कोरोना महामारी में पैसों का संकट आए तो ऐसे करें मैनेज, ये टिप्स आएंगे आपके काम
अक्सर लोगों के पास इमरजेंसी फंड नहीं होता है। हालांकि इस महामारी से एक सबक ये लिया जा सकता है कि एक इमरजेंसी फंड का होना बहुत जरूरी है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। कोरोना वायरस के प्रकोप से दुनिया भर की अर्थव्यवस्था बेपटरी हो गई है। उद्योग, धंधों के बंद होने से लाखों लोग बेरोजगार हो गए हैं। भारत में भी यह संख्या तेजी से बढ़ रही है। कोरोना वायरस संकट केवल एक स्वास्थ्य संकट न होकर इसने मानव जाति को हर तरह से मुश्किल में डाल दिया है। देश की ज्यादातर कंपनियां वेतन कटौती, छंटनी कर रही हैं। ऐसे में इस अप्रत्याशित संकट से निपटने के लिए कुछ चीजें हैं जो आपको भी सीखनी चाहिए।
1- इमरजेंसी फंड का होना बेहद जरूरी: अक्सर लोगों के पास इमरजेंसी फंड नहीं होता है। हालांकि, इस महामारी से एक सबक ये लिया जा सकता है कि एक इमरजेंसी फंड का होना बहुत जरूरी है। बिना इमरजेंसी फंड वाले लोगों की नौकरी चली जाने के बाद या वेतन में कटौती के बाद वित्तीय संकट से गुजरना होगा, क्योंकि वे एमआई, बिल आदि को चुकाने में सक्षम नहीं होंगे।
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2- स्वास्थ्य बीमा जरूरी: कोरोनावायरस एक अभूतपूर्व स्वास्थ्य संकट है जिसने दुनिया भर में लाखों लोगों की जान ले ली है। इसने कई देशों की स्वास्थ्य सेवाओं की कमर तोड़कर रख दी है। इसलिए ऐसे समय में आपके पास एक स्वास्थ्य बीमा होना चाहिए। स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी खरीदने का एक कारण यह है कि आपके नियोक्ता द्वारा दिया गया बीमा कवर, छंटनी/नौकरी छूटने की स्थिति में अप्रभावी नहीं होगा।
3- आय के एक स्रोत से काम नहीं चलने वाला: क्या आपने कभी सोचा है कि करोड़पति, अरबपतियों के पास आय के कई स्रोत क्यों हैं? ऐसा इसलिए है क्योंकि जीवन अप्रत्याशित है और कई स्रोतों के होने से यह सुनिश्चित होता है कि संकट के समय, आपके पास भरोसा करने के विकल्प होंगे। जो लोग आय के लिए पूरी तरह से एक नौकरी पर निर्भर होते हैं, वे अक्सर आर्थिक संकट से जूझते हैं।
यदि आप अपनी आय के प्राथमिक स्रोत को खो देते हैं, तो आप अपने मासिक खर्चों को चलाने में बहुत दिक्कत आएगी। यदि आप अभी भी केवल एक आय स्रोत पर निर्भर हैं, तो आपके लिए इस पर विचार करने का समय आ गया है। अन्य विकल्पों के माध्यम से आय जुटाने के तरीकों पर गौर करें, जैसे अंशकालिक नौकरियां, फ्रीलांसिंग, ऑनलाइन सामग्री निर्माण, किराए पर पैसा आदि।