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    'सोने का राजा' है बिहार, जमीन के नीचे छिपा है बड़ा खजाना; निकल जाए तो जमकर बरसेगा पैसा

    Updated: Wed, 06 Aug 2025 03:46 PM (IST)

    Gold Reserve भारत में सोना हमेशा से एक लोकप्रिय और महत्वपूर्ण धातु रही है। भारत में कुछ ही राज्य ऐसे हैं जहां सोने की खदानों की भंडार सबसे अधिक हैं। भ ...और पढ़ें

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    'सोने का राजा' है बिहार, जमीन के नीचे छिपा है बड़ा खजाना

    नई दिल्ली। Gold King: सोना। एक ऐसी धातु, जिसकी कीमत आए दिन नए-नए रिकॉर्ड बना रही है। इसकी बढ़ती मांग ने इसे कीमती धातुओं में से एक बना दिया है। ऐसा माना जाता है कि जिस देश के पास जितना सोना, वह उतना अमीर और शक्तिशाली होता है। भारत में भी सोने की बहुत मांग है। इसका अधिकतम इस्तेमाल आभूषणों में किया जाता है। भारत के अलग-अलग राज्यों में सोने के तरह-तरह के आभूषण बनाए जाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा की भारत के किस राज्य के पास सबसे अधिक गोल्ड रिजर्व और रिसोर्स हैं? आइए इन सवालों का जवाब जानते हैं।

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    आगे बढ़ें इससे पहले यह जान लेते हैं कि गोल्ड रिजर्व और गोल्ड रिसोर्स में क्या अंतर है। गोल्ड रिजर्व ऐसे चिन्हित भंडार हैं जिनका खनन वर्तमान तकनीक और बाजार स्थितियों के अनुसार आर्थिक रूप से संभव है। यानी जिस सोने को हम निकाल सकते हैं। वहीं, गोल्ड रिसोर्स सभी चिन्हित भंडारों को शामिल करते हैं, जिनमें वे भी शामिल हैं जिनका खनन वर्तमान में आर्थिक रूप से संभव नहीं है।

    इस राज्य के पास है सबसे अधिक गोल्ड रिजर्व

    PIB की 2023 की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में कर्नाटक के पास सबसे अधिक गोल्ड रिजर्व है। 2020 तक कर्नाटक के पास 20470000 टन का गोल्ड रिजर्व था। वहीं, आंध्र प्रदेश के पास 3258100 का गोल्ड रिजर्व था। ये दोनो ही राज्य गोल्ड प्रोडक्शन यानी उत्पादन के लिए जाने जाते हैं।

    गोल्ड रिसोर्स में बिहार नंबर वन पर

    बिहार और राजस्थान जैसे राज्यों में कुछ सबसे बड़े स्वर्ण भंडार हैं। इन राज्यों में सक्रिय खनन बहुत कम या बिल्कुल नहीं होता। लेकिन भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) और कुछ अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा इन भंडारों का नियमित रूप से निरीक्षण और मूल्यांकन किया जाता है, जिससे देश में उपलब्ध स्वर्ण संसाधनों की स्पष्ट तस्वीर सामने आती है।

    रैंक राज्य कुल गोल्ड रिजर्व रिसोर्स प्रसिद्ध सोने की खदानें
    1 बिहार 222.8 मिलियन टन जमुई स्वर्ण भंडार
    2 राजस्थान 125.9 मिलियन टन भुकिया-जगपुरा गोल्ड बेल्ट
    3 कर्नाटक 103 मिलियन टन हट्टी गोल्ड माइन्स, कोलार (बंद)
    4 आंध्र प्रदेश 15 मिलियन टन रामगिरी गोल्ड फील्ड्स
    5 उत्तर प्रदेश 13 मिलियन टन सोनभद्र स्वर्ण भंडार
    6 पश्चिम बंगाल 12 मिलियन टन सोनापाटा स्वर्ण भंडार
    7 झारखंड 10.08 मिलियन टन कुंदरकोचा गोल्ड माइंस
    8 मध्य प्रदेश 7.9 मिलियन टन हरदा स्वर्ण भंडार
    9 छत्तीसगढ़ 4.8 मिलियन टन बालोद स्वर्ण भंडार
    10 महाराष्ट्र 1.6 मिलियन टन गढ़चिरौली स्वर्ण भंडार

    बिहार के पास सबसे अधिक 222884860 टन का गोल्ड रिसोर्स हैं। वहीं, दूसरे नंबर पर राजस्थान है। राजस्थान के पास 125913720 टन का गोल्ड रिर्सोस है। इसके बाद कर्नाटक का नंबर आता है। कर्नाटक के पास अभी 103008505.51 का रिसोर्स बचा हुआ। क्योंकि कर्नाटक गोल्ड रिजर्व यानी प्रोडक्शन के मामले में नंबर वन पर है।

    यह भी पढ़ें- भारत में किसने खरीदा 575000 किलो सोना, ना ये अंबानी ना अदाणी, इनके खजाने में जमा है 880 टन गोल्ड

    भारत का बिहार भले ही आर्थिक रूप से पीछे है। लेकिन इसके पास सबसे अधिक गोल्ड रिसोर्स है। ये ऐसे रिसोर्स हैं जिन्हें अभी वर्तमान टेक्नोलॉजी से तो नहीं निकाला जा सकता है। लेकिन भविष्य में इसे निकाला भी जा सकता है।

    बढ़ा भारत का गोल्ड रिजर्व

    भारत में गोल्ड रिजर्व (Gold Reserve) 2025 की पहली तिमाही के 879.60 टन से बढ़कर 2025 की दूसरी तिमाही में 880 टन हो गया।  RBI ने वित्त वर्ष 2024-25 में अपे गोल्ड रिजर्व में रिकॉर्ड 57.5 टन सोना जोड़ा है। भारत में स्वर्ण भंडार 2000 से 2025 तक औसतन 531.00 टन रहा, जो 2025 की दूसरी तिमाही में 880.00 टन के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया।

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