Gold Rate: भारत में सवा लाख तो पाकिस्तान में 3.5 लाख रुपये पहुंचे सोने के रेट, खरीदने वालों के उड़ गए होश
पिछले कुछ समय से भारत और दुनिया भर में सोने के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। भारत में सोना लगभग सवा लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया है। पाकिस्तान में भी सोने (Gold Rate in Pakistan) ने रिकॉर्ड बनाया है लेकिन भारतीय करेंसी में वहां सोना भारत से सस्ता है। भू-राजनीतिक तनाव और केंद्रीय बैंकों की खरीदारी के कारण सोने के दाम बढ़ रहे हैं।

नई दिल्ली। पिछले कुछ समय से न केवल भारत बल्कि दुनिया भर में सोने के दाम लगातार उछल रहे हैं। भारत में सोना करीब सवा लाख पर पहुंच रहा है। इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के अनुसार सोमवार को 10 ग्राम सोने का रेट (Gold Rate Today) 1,19,059 रुपये पर बंद हुआ।
वहीं पाकिस्तान में भी सोने ने नया रिकॉर्ड बना दिया है। पाकिस्तान में सोने का रेट वहां की करेंसी में 356,033 पाकिस्तानी रुपये (PKR) हो गया है।
भारतीय करेंसी में कितना
पाकिस्तान में 24 कैरेट 10 ग्राम गोल्ड का रेट 356,033 PKR है, मगर ये भारतीय करेंसी में काफी राशि है। एक भारतीय रुपया 3.17 PKR के बराबर है, इसलिए 356,033 PKR भारतीय करेंसी में 1,12,334.5 रुपये बनते हैं। यानी भारतीय करेंसी में देखें तो पाकिस्तान में इस समय 10 ग्राम गोल्ड का रेट भारत से कम है।
चांदी का रेट कितना
पाकिस्तान में 1 किलो चांदी का रेट 4,35,700 PKR है। 4,35,700 PKR भारतीय करेंसी में 1,37,470 रुपये बनते हैं। वहीं भारत में चांदी का रेट 1,48,883 रुपये है। यानी भारतीय करेंसी में चांदी का रेट भी पाकिस्तान में कम है।
क्यों चढ़ रहे सोने के दाम
2008 की मंदी से लेकर 2020 की महामारी तक, अनिश्चितता के दौर में सोने की कीमतों में हमेशा से उछाल देखने को मिला है। भू-राजनीतिक तनाव, केंद्रीय बैंक की खरीदारी और मौद्रिक नीति में बदलाव के चलते सोने के दाम बढ़ रहे हैं।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के आंकड़ों के अनुसार, पिछले दशक में दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों ने अपने गोल्ड रिजर्व को लगभग दोगुना कर दिया है, जो सोने में विश्वास का संकेत है।
कब कितनी आई तेजी
इस साल सोने की कीमतों में 53% से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। वहीं इससे पहले जनवरी 2008 से अगस्त 2011 तक सोने की कीमतों में 100% की बढ़ोतरी हुई। इसी तरह, जनवरी से अगस्त 2020 के बीच सोना 50% से अधिक महंगा हुआ।
ये भी है एक वजह
इस साल यूएस फेडरल रिजर्व ने सितंबर 2025 में ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती की। साथ ही एक और कटौती की भी उम्मीद है। कम ब्याज दरों से डॉलर कमजोर होता है, जिससे सोने के दाम बढ़ते हैं, क्योंकि निवेशक सुरक्षित निवेश वाली संपत्तियों की ओर रुख करते हैं।
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