Gold Rate: 270 दिनों में सोना 37000 तो चांदी ₹52000 हुई महंगी, जाएंगे1.5 लाख के पार; ये हैं तेजी के बड़े कारण
Gold and Silver Prediction सोना और चांदी के दामों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है और दोनों ही धातुएं रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। तेजी का मुख्य कारण भू-राजनीतिक तनाव और आर्थिक अनिश्चितता है। इस साल सोने में 49% और चांदी में 60% तक की वृद्धि हुई है। अनुमान है कि सोना और चांदी 1.5 लाख रुपये के स्तर को पार कर सकते हैं।

नई दिल्ली। Gold and Silver Prediction: सोना और चांदी के दामों में तेजी रुकने का नाम नहीं ले रही है। दोनों ही धातुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। दोनों धातुओं की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर चली गई हैं। ये तीजे आगे भी जारी रह सकती है। दिग्गज ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स ने अनुमान लगाया है कि आने वाले समय में सोने की कीमतों में 50 फीसदी तेजी और देखने को मिल सकती है। सोने के दामों में बढ़ती तेजी के पीछे का मुख्य कारण जिओ पॉलिटिकल टेंशन और आर्थिक अनिश्चितता है। सोना तो सोना चांदी भी रोजाना नए-नए रिकॉर्ड बना रही है।
इस साल अब तक दबा के भागे सोना और चांदी
इस साल की शुरुआत से 27 सितंबर 2025 तक सोने और चांदी में रिकॉर्ड (Record High in Gold and Silver) तेजी देखने को मिली है। घरेलू मार्केट में गोल्ड 1 जनवरी 2025 से लेकर 27 सितंबर 2025 तक 24 कैरेट सोना 49 फीसदी यानी करीब 37000 रुपये प्रति दस ग्राम महंगा हो चुका है। वहीं, चांदी की बात करें तो चांदी इस साल अब तक 60 फीसदी भाग चुकी है। यानी सिल्वर अब तक 60 फीसदी का रिटर्न दे चुकी है। 2025 की शुरुआत से अब तक चांदी 52000 रुपये प्रति किलो महंगी हो गई है।
IBJA के आंकड़ों के अनुसार 31 दिसंबर 2024 को 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 76162 रुपये प्रति दस ग्राम था। लेकिन 27 सितंबर 2025 को इसके दाम 113262 रुपये (Gold Rate) हो गए हैं। वहीं, चांदी 31 दिसंबर 2024 को 86,017 रुपये प्रति किलो थी। लेकिन 27 सितंबर 205 को यह 1,38,100 रुपये प्रति किलो (Silver Rate) तक पहुंच गई है
1.5 लाख के पार जा सकता है सोना और चांदी
गोल्डमैन सैक्स की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार साल तक सोने के रेट 5000 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है। मौजूदा एक्सचेंज रेट के हिसाब से भारतीय मुद्रा में यह लगभग 1,55,000 रुपए प्रति 10 ग्राम (Gold Rate Prediction) होगा।
गोल्डमैन सैक्स ने 2026 के अंत तक सोने की कीमत 5,000 डॉलर तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के के अनुसार, मजबूत औद्योगिक मांग, सुरक्षित निवेश और कमजोर डॉलर के कारण अगले 12 महीनों में चांदी की कीमत 1.5 लाख रुपये प्रति किलोग्राम (Silver Rate Prediction) तक पहुंच सकती है।
क्यों भाग रहे हैं सोना और चांदी के दाम?
सोना और चांदी की कीमतों में हो रहे इजाफा के पीछे कई बड़े कारण है। कुछ फैक्टर निम्नवत हैं;
- सोने के दामों में आ रही तेजी का सबसे बड़ा कारण दुनिया के विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने का खरीदा जाना। विश्व के बड़े केंद्रीय बैंक लगातार सोने में निवेश करके अपना खजाना बढ़ा रहे हैं। इससे मांग बढ़ती है और सोने की कीमत भागती है।
- World Gold Council के अनुसार, केंद्रीय बैंकों ने 2022 में रिकॉर्ड 1,082 टन सोना खरीदा, इसके बाद 2023 में 1,037 टन सोना खरीदा। विश्व स्वर्ण परिषद की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में सोने की खरीद मजबूत रही, केंद्रीय बैंकों ने 1,044.6 टन सोना खरीदा, जो लगातार तीसरे वर्ष 1,000 टन से अधिक की खरीद को दर्शाता है।
- क्रिप्टो मार्केट में भी भारी-उतार चढ़ाव देखा जा रहा है। ऐसे में निवेशक सुरक्षित निवेश के लिए गोल्ड में निवेश कर रहे हैं।
- ट्रंप द्वारा विभिन्न देशों पर लगाया गया टैरिफ भी सोने के बढ़ती कीमतों का एक बड़ा कारण है।
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