Tata Capital IPO कल खुलेगा, कितना होगा फायदा; एक्सपर्ट ने बताया पैसा लगाएं या नहीं?
टाटा कैपिटल का IPO कल (Tata Capital IPO) खुलेगा। आनंद राठी के एक्सपर्ट्स के अनुसार टाटा कैपिटल भारत की तीसरी सबसे बड़ी डाइवर्सिफाइड NBFC है और टाटा ग्रुप की मजबूत ब्रांड वैल्यू इसकी ताकत है। कंपनी का लोन पोर्टफोलियो विविध और स्थिर है। FY23 से FY25 तक लोन पोर्टफोलियो में 37.3% CAGR की बढ़त हुई है।

नई दिल्ली। कल Tata Capital IPO खुलने वाला है। नवंबर 2023 के टाटा टेक्नोलॉजीज के बाद यह हाल के साल में टाटा समूह की दूसरी लिस्टिंग होगी। यदि आप टाटा कैपिटल IPO में पैसा लगाने का सोच रह हैं तो यहां हमने आनंद राठी के एक्सपर्ट से बात की है ताकि आप समझ सके कि इस टाटा कैपिटल IPO में पैसा लगाना ठीक रहेगा या नहीं। साथ ही हम आपको टाटा कैपिटल IPO से जुड़ी प्राइस बैंड, GMP जैसी 10 मुख्य बातें यहां बता रहे हैं।
1. Tata Capital IPO प्राइस बैंड
Tata Capital IPO प्राइस बैंड 310 रुपये से 326 रुपये प्रति शेयर तय की गई है।
2. IPO साइज
IPO का कुल निर्गम आकार 15,512 करोड़ रुपये है।
3. कब खुलेगा, कब बंद होगा: डेट
टाटा कैपिटल आईपीओ 6-8 अक्टूबर के दौरान सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा।
4. अलॉटमेंट डेट
कंपनी के शेयर गुरुवार, 9 अक्टूबर तक अलॉटमेंट होने की संभावना है।
5. लिस्टिंग डेट
शेयर लिस्टिंग सोमवार, 13 अक्टूबर को बीएसई और एनएसई दोनों पर होने वाली है।
6. Tata Capital IPO GMP
ग्रे मार्केट की गतिविधियों पर नजर रखने वाले प्लेटफॉर्म्स के अनुसार, कंपनी के शेयरों का अनियमित बाजार में लगभग 2 फीसदी का GMP चल रहा है। इन्वेस्टरगेन ने कंपनी के शेयरों के लिए 8 रुपये का उशझ बताया है, जो 2.45 प्रतिशत की लिस्टिंग गेन बताता है।
7. एंकर निवेशक
कंपनी ने 68 घरेलू और वैश्विक संस्थागत निवेशकों से 4,642 करोड़ रुपये एकत्र किए, जिसमें एंकर बुक में आवंटित राशि से लगभग पांच गुना अधिक मांग देखी गई।
8. कहां उपयोग होगी IPO से मिली रकम
आईपीओ से प्राप्त राशि का उपयोग कंपनी के टियर-1 पूंजी आधार को मजबूत करने, भविष्य की पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने, जिसमें आगे ऋण देना भी शामिल है, के लिए किया जाएगा।
9) वित्तीय आंकड़े
वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए, टाटा कैपिटल ने 3,655 करोड़ रुपये का कर-पश्चात लाभ (पीएटी) दर्ज किया, जो वित्त वर्ष 24 में 3,327 करोड़ रुपये था। इसका रेवेन्यू भी पिछले वित्त वर्ष के 18,175 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 25 में 28,313 करोड़ रुपये हो गया।
10) क्या आपको IPO में पैसा लगाना चाहिए?
यह जानने के लिए हमने आनंद राठी के विशेषज्ञ से बात की है। उनके मुताबिक टाटा कैपिटल भारत की तीसरी सबसे बड़ी डाइवर्सिफाइड NBFC (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी) है, जिसके कुल ग्रॉस लोन ₹2,33,400 करोड़ तक पहुंच चुके हैं (30 जून, 2025 तक)। टाटा ग्रुप की 150 सालों से ज्यादा की विरासत और मजबूत ब्रांड वैल्यू कंपनी की बड़ी ताकत है।
टाटा कैपिटल की लोन बुक में 87.5% हिस्सेदारी रिटेल और SME ग्राहकों की है, जिससे इसका पोर्टफोलियो काफी विविध और स्थिर बना हुआ है। कंपनी की ग्रोथ दर भी तेज है। FY23 से FY25 तक इसके लोन पोर्टफोलियो में 37.3% CAGR की बढ़त हुई है।
IPO की कीमत पर कंपनी का P/E रेश्यो 32.3x और P/B रेश्यो 3.5x है, जो दिखाता है कि यह IPO पूरी तरह से प्राइस्ड है। फिर भी, इसकी मजबूत डिजिटल रणनीति, जोखिम प्रबंधन, और ब्रांच नेटवर्क इसे लंबी अवधि के लिए आकर्षक निवेश विकल्प बनाते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि टाटा कैपिटल का IPO लंबी अवधि के निवेशकों के लिए ‘सब्सक्राइब’ करने लायक है, खासकर उन लोगों के लिए जो स्थिरता और ग्रोथ दोनों चाहते हैं। कंपनी की डिजिटल उपस्थिति 1,500 से ज्यादा ब्रांचेस और AI-सपोर्टेड कलेक्शन और अंडरराइटिंग मॉडल इसे भविष्य के लिए तैयार बनाते हैं।
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इस हफ्ते खुलने वाले सभी IPO पर नजर
नोट - यहां सभी आईपीओ के जीएमपी यानी ग्रे-मार्केट प्रीमियम इंवेस्टरगेन पोर्टल के अनुसार बताए गए हैं, जो कि कंपनी की लिस्टिंग तक घट या बढ़ सकते हैं। विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
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(डिस्क्लेमर: यहां IPO को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)
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