सोना-चांदी से ज्यादा 'मसालों की रानी' ने दिया छप्परफाड़ रिटर्न, 3 महीने में 35% बढ़ी कीमत; अब और आएगी तूफानी तेजी?
Turmeric Prices Hike: सोना-चांदी की तरह हल्दी भी महंगी हो रही है। पिछले तीन महीनों में हल्दी की कीमतों में 35% की वृद्धि हुई है, जिसका मुख्य कारण फसल ...और पढ़ें

सोना-चांदी पर टिकी रहीं सबकी नजरें, लेकिन 3 महीने से 38% महंगी हो गई हल्दी; कीमत 16200 पार, कितने और बढ़ेंगे दाम?
Turmeric Prices Hike: सोना-चांदी की तरह अब हल्दी भी आम आदमी की पहुंच से धीरे-धीरे दूर होती जा रही है। जिस तरह पिछले कुछ महीनों में सोने और चांदी की कीमतों में तेज उछाल देखा गया, ठीक उसी रफ्तार से हल्दी के दाम भी ऊपर चढ़ते नजर आ रहे हैं। हालात ये हैं कि 'मसालों की रानी' कही जाने वाली हल्दी अब निवेश वाली कमोडिटी बनती जा रही है। 18 दिसंबर को केडिया एडवाइजरी द्वार जारी रिपोर्ट
तीन महीने में 35% तक बढ़े दाम
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (NCDEX) पर हल्दी का भाव इस समय करीब 16,200 रुपए प्रति क्विंटल (Turmeric Prices turmeric price today) के आसपास चल रहा है। बीते एक महीने में हल्दी की कीमतों में करीब 13.5%, तीन महीने में लगभग 35% और एक साल में 17% से ज्यादा की बढ़त दर्ज की गई है। यह तेजी कई मामलों में चांदी जैसी तेजी की याद दिला रही है, जहां सप्लाई और डिमांड का संतुलन बिगड़ते ही कीमतें आसमान छूने लगती हैं।
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आखिर क्यों बढ़ रहे हल्दी के दाम?
हल्दी के महंगे (Turmeric Prices Hike Reason) होने की सबसे बड़ी वजह फसल से जुड़ी है। 2026 की फसल के लिए देश में हल्दी का रकबा करीब 15-20% बढ़ा है, लेकिन महाराष्ट्र के कई इलाकों में बेमौसम बारिश ने पैदावार की गुणवत्ता को नुकसान पहुंचाया। सांगली, नांदेड़ और हिंगोली जैसे इलाकों में पानी भरने और बीमारी की वजह से करीब 10-15% तक उत्पादन प्रभावित हुआ है। इससे अच्छी क्वालिटी की हल्दी की मांग और कीमत दोनों बढ़ गई हैं ।
90-92 लाख बोरी पैदावार का अनुमान
देश में सूखी हल्दी का उत्पादन करीब 90-92 लाख बोरी रहने का अनुमान है। पुराने स्टॉक को मिलाकर कुल उपलब्धता लगभग 105 लाख बोरी तक पहुंचेगी। हालांकि सप्लाई बढ़ने के बावजूद क्वालिटी को लेकर चिंता बनी हुई है, जिस कारण दामों पर दबाव कम और मजबूती ज्यादा दिख रही है ।
सोने-चांदी के भाव जैसा सहारा
तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में फसल की स्थिति अच्छी बताई जा रही है, वहीं यूरोपियन यूनियन के मानकों पर खरी उतरने वाली IPM सर्टिफाइड हल्दी का उत्पादन भी करीब 1,700-1,800 मीट्रिक टन रहने का अनुमान है। इससे निर्यात मांग को सहारा मिल रहा है, ठीक वैसे ही जैसे वैश्विक मांग सोने-चांदी के भाव को सहारा देती है ।
अभी कितने और बढ़ेंगे दाम? (turmeric futures price)
जानकारों के मुताबिक, हल्दी की कीमतों में अभी और तेजी देखने को मिल सकती है। तकनीकी संकेत बता रहे हैं कि अगर भाव 16,200 के ऊपर टिके रहते हैं, तो आने वाले समय में हल्दी 18,800 रुपए प्रति क्विंटल (turmeric price forecast) तक जा सकती है। यानी रसोई में इस्तेमाल होने वाली यह हल्दी अब कीमतों के मामले में सोने-चांदी की चाल चलती नजर आ रही है ।
गोल्ड में 10% तो चांदी में 25% की तेजी (gold silver price history)
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर अक्टूबर में 24 कैरेट गोल्ड की औसत कीमत 1,22,000 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम थी, जो आज बढ़कर 1,34,346 रुपए (gold rate today) हो गई है। चांदी की बात करें तो अक्टूबर में उसकी औसत कीमत 1,55,000 रुपए प्रति किलोग्राम थी, जो आज बढ़कर 2,05,978 रुपए प्रति किलोग्राम (silver rate today) हो गई है। यानी पिछले तीन महीनों में गोल्ड में 10 फीसदी और चांदी में करीब 25 फीसदी की तेजी देखने को मिली है।

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