Chhattisgarh News: सूरजपुर जिले में महिला की दर्दनाक मौत, जंगली हाथी ने पैरों तले रौंदा
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में एक जंगली हाथी ने बुजुर्ग महिला को कुचलकर उसे मौत के घाट उतार दिया। हालांकि मृतक के परिजनों को राहत राशि प्रदान की गई है और बची हुई राशि के लिए औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।

कोरबा, भाषा। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में बृहस्पतिवार को एक बहुत ही दर्दनाक हादसा हो गया। वहां एक जंगली हाथी ने 62 वर्षीय महिला को कुचल कर मार डाला। संभागीय वन अधिकारी (सूरजपुर) संजय यादव ने बताया कि प्रतापपुर रेंज के गौरा गांव में वीवा बाराटो में महिला किसी काम से बाहर गई हुई थी। उसी दौरान हाथी ने उसे कुचल कर मार डाला।
परिजनों को मिलेगी राहत राशि
जानकारी के अनुसार अपने घर में सो रही वृद्धा सुबह पांच बजे शौच के लिए उठी लेकिन उसे दरवाजा खोलते ही बाहर एक जंगली हाथी दिखाई दिया। इससे पहले कि महिला कुछ समझ पाती उस जंगली हाथी ने उसपर हमला कर दिया और उसे नीचे पटक कर अपने पैरों से बुरी तरह से कुचल दिया। हाथी ने वृद्धा के पूरे शरीर क्षत-विक्षत कर दिया।
वन अमला मृतका के शव को पोस्टमार्टम कराने वाहन द्वारा प्रतापपुर लेकर गई। स्वास्थ्य केंद्र में बीएमओ डा. एके विश्वकर्मा, प्रतापपुर थाना के प्रधान आरक्षक धनेश्वर केरकेट्टा, वन अमला व मृतका के परिजनों की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम हुआ। संभागीय वन अधिकारी (सूरजपुर) संजय यादव ने कहा, "मृतक के बेटे को 25,000 रुपये की तत्काल राहत राशि प्रदान की गई है। शेष 5.75 लाख रुपये का मुआवजा सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद दिया जाएगा।" यादव ने बताया कि 35 जंबो का झुंड पिछले कुछ दिनों से इलाके में घूम रहा था जिसके कारण ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए कहा गया था।
तीन सालों में 220 लोगों की मौत
पुलिस को पहले ही जानकारी मिल चुकी थी कि 35 हाथियों के झुंड से एक हाथी दूसरी ओर मुड़ गया है। लेकिन इससे पहले कि विभाग अधिकारी इस बात की जानकारी गांव वालों को देते हाथी ने उस महिला को अपना शिकारी बना लिया था। राज्य के उत्तरी भाग, मुख्य रूप से सरगुजा, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर और बलरामपुर जिलों में हाथी और स्थानीय लोगों के बीच का संघर्ष पिछले एक दशक से चिंता का एक प्रमुख कारण रहा है। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, पिछले तीन सालों में राज्य में हाथियों के हमले में कुल 220 लोगों की मौत हो चुकी है।
दहशत में ग्रामीण
हाल ही में इन हाथियों के झुंड ने ग्राम मोहरसोप में एक ग्रामीण के घर में तोड़-फोड़ करके उसका पूरा अनाज चट कर दिया था। किसी तरह घर के मालिक ने अपने आप को छिपाकर रखा और अपनी जान बचाई। ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों के झुंड से ग्रामीण भय व दहशत के वातावरण में जिंदगी बिता रहे हैं। उनका कहना है कि गांव में किसी भी वक्त हाथियों के आ धकमने का भय बना रहता है।
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