MSME Manthan 2025 का आयोजन आज, CIMSME-रेडिंगटन और गूगल की पार्टनरशिप से एमएसएमई को मिलेगी नई दिशा
दिल्ली में आज एमएसएमई मंथन - एमएसएमई का सशक्तिकरण सम्मेलन आयोजित हो रहा है। CIMSME रेडिंगटन और गूगल द्वारा आयोजित इस समिट का उद्देश्य एमएसएमई को डिजिटल फाइनेंशियल और टेक्निकल सपोर्ट देना है। SIDBI NSIC और मंत्रालय के अधिकारी एमएसएमई के लिए नई नीतियों और योजनाओं पर चर्चा करेंगे। यूनियन बैंक और BSE भी एमएसएमई को सहायता प्रदान करने के लिए अपनी योजनाओं को साझा करेंगे।

नई दिल्ली। आज सोमवार 1 सितंबर को भारत के सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम (MSME) को मजबूत बनाने और उन्हें नई दिशा देने के लिए राजधानी दिल्ली में एक स्पेशल कार्यकम आयोजित होने जा रहा है। ये है ''एमएसएमई मंथन - एमएसएमई का सशक्तिकरण'' सम्मेलन।
इस समिट को चेम्बर ऑफ इंडियन माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेस (CIMSME), रेडिंगटन और गूगल मिलकर आयोजित कर रहे हैं, जिसका मकसद एमएसएमई को कई तरह से सपोर्ट देना है। इनमें डिजिटल, फाइनेंशियल और टेक्निकल सपोर्ट शामिल है। वहीं जागरण बिज़नेस इस समिट में मीडिया पार्टनर है। आइए जानते हैं इस समिट में क्या होने वाला है खास।
SIDBI का योगदान: MSME के लिए SIDBI की स्कीम
आज के समिट में SIDBI के प्रतिनिधि वित्तीय समावेशन, एमएसएमई के लिए SIDBI की विभिन्न योजनाओं आदि के बारे में जानकारी देंगे। इससे पहले CIMSME और SIDBI के बीच MOU प्रोमो योजना में हो चुका है। SIDBI एमएसएमई को कई फाइनेंशियल योजनाओं और सस्ते लोन देता है, जिससे उन्हें कारोबार में सुधार और व्यापार का विस्तार करने में मदद मिलती है।
SIDBI द्वारा प्रोत्साहन योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की जाएगी, जिससे एमएसएमई को सुविधाजनक वित्तीय सपोर्ट मिलेगा और वे अपने व्यवसाय को लेटेस्ट टेक्नोलॉजीज और मार्केटिंग रणनीतियों से सशक्त बना सकेंगे।
NSIC का योगदान: एमएसएमई की मदद में नया अध्याय
डॉ. सुब्रंशु शेखर आचार्य, जो एनएसआईसी (नेशनल स्मॉल इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन) के चयनित अध्यक्ष और एमडी हैं, एमएसएमई को वित्तीय सहायता, मार्केटिंग और तकनीकी समाधान प्रदान करने में महत्वपूर्ण
भूमिका निभा रहे हैं।
एनएसआईसी के सीनियर एग्जीक्यूटिव सम्मेलन में यह बताएंगे कि एनएसआईसी किस प्रकार से एमएसएमई की मदद कर रहा है, ताकि वे अपनी उत्पादन क्षमता और बाजार हिस्सेदारी को बढ़ा सकें। एनएसआईसी एमएसएमई को सरकारी खरीद, लेटेस्ट टेक्निकल सॉल्यूशंस और सस्ते वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराता है, जिससे वे अपने व्यापार को विस्तार दे सकते हैं।
सरकारी ई-मार्केटप्लेस (GeM) से भी एमएसएमई को जोड़ने का प्रयास
गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (GeM) से संबंधित सीनियर एग्जीक्यूटिव इस कार्यक्रम में यह बताएंगे कि कैसे एमएसएमई सार्वजनिक खरीद के लिए अपने उत्पाद सरकार को बेच सकते हैं। GeM पोर्टल के माध्यम से एमएसएमई को सरकारी खरीददारी के बड़े अवसर मिल सकते हैं।
यह सरकारी योजनाओं के तहत एमएसएमई को अपने उत्पादों की मार्केटिंग और बिक्री करने के लिए एक नया प्लेटफॉर्म ऑफर करेगा।
मंत्रालय की नई नीतियाँ और भविष्य के कदम
सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्योग मंत्रालय (Ministry of MSME) इस सम्मेलन में नई नीतियों और योजनाओं पर काम कर रहा है। इन योजनाओं में कस्टम ड्यूटी और टैरिफ पर चर्चा की जाएगी, जो वर्तमान में भारत में व्यापार करने वाले एमएसएमई के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है। मंत्रालय का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि भारत की वृद्धि सुरक्षित रहे और एमएसएमई को आर्थिक संकटों से बचाने के उपाय किए जाएं।
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आरबीआई और एमएसएमई की भूमिका पर खास सेशन
प्रोफेसर राम सिंह, जो मोनिटरी पॉलिसी कमेटी के सदस्य हैं और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के साथ मिलकर काम करते हैं, इस कार्यक्रम में आरबीआई द्वारा एमएसएमई के लिए उठाए गए कदमों पर अपने विचार साझा करेंगे। वह एमएसएमई के लिए आरबीआई की योजनाओं पर खास फोकस करेंगे और यह बताएंगे कि कैसे RBI एमएसएमई के लिए अधिक सहायता मुहैया कर रहा है।
मंत्रालय के प्रमुख अधिकारी करेंगे एमएसएमई के लिए चर्चा
इस सम्मेलन में डॉ. रजनीश (IAS), अतिरिक्त सचिव और विकास आयुक्त, सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्योग मंत्रालय, एमएसएमई के लिए नई योजनाओं और नीतियों के बारे में बातचीत करेंगे। वह मंत्रालय द्वारा शुरू की गई योजनाओं और एमएसएमई के लिए सरकारी मदद के बारे में विस्तार से बताएंगे।
वहीं अतीश कुमार सिंह, संयुक्त सचिव, मंत्रालय भी इस सम्मेलन में एमएसएमई के लिए सरकारी योजनाओं और नीतियों के बारे में चर्चा करेंगे, और बताएंगे कि मंत्रालय किस प्रकार से एमएसएमई को सशक्त बनाने के लिए काम कर रहा है।
यूनियन बैंक और अन्य बैंकिंग इंस्टीट्यूशन
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के सीनियर एग्जीक्यूटिव इस कार्यक्रम में एमएसएमई के लिए विभिन्न योजनाओं और लोन ऑप्शंस के बारे में जानकारी देंगे। यूनियन बैंक एमएसएमई के लिए विशेष रूप से नवीनतम वित्तीय योजनाओं और सरकारी स्कीम्स के बारे में बताएगा, ताकि एमएसएमई को सस्ता लोन और सुविधाजनक फाइनेंशियल ऑप्शन मिल सके।
BSE का योगदान: एमएसएमई को कैपिटल मार्केट से जोड़ने की दिशा में
इस कार्यक्रम में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के सीनियर एग्जीक्यूटिव यह बताएंगे कि कैसे एमएसएमई अपना आईपीओ (आईपीओ) लेकर पूंजी जुटा सकते हैं और अपनी ग्रोथ रेट को तेज कर सकते हैं। BSE के प्लेटफॉर्म पर लिस्टिंग करने से एमएसएमई को नए निवेशकों तक पहुंचने का अवसर मिलेगा, जिससे वे अपने कारोबार को विस्तार देने के लिए आवश्यक पूंजी जुटा सकते हैं।
BSE के प्रतिनिधि एमएसएमई को पब्लिक लिस्टिंग की प्रोसेस और इसके फायदों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे, जिससे वे कैपिटल मार्केट के जरिए अपना व्यापार बढ़ा सकते हैं।
Tally Solutions: एमएसएमई के लिए बिजनेस को आसान बनाना
Tally Solutions एमएसएमई के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, क्योंकि यह अकाउंटिंग, फाइनेंशियल रिपोर्टिंग और टैक्सेशन को सरल और प्रभावी बनाने के लिए डिजिटल सॉल्यूशंस प्रदान करता है। Tally के सीनियर एग्जीक्यूटिव सम्मेलन में यह बताएंगे कि Tally Solutions एमएसएमई के बिजनेस ऑपरेशंस को सुलभ और कुशल बनाने में कैसे मदद कर रहा है।
Tally के सॉफ्टवेयर के जरिए, एमएसएमई अपने फाइनेंशियल सिस्टम को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं, जिससे उनकी प्रभावशीलता और कार्यकुशलता में सुधार होता है। यह प्रणाली आसान टैक्सेशन और कंप्लायंस के लिए भी सहायक है, जिससे एमएसएमई को किसी भी तरह की कानूनी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता।
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