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    ITC और Swiggy ने घोषित किए दूसरी तिमाही के नतीजे, आईटीसी का मुनाफा मामूली बढ़ा, स्विगी का घाटा इतना बढ़ा

    Updated: Thu, 30 Oct 2025 06:18 PM (IST)

    आईटीसी लिमिटेड और स्विगी ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही के नतीजे घोषित किए। आईटीसी का मुनाफा मामूली बढ़ा, जबकि स्विगी का घाटा बढ़ गया, लेकिन आमदनी में उछाल आया। आईटीसी का मुनाफा 2% बढ़कर ₹5,180 करोड़ रहा, जबकि स्विगी का घाटा ₹1,092 करोड़ रहा। स्विगी ₹10,000 करोड़ का फंड जुटाने की तैयारी में है।

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    मुंबई। एफएमसीजी दिग्गज आईटीसी लिमिटेड और फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (जुलाई–सितंबर 2025) के नतीजे घोषित किए। दोनों कंपनियों के प्रदर्शन में विपरीत रुझान देखने को मिला, जहां आईटीसी ने स्थिर मुनाफा दर्ज किया, वहीं स्विगी का घाटा बढ़ गया, हालांकि उसकी आमदनी में तेज उछाल देखने को मिला।

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    आईटीसी Q2FY26 नतीजे

    आईटीसी लिमिटेड का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 2% बढ़कर ₹5,180 करोड़ रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही में ₹5,078 करोड़ था। हालांकि, कंपनी की ऑपरेटिंग आय 2% घटकर ₹19,382 करोड़ रही, जो एक साल पहले ₹19,859 करोड़ थी।

    कंपनी के मुताबिक, गैर-सिगरेट एफएमसीजी और होटल सेगमेंट में कमजोरी की वजह से कुल राजस्व पर असर पड़ा है।

    सिगरेट कारोबार बना मुख्य सहारा

    कंपनी का सिगरेट व्यवसाय अब भी प्रमुख आय स्रोत बना हुआ है। इस सेगमेंट की आय 6.7% बढ़कर ₹8,723 करोड़ रही, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह ₹8,177 करोड़ थी। स्थिर मूल्य निर्धारण और बेहतर वॉल्यूम्स ने इस बढ़ोतरी में योगदान दिया।

    आईटीसी का EBITDA 2.1% बढ़कर ₹6,252 करोड़ रहा और ऑपरेटिंग मार्जिन 32.8% से बढ़कर 34.7% पर पहुंच गया।

    कोलकाता स्टॉक एक्सचेंज से डीलिस्टिंग

    कंपनी के बोर्ड ने कोलकाता स्टॉक एक्सचेंज (CSE) से स्वैच्छिक डीलिस्टिंग (Voluntary Delisting) को मंजूरी दे दी है। आईटीसी ने बताया कि यह कदम SEBI (Delisting of Equity Shares) Regulations, 2021 के नियमों के अनुरूप है।

    हालांकि, कंपनी के शेयर एनएसई (NSE) और बीएसई (BSE) पर सूचीबद्ध रहेंगे, जिससे निवेशकों को देशभर में ट्रेडिंग की सुविधा मिलती रहेगी।

     

    अमिताभ कांत बने स्वतंत्र निदेशक

    आईटीसी ने भारत के पूर्व G20 शेरपा और नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत को स्वतंत्र निदेशक नियुक्त किया है। उनका कार्यकाल 1 जनवरी 2026 से पांच वर्ष का होगा। उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार, यह नियुक्ति कंपनी के दीर्घकालिक विविधीकरण रणनीति को मजबूती देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। आईटीसी के शेयर गुरुवार को 0.5% गिरकर ₹419.35 पर बंद हुए।

     

    स्विगी Q2FY26 नतीजे: राजस्व में तेजी, घाटा भी बढ़ा

    फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स कंपनी स्विगी का सितंबर तिमाही में घाटा बढ़ गया। कंपनी ने बताया कि Q2FY26 में इसका शुद्ध घाटा ₹1,092 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹626 करोड़ था। जून 2025 तिमाही की तुलना में ₹1,197 करोड़ घाटा रहा, नुकसान में थोड़ी कमी आई है।

     

    कंपनी की कंसॉलिडेटेड आय 54.4% बढ़कर ₹5,561 करोड़ रही, जो पिछले साल ₹3,601 करोड़ थी। तिमाही दर तिमाही आधार पर आय में 12.1% की वृद्धि दर्ज की गई।

    फंड जुटाने की तैयारी

    स्विगी ने कहा कि वह ₹10,000 करोड़ तक का फंड जुटाने पर विचार कर रही है, जिसमें QIP समेत अन्य माध्यमों से पूंजी जुटाई जा सकती है।


    कंपनी का कहना है कि यह कदम बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच बैलेंस शीट को मजबूत करने और वित्तीय लचीलापन बनाए रखने के लिए उठाया जा रहा है।

    स्विगी के शेयर नतीजों से पहले 0.20% गिरकर ₹418.10 पर बंद हुए।

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    (डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)