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    'Old सच में गोल्ड और नया Gold है महंगा', खरीदने की बजाए पुराने बदलकर नए गहने क्यों खरीद रहे लोग; समझिए कहानी

    Updated: Sat, 25 Oct 2025 03:57 PM (IST)

    Old is Gold: इस साल सोने की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है, जिससे यह निम्न मध्यम वर्ग की पहुंच से दूर हो गया है। लोग नए गहने खरीदने के बजाय पुराने गहनों को बदलकर नए बनवा रहे हैं। तनिष्क और रिलायंस रिटेल जैसी कंपनियों ने एक्सचेंज पर आकर्षक योजनाएं शुरू की हैं। धनतेरस पर कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं, लेकिन बाद में गिरावट आई, जिससे ज्वैलर्स को राहत मिली है। 'ओल्ड इज गोल्ड' की कहावत सच साबित हो रही है।

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    नई दिल्ली। Old is Gold: इस साल सोना ने अपनी चमक से नहीं बल्कि अपनी कीमतों से लोगों का ध्यान आकर्षित किया। 2025 में इसकी कीमतें 50 फीसदी से अधिक भाग चुकी हैं। सोना इस समय लोअर मिडिल क्लास की पहुंच से कोसो दूर है। जिनके यहां शादियां हैं वो नए गहने बनवाने की बजाए पुराने गहनों को बदलकर ही नए गहने बनवा रहे हैं। यानी यहां पर कहावत ओल्ड इज गोल्ड (Old is Gold) आज सच में गोल्ड के संदर्भ में सही साबित होती दिख रही है।यानी लोगों के लिए पुराना सोना आज भी बहुत कीमती है। वही, उनके लिए सच में नए गोल्ड जैसा ही है।

    टाटा की कंपनी तनिष्क को उम्मीद है कि इस साल धनतेरस पर बिक्री का लगभग 50% हिस्सा एक्सचेंज से आया, जो पिछले साल के 35% से काफी ज्यादा है। रिलायंस रिटेल ने बताया कि अब उसकी ज्वेलरी बिक्री का लगभग एक तिहाई हिस्सा एक्सचेंज से आता है, जो पहले 22% था, जबकि कोलकाता की सेन्को गोल्ड ने कहा कि यह हिस्सा 35% से बढ़कर 45% हो गया है।

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    "Old सच में है Gold"

    रिलायंस रिटेल के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर दिनेश तालुजा ने कहा कि बढ़ती कीमतों के कारण कस्टमर्स नई ज्वेलरी खरीदने के बजाय पुरानी सोने की ज्वेलरी को रीसायकल कर रहे हैं। पिछले हफ़्ते उन्होंने एनालिस्ट्स से कहा, "कीमतें बढ़ने की वजह से एवरेज बिल वैल्यू काफी बढ़ गई है। अब पूरी इंडस्ट्री में यह हुआ है कि वॉल्यूम कम हो गया है क्योंकि सोने की कीमतों में भारी बढ़ोतरी के कारण खरीदने की पावर पर असर पड़ा है।"

    ET के अनुसार, धनतेरस (18 अक्टूबर) पर सोने की कीमतें 3% GST मिलाकर 1.34 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गईं। धनतेरस भारत में कीमती धातु खरीदने के लिए सबसे शुभ दिनों में से एक है। यह पिछले साल इसी दिन दर्ज की गई 80,469 रुपये की कीमत से 69% ज्यादा है। सरकार और इंडस्ट्री के अनुमानों से पता चलता है कि भारतीय घरों में कुल मिलाकर लगभग 22,000 टन बेकार सोना पड़ा हुआ है, और हाल ही में कीमतों में हुई बढ़ोतरी के कारण कई लोग पुराने पारिवारिक गहनों को नए डिजाइन के गहनों से बदल रहे हैं।

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    कस्टमर्स को अट्रैक्ट करने के लिए, तनिष्क ने फेस्टिव सीजन के दौरान सभी कैरेट के गोल्ड एक्सचेंज पर जीरो प्राइस-डिडक्शन प्रोग्राम शुरू किया था। धनतेरस से पहले ET को दिए एक इंटरव्यू में, चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर अजय चावला ने कहा कि नवरात्रि के दौरान, तनिष्क की कुल बिक्री में पुराने सोने के एक्सचेंज का योगदान 38-40% रहा। उन्होंने आगे कहा, "हमें उम्मीद है कि दिवाली के आखिर तक यह आंकड़ा कुल बिक्री का लगभग 50% तक पहुंच जाएगा।"

    सोने में गिरावट का दौर शुरू

    इस हफ्ते सोने की कीमतों में गिरावट से ज्वैलर्स को राहत मिली है। उन्हें उम्मीद है कि शादी के सीजन में बिक्री बढ़ेगी और कुल कंजम्पशन में भी तेजी आएगी। रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार शाम को सोना 10 ग्राम के लिए करीब 1.26 लाख रुपये (GST मिलाकर) पर ट्रेड कर रहा था, जो धनतेरस के लेवल से 7,900 रुपये से ज्यादा कम था।

    ग्लोबल फाइनेंशियल एडवाइजरी फर्म डेवेरे ग्रुप के CEO नाइजल ग्रीन ने कहा, "एक जबरदस्त तेजी के बाद, मार्केट को एक ब्रेक की जरूरत थी, थोड़ा आराम करने का मौका चाहिए था, और अभी हम वही देख रहे हैं।"

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