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    20 साल पहले खरीदी होती ₹1 लाख की चांदी तो आज मिलते ₹16.5 लाख, 2005 में मात्र इतनी थी कीमत

    Updated: Wed, 24 Dec 2025 12:33 PM (IST)

    मार्केट के जानकारों का कहना है कि मार्केट को टाइम करने के बजाए, इसमें समय बिताना बेहतर है। पिछले दो दशकों में चांदी की कीमतों (Silver Price) में 1,500 ...और पढ़ें

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    20 सालों में चांदी का दाम कितना बढ़ा?

    नई दिल्ली। जब निवेश की बात आती है, तो ज्यादातर फाइनेंशियल एडवाइजर डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो की सलाह देते हैं। डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो का मतलब है कि अपना पैसा अलग-अलग निवेश ऑप्शनों में लगाएं। जैसे कि डेट, इक्विटी और कमोडिटी आदि।
    जानकार मार्केट को टाइम करने (सही समय का इंतजार करने) के बजाय मार्केट में समय बिताने पर जोर देते हैं, फिर चाहे आप जिस मर्जी ऑप्शन (शेयर, कमोडिटी या सोना-चांदी आदि) में निवेश करें। लंबे समय में सभी क्लास का रिजल्ट शानदार रहा है। जैसे कि साल 2025 में सोने के साथ-साथ चांदी ने भी तहलका मचा दिया और सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले। 20 साल पहले चांदी में किया गया निवेश अब कितना होता, आइए जानते हैं।

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    20 साल में कितने बढ़े चांदी के दाम?

    पिछले दो दशकों में, चांदी की कीमतों में 1,500% से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। ब्लूमबर्ग के अनुसार, 23 दिसंबर, 2005 को चांदी की स्पॉट कीमत 12,650 रुपये प्रति किलोग्राम थी। अगर निवेशकों ने उस समय 1 लाख रुपये की चांदी खरीदी होती, तो तब उन्हें लगभग 7.9 किलोग्राम चांदी मिलती।

    आज कितने बन गए होते 1 लाख रुपये?

    मंगलवार को चांदी का रेट 2.09 लाख रुपये प्रति किलो रहा। इस हिसाब से साल 2005 में 1 लाख रुपये से खरीदी गयी 7.9 किलो चांदी की कीमत अब 16.57 लाख रुपये हो गई है। असल में, इससे पता चलता है कि पिछले दो दशकों में इस धातु की कीमत में 1556.8% की बढ़ोतरी हुई है।

    बढ़ रही चांदी की डिमांड

    2025 में चांदी ने साबित कर दिया है कि ये मोमेंटम-ड्रिवन मौकों पर तेजी के साथ महंगी हो सकती है। दरअसल स्ट्रक्चरल तौर पर, "डिजिटल-एज मेटल" के लिहाज से चांदी की भूमिका मजबूत हो रही है। इसकी डिमांड क्लीन एनर्जी, सोलर, डेटा सेंटर और इलेक्ट्रिफिकेशन से इंडस्ट्रियल सेक्टरों में खूब है।
    सोना और चांदी दोनों ऐसे मेटल हैं जो पोर्टफोलियो डाइवर्सिफिकेशन के फायदे देते हैं। मगर जानकारों का कहना है कि आगे का रास्ता उतार-चढ़ाव भरा हो सकता है।

    ये भी पढ़ें - सोने की चमक हुई कम, मगर चांदी का दौड़ लगाना है जारी; पिछले हफ्ते कितने पहुंच रेट?

    (डिस्क्लेमर: यहां दी गयी जानकारी, निवेश की सलाह नहीं है। जागरण बिजनेस निवेश की सलाह नहीं दे रहा है। कहीं भी निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)

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