₹17 हजार करोड़ की शॉपिंग में वेदांता को क्या-क्या मिलेगा? JP Associates की संपत्तियां गिनते थक जाएंगे
गौतम अदाणी को पछाड़कर जयप्रकाश एसोसिएट्स को वेदांता ने 17000 करोड़ में खरीदा है। ऐसे में वेदांता को इस खरीद के बाद जयप्रकाश एसोसिएट्स के जेपी ग्रीन्स जेपी विशटाउन जेपी इंटरनेशनल स्पोर्ट्स सिटी जैसे रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स हैं वह मिलेंगे? इसके अलावा मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में सीमेंट प्लांट और कई होटल्स भी शामिल हैं। वेदांता के मालिक अनिल अग्रवाल की दिलचस्पी इन्हीं संपत्तियों में है!

नई दिल्ली। जयप्रकाश एसोसिएट्स को खरीदने की बोली में गौतम अदाणी को बोली में पीछा छोड़ने वाली वेदांता चर्चा में है। इसके चेयरमैन अनिल अग्रवाल हैं। जब जयप्रकाश एसोसिएट्स के अधिग्रहण की बोली की पहली बार शुरुआत हुई थी तब यह ₹12,000 करोड़ के न्यूनतम मूल्य की बोली से हुई थी।
लेकिन यह बढ़ते-बढ़ते 17,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। ऐसे में अदाणी ग्रुप तो पीछे हो गया लेकिन वेदांता ने तब भी हार नहीं मानी और डील डन कर दी।
ऐसे में मन में सवाल उठता है कि जयप्रकाश एसोसिएट्स के पास ऐसा क्या-क्या है जिसने वेदांता के मालिक अनिल अग्रवाल को 17 हजार करोड़ की शॉपिंग करने का हौसला दिया। तो चलिए बारी-बारी से जानते हैं वेदांता को क्या-क्या मिलेगा? जयप्रकाश एसोसिएट्स के फैले पूरे साम्राज्य की थाह लेते हैं।
कहां-कहां हैं जयप्रकाश एसोसिएट्स (JAL) की प्रमुख संपत्तियां
जेएएल के पास ग्रेटर नोएडा में जेपी ग्रीन्स, नोएडा में जेपी ग्रीन्स विशटाउन का एक हिस्सा (दोनों राष्ट्रीय राजधानी के बाहरी इलाके में) और जेपी इंटरनेशनल स्पोर्ट्स सिटी जैसी प्रमुख रियल एस्टेट प्रोजेक्ट हैं, जो आगामी जेवर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास है।
इसके दिल्ली-एनसीआर में तीन कॉमर्शियल/इंडस्ट्रियल ऑफिस, जबकि होटल दिल्ली-एनसीआर, मसूरी और आगरा में 5 संपत्तियां हैं। जेएएल के मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में चार सीमेंट प्लांट हैं और मध्य प्रदेश में कुछ पट्टे पर ली गई चूना पत्थर की खदानें हैं।
हालांकि, ये सीमेंट संयंत्र चालू नहीं हैं। इसने जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड, यमुना एक्सप्रेसवे टोलिंग लिमिटेड, जेपी इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट लिमिटेड और कई अन्य कंपनियों सहित सहायक कंपनियों में भी निवेश किया है।
रियल एस्टेट क्षेत्र में जयप्रकाश एसोसिएट्स
रियल एस्टेट क्षेत्र में कंपनी की अहम पकड़ है, खासकर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में। इसके प्रमुख प्रोजेक्ट्स में यमुना एक्सप्रेसवे पर स्थित 2,470 एकड़ में फैली जेपी इंटरनेशनल स्पोर्ट्स सिटी, ग्रेटर नोएडा में 452 एकड़ की जेपी ग्रीन्स, और नोएडा में 1,063 एकड़ की विशटाउन टाउनशिप शामिल हैं।
इन प्रोजेक्ट में गोल्फ कोर्स, क्लब, रिसॉर्ट, स्पा, और वाणिज्यिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त, कंपनी का सुविधा प्रबंधन व्यवसाय भी लगभग 200 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न करता है।
सीमेंट क्षेत्र में जयप्रकाश एसोसिएट्स
सीमेंट उद्योग में जेएएल के पास मध्य प्रदेश में जैसे रीवा, चुनार और चुर्क प्लांटहै। इसके अलावा इनके पास चूना पत्थर की खदानें और 279 मेगावाट की कैप्टिव पावर क्षमता है।
जयप्रकाश एसोसिएट्स के होटल और रिजॉर्ट
जेएएल के पास दिल्ली, आगरा, मसूरी और ग्रेटर नोएडा में जेपी वसंत कॉन्टिनेंटल, जेपी सिद्धार्थ, जेपी पैलेस आगरा और जेपी ग्रीन्स गोल्फ रिजॉर्ट हैं।
इंजीनियरिंग और निर्माण (E&C) क्षेत्र में जयप्रकाश एसोसिएट्स
इंजीनियरिंग और निर्माण (E&C) क्षेत्र के प्रमुख प्रोजेक्ट में मध्य प्रदेश की नईगढ़ी सूक्ष्म सिंचाई योजना, तेलंगाना की अलीमिनेती माधव रेड्डी प्रोजेक्ट, भूटान की पुनात्सांगछू-II (1020 मेगावाट) और नेपाल की अरुण-3 प्रोजेक्ट (900 मेगावाट) हैं।
समूह कंपनियों जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड में 24% हिस्सेदारी शामिल है, जिसकी संपत्तियों में 1,320 मेगावाट का निग्री पावर प्लांट, 500 मेगावाट का बीना पावर प्लांट और 400 मेगावाट का विष्णुप्रयाग जल विद्युत संयंत्र हैं। जेएफआईएल और उसकी सहायक कंपनियों जैसे जेपी उत्तर भारत विकास प्रा. लि., केएफसीएल और बीजेसीएल में भी अच्छी-खासी हिस्सेदारी है।
जयप्रकाश एसोसिएट्स का इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट
अन्य निवेश में हिमालय एक्सप्रेसवे, यमुना एक्सप्रेसवे टोलिंग, जेपी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और अन्य कंपनियों में 100% हिस्सेदारी है।
इन परिसंपत्तियों का सामूहिक मूल्य जेएएल को एक विविध और मजबूत समूह बनाता है, जिसकी परिसंपत्ति संरचना किसी भी निवेशक या खरीदार के लिए रणनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है।
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