Gold Rate: दशहरे पर सोने से भंग हुआ मोह, आसमान छूती कीमतों से गिरी डिमांड; दिवाली तक गिरेंगे या बढ़ेंगे दाम?
Gold Rate इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के अनुसार इस दशहरे पर सोने की मांग में 25% की गिरावट आई है जो 18 टन रही जिसका मुख्य कारण आसमान छूती कीमतें हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि दिवाली तक सोने की कीमत 1.22 लाख रुपये तक पहुंच सकती है। दामों के हिसाब से देखा जाए तो गोल्ड की बिक्री में लगभग 30-35% की वृद्धि हुई।

नई दिल्ली। Gold Rate: इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, इस दशहरे पर सोने की मांग में भारी गिरावट देखी गई और पिछले साल इसी त्यौहार के दौरान 24 टन की तुलना में बिक्री 25% घटकर 18 टन रह गई। यानी कहा जा सकता है कि इस दशहरा पर लोगों का मोह सोने से भंग हो गया।
दरअसल, मांग में आई गिरावट की मुख्य वजह सोने की आसमान छूती कीमतें (High Gold Rate) भी रहीं। इतना ही नहीं दिवाली के मौके पर इसकी कीमतों में और भी इजाफा हो सकता है। मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि यह तेजी अभी खत्म नहीं हुई है, और दिवाली से पहले ही सोने की कीमत 1.22 लाख रुपये तक पहुंच सकती है।
IBJA के राष्ट्रीय सचिव सुरेंद्र मेहता ने कहा, "पिछले साल दशहरा बेहतर था क्योंकि सोने की बिक्री 24 टन थी। इस साल दशहरे पर कीमतें 1.16 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम पर बनी हुई हैं, जिससे मांग प्रभावित हुई है।"
कीमत के लिहाज से Gold की बिक्री बढ़ी
अगर दामों के हिसाब से देखा जाए तो गोल्ड की बिक्री में लगभग 30-35% की वृद्धि हुई। यह कीमतों में हुए इजाफे को दर्शाती है। गुरुवार को मनाए गए दशहरे पर सोने की कीमत 1.16 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम थी। पिछले साल के 78,000 रुपये प्रति 10 ग्राम से तेज वृद्धि। बिक्री में कमी के बावजूद, कई ग्राहक धनतेरस, दिवाली और आगामी शादियों के मौसम के लिए ऑर्डर दे रहे हैं, क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि कीमतों में जल्द ही गिरावट आने की संभावना नहीं है। सोने का सांस्कृतिक महत्व आज भी बना हुआ है, क्योंकि इसे पारंपरिक रूप से दशहरे पर सौभाग्य, समृद्धि और सफलता लाने के लिए खरीदा जाता है।
शुक्रवार को खुदरा दरें जीएसटी को छोड़कर 24 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत 1,16,883 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गईं। सिक्के और हल्के आभूषण लोकप्रिय हो रहे हैं। ज्वैलर्स ने बताया कि इस दशहरा में सोने और चांदी के सिक्कों की मांग मजबूत रही। 5 ग्राम सोने और 20 ग्राम चांदी के सिक्के निवेशकों के बीच विशेष रूप से लोकप्रिय थे।
पीएनजी ज्वैलर्स, पुणे के एमडी सौरभ गाडगिल ने कहा, "सोने और चांदी की छड़ों की निवेश मांग मजबूत बनी हुई है, और ग्राहक कीमतों में उतार-चढ़ाव के बावजूद खरीदारी कर रहे हैं। बुलियन का प्रदर्शन अच्छा बना हुआ है, जबकि चूड़ियाँ, हार और हीरे के आभूषण उत्साहजनक गति दिखा रहे हैं।"
हल्के आभूषणों में भी मजबूत बुकिंग देखी गई, जबकि पुराने सोने के एक्सचेंजों ने बिक्री को बनाए रखा, कुल खरीद का लगभग 50-55% योगदान दिया।
जोस अलुक्कास के एमडी वर्गीस अलुक्कास ने कहा, "10 ग्राम से 20 ग्राम के सोने की छड़ें ज़्यादा बिक रही हैं। हम 18 कैरेट, 14 कैरेट और 9 कैरेट के हीरे के आभूषणों को भी बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ग्राहकों का रुझान सोने के आभूषणों की ओर अधिक है। इस दशहरे पर पुराने सोने के एक्सचेंज में 55-60% तक की वृद्धि हुई है।"
Gold Rate on Diwali 2025: दिवाली तक गिरेंगे या बढ़ेंगे दाम
विश्लेषकों का अनुमान है कि दिवाली तक सोना ₹1,22,000 और चांदी ₹1,50,000 तक पहुंच जाएगी। केंद्रीय बैंक की नरम नीतियों, भू-राजनीतिक चिंताओं और बढ़ती मांग से इस तेजी को बल मिल रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि कीमतों में कोई भी गिरावट अल्पकालिक होगी। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे गिरावट पर खरीदारी करें और निरंतर मजबूत मांग के कारण साल के अंत तक उच्च लक्ष्य की उम्मीद करें।
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