'दवा पर 100 फीसदी टैरिफ लगेगा...' ट्रंप के नए एलान से फार्मा शेयरों में खलबली, इन 5 स्टॉक पर दिखा बड़ा असर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Trump Tariffs) द्वारा ब्रांडेड और पेटेंट दवाओं पर 100% टैरिफ लगाने की घोषणा से भारतीय फार्मा कंपनियों के शेयरों में हलचल दिख सकती है। Aurobindo Pharma Share Sun Pharma Share Price Gland Pharma Share ल्यूपिन और Cipla जैसे स्टॉक फोकस में रहेंगे। ट्रंप ने पहले टैरिफ को 250% तक बढ़ाने की चेतावनी दी थी।

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप (Trump Tarrifs) ने 1 अक्टूबर से अमेरिका में आने वाली ब्रांडेड और पेटेंट दवाओं (Tarrifs on Pharma) पर 100% टैरिफ लगाने की घोषणा की है।
ऐसे में आज जब शेयर बाजार खुलेगा तो भारतीय फार्मा कंपनियों (Pharma Stock) के शेयर शुक्रवार, 26 सितंबर को धड़ाम हो गए। इन स्टॉक में अरबिंदो फार्मा (Aurobindo Pharma), सन फार्मा (Sun Pharma Share) से लेकर Gland Pharma Share, Lupin, Cipla जैसी कंपनियों के स्टॉक रहे।
सबसे ज्यादा किस फार्मा स्टॉक में गिरावट
Lupin शेयर आज शेयर बाजार खुलते ही करीब 3 फीसदी फिसल कर 1918.60 रुपये पर ट्रेड कर रहे हैं। वहीं Arvindo Pharma आज 1.91 फीसदी गिरावट के साथ 1,076 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा है। मैनकाइंड फार्मा में भी 3.30 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
सन फार्मा के शेयर करीब 3.8 फीसदी टूटकर 1580 पर कारोबार कर रहा है। Cipla शेयर 2 फीसदी टूटा। नैट्को फॉर्मा 5 फीसदी, Strides Pharma Science वहीं 6 फीसदी टूटा, बॉयोकॉन 4 फीसदी, ग्लैनफार्मा 3.7%, डिविलैब 3%, IPCA लैब 2.5% और Zydus life 2 % गिरे।
पिछले एक महीने में, निफ्टी फार्मा इंडेक्स में 2% की गिरावट आई है, जबकि सिप्ला, डिवीज़ लैबोरेटरीज और अजंता फार्मा जैसे शेयरों में 5% से 6% तक की गिरावट आई है।
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हालांकि, यह उपाय उन कंपनियों पर लागू नहीं होगा जो वर्तमान में अमेरिका में अपने दवा निर्माण प्लांट लगा रही हैं या जिनके पास पहले से ही प्लांट मौजूद हैं।
अगस्त में, ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि अमेरिका में फार्मा इंपोर्ट पर टैरिफ 250% तक पहुंच सकता है। उन्होंने कहा था कि वह शुरुआत में "छोटे टैरिफ" से शुरुआत करेंगे और धीरे-धीरे इसे 150% और फिर 250% तक बढ़ाएंगे।
अमेरिकी वाणिज्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए फार्मास्युटिकल क्षेत्र की धारा 232 के तहत जांच की जा रही थी।
वाणिज्य विभाग ने कहा, "दवाएँ, जैसे कि डॉक्टर के पर्चे वाली दवाएं, बिना डॉक्टर के पर्चे वाली दवाएं, बायोलॉजिक्स और विशेष दवाएं, इस जाँच के दायरे में नहीं आएंगी क्योंकि उन आयातों की जांच एक अलग धारा 232 जाँच के तहत की जा रही है।"
नई जांच में उन वस्तुओं की लिस्ट भी शामिल है जिन पर हाई टैरिफ लग सकता है, जिसमें सर्जिकल मास्क, N95 रेस्पिरेटर, दस्ताने और सिरिंज व सुई सहित अन्य चिकित्सा उपकरण शामिल हैं।
"शेयर से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"
(डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)
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