Nifty के लिए 26000 बना अहम सपोर्ट, नए साल वाले हफ्ते में कहां से आएगी तेजी; एक्सपर्ट से जानें अहम लेवल
भारतीय शेयर बाजार में बीते हफ्ते कंसोलिडेशन रहा, ट्रेडिंग वॉल्यूम कम रहा। निफ्टी 26,000-26,200 के दायरे में रहा। आनंद राठी ग्रुप के जिगर एस पटेल के अन ...और पढ़ें

नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजारों में बीते हफ्ते सीमित कारोबार के चलते कंसोलिडेशन का दौर बना रहा। क्रिसमस की छुट्टियों और साल के अंत में पोर्टफोलियो री-बैलेंसिंग के कारण ट्रेडिंग वॉल्यूम दबाव में रहा। इस दौरान निफ्टी 26,000-26,200 के दायरे में घूमता रहा। यह बाजार में पसा लगाने वालों क बीच अनिश्चितता और वेट-एंड-वॉच रणनीति को दिखाता है।
अब अगला हफ्ता शेयर बाजार (Stock Market Outlook) के लिए कैसा रहने की उम्मीद है, आइए जानते हैं आनंद राठी ग्रुप के इक्विटी रिसर्च के सीनियर मैनेजर जिगर एस पटेल से...
जिगर एस पटेल के मुताबिक आईटी और फाइनेंशियल सेक्टर के चुनिंदा दिग्गज शेयरों में बिकवाली के चलते तेजी पर ब्रेक लगा रहा, हालांकि ब्रॉडर मार्केट ने अपेक्षाकृत मजबूती दिखाई। मेटल, डिफेंस और रेलवे जैसे सेक्टर्स में चुनिंदा खरीदारी देखने को मिली, जिससे यह साफ है कि निवेशकों की रणनीति फिलहाल स्टॉक-स्पेसिफिक और बॉटम-अप अप्रोच पर आधारित है।
अर्निंग सीजन पर टिकी नजरें
कम वोलैटिलिटी और लगातार एफआईआई आउटफ्लो के बावजूद, अहम सपोर्ट लेवल्स बने रहे, जो इस बात का संकेत है कि मुख्य अपट्रेंड अभी भी संरचनात्मक रूप से सुरक्षित है। निफ्टी ने सप्ताह का अंत लगभग 26,045 के स्तर पर किया, और अब नजरें आने वाले अर्निंग सीजन पर टिकी हैं।
क्या है टेक्निकल व्यू?
तकनीकी तौर पर, सप्ताह की शुरुआत गैप-अप ओपनिंग के साथ हुई और निफ्टी 26,250 के आसपास तक पहुंचा, लेकिन 26,300 के मजबूत रेजिस्टेंस को पार करने में एक बार फिर नाकाम रहा। गैप के भरने के बाद अब बाजार का फोकस 26,000 के अहम सपोर्ट पर है। 26,000 के नीचे टिकाऊ ब्रेक आने पर निफ्टी में कंसोलिडेशन लंबा खिंच सकता है या 25,700 तक करेक्शन देखने को मिल सकता है।
वहीं, 26,300 के ऊपर निर्णायक ब्रेकआउट मिलने पर इंडेक्स में तेजी आकर 26,500 तक की तेजी संभव है। जब तक स्पष्ट ब्रेकआउट या ब्रेकडाउन नहीं मिलता, तब तक इंडेक्स-आधारित आक्रामक पोजिशन से बचना ही बेहतर रहेगा।
ब्रॉडर मार्केट का प्रदर्शन
सकारात्मक संकेत यह है कि ब्रॉडर मार्केट ने मजबूत रिकवरी दिखाई है और फ्रंटलाइन इंडेक्स की तुलना में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। यह ट्रेंड दर्शाता है कि क्वालिटी स्टॉक्स में चयनात्मक निवेश की रणनीति फिलहाल ज्यादा कारगर बनी हुई है।
बैंक-निफ्टी के क्या हैं अहम लेवल?
बैंक निफ्टी (Bank Nifty) अभी भी कमजोर और दिशा की कमी से जूझ रहा है। इंडेक्स 59,500-58,900 के दायरे में सीमित रहा। 59,800-60,000 का जोन मजबूत रेजिस्टेंस बना हुआ है। नीचे की ओर 58,900-58,500 इस्टैंट सपोर्ट है, जिसके टूटने पर 58,000 तक गिरावट संभव है।
कुल मिलाकर, बैंक निफ्टी फिलहाल साइडवेज फेज में है। इसमें स्पष्ट ट्रेंड तभी बनेगा जब इंडेक्स 60,000-60,500 के ऊपर टिके या फिर 58,500 के नीचे कोई निर्णायक ब्रेकडाउन दे।
यह भी पढ़ें- अदाणी की इन 5 कंपनियों ने 2025 में किया मालामाल, दिया MF से ज्यादा रिटर्न; चेक करें लिस्ट में कौन-कौन से शेयर
"शेयर से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"
(डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट पर आधारित है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।