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    भारत में कौन लाया 64000 Kg सोना? यहां 1 ग्राम खरीदने में छूट रहा पसीना; उधर क्विंटल में हो रहा सौदा

    Updated: Wed, 29 Oct 2025 01:47 PM (IST)

    Gold Price: दीवाली से पहले सोने-चांदी के दाम बढ़े थे, पर अब गिरे हैं, फिर भी आम आदमी के लिए खरीदना मुश्किल है। मार्च 2025 से सितंबर 2025 तक भारत में 64 टन सोना आया, जिसे RBI यानी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया लाया। यह कदम वित्तीय युद्ध और भू-राजनीतिक कारणों से उठाया गया है। RBI मार्च 2023 से अब तक 274 टन सोना वापस ला चुका है।

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    7 महीने में कौन भारत लाया 64000 Kg सोना? यहां 1 ग्राम के लिए छूट रहा पसीना, उधर क्विंटल में हो रहा सौदा

    नई दिल्ली। दीवाली से पहले सोना और चांदी के दाम तूफानी तेजी (Gold Price) के साथ बढ़ रहे थे। लेकिन पिछले 10 दिनों से इन धातुओं में गिरावट आई है। हालांकि, अभी इन दोनों धातुओं की कीमत गरीब आदमी की पहुंच से काफी दूर है। यूं कहें कि गरीब आदमी का एक ग्राम सोना खरीदने में पसीना निकल जा रहा है। लेकिन वही, मार्च 2025 से सितंबर 2025 तक भारत में 64 टन सोना यानी 64000 हजार किलो सोना आया। अब यह सवाल यह है कि यह सोना कहां से आया और कौन लाया। इसी सवाल का जवाब हम आपको इस आर्टिकल में देंगे। आइए जानते हैं कि आखिर मार्च 2025 से कौन भारत में 64 टन सोना लाया।

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    भारत में कौन 7 महीने में लाया 64 टन सोना?

    भारत में RBI यानी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया 7 महीनों में 64 टन सोना लाया। केंद्रीय बैंक (RBI) ने सितंबर तक 7 महीनों में लगभग 64 टन सोना देश में वापस लाकर, सोने को घर लाने की प्रक्रिया तेज कर दी है। ऐसा फाइनेंशियल वॉरफेयर के दौर में जियोपॉलिटिकल हिसाब-किताब निपटाने के लिए सॉवरेन एसेट्स को विदेश में रखने को लेकर बढ़ते ग्लोबल शक के बीच किया गया है।

    सितंबर के आखिर में रखे 880.8 टन सोने में से, RBI 575.8 टन सोना भारत ले आया, जबकि 290.3 टन सोना बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स (BIS) के पास कस्टडी में रखा गया था। इसके अलावा, RBI के पास गोल्ड डिपॉजिट के रूप में 14 टन सोना भी है।

    मार्च 2023 से अब तक RBI लाया इतना सोना

    भारत का सेंट्रल बैंक मार्च 2023 से अब तक 274 टन सोना भारत वापस ला चुका है। सोने को तेजी से वापस लाने का यह कदम रूस-यूक्रेन युद्ध और तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद शुरू हुआ। दोनों ही मामलों में G7 ने रूस और अफगानिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार को जब्त कर लिया था।

    इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार पाइनट्री मैक्रो के फाउंडर रितेश जैन का कहना है, "हमारा मानना है कि भारत के सेंट्रल बैंक को सोने को वापस लाने की प्रोसेस तेज करनी चाहिए, क्योंकि हम एक ऐसे जियोपॉलिटिकली टूटे हुए दुनिया में रहते हैं जहां कानून का राज टूट गया है और G-7 ने रूस के फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व जब्त कर लिए हैं।"

    इस साल 31 मार्च तक, RBI के पास 879 टन सोना था और इसमें से 512 टन सोना देश में ही रखा हुआ था, और 348.6 टन सोना बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स (BIS) की कस्टडी में रखा हुआ था।

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