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    Home Loan ट्रांसफर के फायदों के साथ हैं नुकसान भी, जानें CIBIL पर क्या पड़ता है असर

    अपने होम लोन का बैलेंस ट्रांसफर (Home Loan Balance Transfer) कराने से आपकी ईएमआई घट सकती है। आप अपने होम लोन बैलेंस को ऐसे बैंक में ट्रांसफर कराएं जहां ब्याज दर मौजूदा बैंक से कम हो। लॉन्ग-टर्म में आपको इससे काफी बचत होगी। पर इसके कुछ भी नुकसान भी हो सकते हैं जिनमें एडिशनल चार्ज शामिल हैं।

    By Kashid Hussain Edited By: Kashid Hussain Updated: Tue, 26 Aug 2025 04:08 PM (IST)
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    होम लोन ट्रांसफर के फायदे और नुकसान दोनों हैं

    नई दिल्ली। क्या आप होम लोन चुका रहे हैं? अगर हां, तो आपको पता होगा कि कई तरह के उतार-चढ़ाव के चलते होम लोन की ब्याज दरें समय-समय पर बदलती हैं। इसीलिए घर के मालिक हमेशा कम ब्याज दरों वाली बेहतर डील की तलाश में रहते हैं। एक ऑप्शन, जो होम लोन उधारकर्ताओं के लोन की ब्याज दर को घटाकर उनकी EMI कम कर सकता है, वो है होम लोन की बकाया राशि को एक बैंक या लोन कंपनी से दूसरे में ट्रांसफर (Home Loan Balance Transfer) करना।

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    सुनने में यह ऑप्शन अच्छा लग सकता है, लेकिन ऐसा कोई भी कदम उठाने से पहले होम लोन ट्रांसफर के फायदे (Lower EMI & Interest Savings) और नुकसान को समझना जरूरी है।

    होम लोन ट्रांसफर के क्या हैं फायदे

    कम ब्याज दर का फायदा

    लोन बैलेंस ट्रांसफर का ऑप्शन चुनने का एक प्रमुख कारण कम ब्याज दरों का लाभ है। आप किसी बैंक से (जो आपके मौजूदा लोन की ब्याज दर से कम दर पर लोन ऑफर कर रहा हो) कॉन्टैक्ट करके, अपने लोन को उसके पास ट्रांसफर करा सकते हैं।

    क्रेडिट स्कोर में सुधार

    बैलेंस ट्रांसफर का एक और फायदा आपके क्रेडिट स्कोर में सुधार होना है। बेहतर शर्तों की पेशकश करने वाले बैंक या लोन कंपनी के पास अपना होम लोन ट्रांसफर करके, आप जिम्मेदार फाइनेंशियल मैनेजमेंट का प्रदर्शन करते हैं, जिसका आपकी क्रेडिट एलिजिबिलिटी पर पॉजिटिव प्रभाव पड़ सकता है।

    लोन जल्दी चुकाने में मदद

    बैलेंस ट्रांसफर का असल मकसद आपके पैसे बचाना है। ब्याज दरें कम होने से, आपका होम लोन अधिक किफायती हो जाता है, जिससे इसे चुकाना आसान हो जाता है। इससे आप पहले से ही बजट बना सकते हैं और प्री-पेमेंट की योजना बना सकते हैं, जिससे ब्याज का भुगतान और कम हो सकता है और आपको लोन जल्दी चुकाने में मदद मिल सकती है।

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    ये हो सकते हैं नुकसान

    चार्ज और फीस

    यह जानना जरूरी है कि बैलेंस ट्रांसफर से जुड़े कई शुल्क और फीस होती हैं। अगर आप सावधान नहीं हैं, तो ये कॉस्ट बढ़ सकती हैं और आपके ट्रांसफर ऑप्शन को महंगा बना सकती हैं। इसलिए लोन ट्रांसफर के समय इन शुल्कों की जानकारी होनी चाहिए।

    पेचीदा नियम और शर्तें

    भले ही आप बाजार में सबसे बेहतरीन ट्रांसफर डील हासिल करने में कामयाब हो जाएँ, फिर भी नियम और शर्तों की सावधानीपूर्वक पढ़ना-समझना जरूरी है। बारीक जानकारी न समझने से आगे चलकर वित्तीय दिक्कतें पैदा हो सकती हैं।

    लोन अप्रूवल प्रोसेस

    लोन बैलेंस ट्रांसफर पर आपको एक बार फिर होम लोन अप्रूवल प्रोसेस (Home Loan Processing Fees & Documentation) से गुजरना होता है। इसमें दस्तावेजों का वेरिफिकेशन, क्रेडिट वैल्यूएशन और नए लेंडर द्वारा तय एलिजिबिलिटी मानदंडों को पूरा करना शामिल है। अगर आप इन मानदंडों को पूरा नहीं करते हैं, तो अस्वीकृति की संभावना रहती है, जिससे आपकी योजना में देरी हो सकती है।