रण को स्वीकार करते हुए कहा कि राजधानी रायपुर के पौराणिक हटकेश्वर महादेव धाम में पवित्र खारून नदी के महादेव घाट पर मनाया जाने वाले छठ पर्व का अपना एक विशेष आकर्षण है। उन्होंने आयोजन की सफलता के लिए छठ व्रतियों को शुभकामनाएं दी।

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    छठ पूजा आयोजन समिति के प्रमुख राजेश कुमार सिंह ने बताया कि चार दिवसीय छठ पूजा पर्व 28 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक मनाया जायेगा। इस वर्ष नहाय-खाय 28 अक्टूबर को मनाया जायेगा। लोहंडा एवं खरना 29 अक्टूबर, संध्या अर्ध्य 30 अक्टूबर और उषा अर्ध्य 31 अक्टूबर को होगा। अवसर पर संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, समिति के सदस्य सुनील सिंह, कन्हैया सिंह, शिवशंकर सिंह, अजय सिंह, अनिल सिंह और अन्य सदस्य उपस्थित थे।

    इससे पहले  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा और गौठान दिवस के अवसर पर बधाई और शुभकामनाएं दी और प्रदेश की सुख, समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना की। उन्‍होंने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि गोवर्धन पूजा लोकजीवन से जुड़ा त्यौहार है। 

    मालूम हो कि दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा की जाती है। इसे अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है। छत्तीसगढ़ में इस दिन गायों की पूजा करने की परम्परा रही है। ऐसे में सुबह-सुबह गायों को सजा-धजा कर उनकी पूजा कर उन्‍हें खिचड़ी खिलाई जाती है और गोधन के रूप में अमूल्य चीजों के लिए श्रद्धा और आभार प्रकट किया जाता है।

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