अगले हफ्ते Nifty के लिए ये लेवल अहम, आएगी तेजी या फिसलेगा Index, जानिए एक्सपर्ट्स की राय
इस सप्ताह Nifty में गिरावट रही जो 25600 के प्रतिरोध को पार करने में विफल रहा और 25200 से नीचे बंद हुआ। 25600-25800 का स्तर Nifty के लिए एक बड़ी बाधा है। 25000 पर सपोर्ट है जिसके टूटने पर 24500 तक गिरावट आ सकती है। जानकारों का कहना है कि फिलहाल Share Market में रिकवरी का उपयोग Long Position को कम करने के लिए किया जाना चाहिए।

नई दिल्ली। Nifty Outlook: घरेलू शेयर बाजार (Stock Market) में एक और सप्ताह गिरावट वाला रहा, जिसमें निफ्टी (Nifty) एक सीमित दायरे में ही रहा और इसे कोई स्पष्ट दिशा नहीं मिली। कई कोशिशों के बावजूद, Nifty 25,600 के करीब एक अहम अड़चन को पार करने में विफल रहा और हफ्ते के अंत में 25,200 के स्तर से नीचे फिसल गया, और लगभग 1% की साप्ताहिक गिरावट के साथ बंद हुआ। लेकिन अब बड़ा सवाल ये है कि अगले हफ्ते Nifty और Bank nifty की चाल क्या रह सकती है? इस समय चार्ट क्या कह रहा है? बता रहे हैं आनंद राठी ग्रुप के इक्विटी रिसर्च के सीनियर मैनेजर जिगर एस पटेल...
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Small Cap और Mid Cap में भी हुई बिकवाली
बीते हफ्ते व्यापक बाजारों (स्मॉल और मिड कैप सेगमेंट) में और भी अधिक गिरावट देखी गई। इनमें मिडकैप और स्मॉलकैप दोनों सूचकांकों में 1% से अधिक की कमजोरी आई, जिसका मुख्य कारण रहा किसी भी तरह का कोई पॉजिटिव संकेत न मिलना।
Nifty के लिए कहां है अड़चन
लगातार दूसरे सप्ताह, निफ्टी 25,600-25,800 के रेजिस्टेंस लेवल को पार करने में नाकामयाब रहा। यह लेवल टेक्निकली अहम है क्योंकि यह अक्टूबर 2024 की शुरुआत से गैप-डाउन जोन के साथ मेल खाता है। अक्टूबर 2024 की शुरुआत वह अवधि है जब बाजार ने एक प्रमुख टॉप बनाया था।
इसी के नतीजे में यह लेवल एक प्रमुख अड़चन बना हुआ है। जब तक इस क्षेत्र के ऊपर कोई बड़ा ब्रेकआउट नहीं होता, तब तक एक स्थायी अपट्रेंड या कोई तेज उछाल आना असंभव जैसा है।
निवेशकों के लिए क्या है सलाह
नीचे की ओर 25,000 का लेवल Nifty के लिए बड़ा सपोर्ट है, जिसे शॉर्ट टर्म चार्ट पर बढ़ती ट्रेंडलाइन का सपोर्ट भी मिला हुआ है। इस लेवल से नीचे जाने पर एक गिरावट का चरण शुरू हो सकता है, जो संभवतः Nifty को 24,500 जोन की ओर ले जा सकता है।
वहीं इसके उलट यदि ये सपोर्ट बना रहता है, तो शॉर्ट टर्म उछाल की उम्मीद बनी हुई है। हालाँकि, इस तरह की रिकवरी का उपयोग लॉन्ग पोजीशन (Long Position) को कम करने के लिए किया जाना चाहिए, क्योंकि स्मॉल-मिड सेगमेंट में मजबूत भागीदारी का अभाव है और इंडेक्स में अभी तक कोई बड़ी गिरावट नहीं आई है।
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(डिस्क्लेमर: यहां शेयर बाजार को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)
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