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जीरोधा का दावा, उनके प्लेटफार्म के निवेशकों ने चार साल में 50,000 करोड़ की कमाई की

ब्रोकरेज फर्म जीरोधा ने दावा किया कि उनके प्लेटफार्म से शेयर बाजार में निवेश करने वाले निवेशकों ने पिछले चार सालों में 50000 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया है। पिछले पांच सालो में शेयर बाजार में 37000 अंक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वर्ष 2019 के मध्य में सेंसेक्स 39500 अंक के पास था। मंगलवार को सेंसेक्स 76 456 अंक पर बंद हुआ।

By Jagran News Edited By: Ankita Pandey Tue, 11 Jun 2024 08:57 PM (IST)
जीरोधा का दावा, उनके प्लेटफार्म के निवेशकों ने चार साल में 50,000 करोड़ की कमाई की
शेयर बाजार में 37,000 अंक की बढ़ोतरी, जीरोधा का दावा निवेशकों ने की चार साल में 50,000 करोड़ की कमाई

राजीव कुमार, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भले ही शेयर बाजार में स्कैम का दावा कर रहे हैं, लेकिन पिछले पांच सालों में बाजार से निवेशकों ने जबरदस्त कमाई की है। मंगलवार को ब्रोकरेज फर्म जीरोधा ने दावा किया कि उनके प्लेटफार्म से शेयर बाजार में निवेश करने वाले निवेशकों ने पिछले चार सालों में 50,000 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया है।

शेयर बाजार में 37,000 अंक की बढ़ोतरी

पिछले पांच सालो में शेयर बाजार में 37,000 अंक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वर्ष 2019 के मध्य में सेंसेक्स 39,500 अंक के पास था। मंगलवार को सेंसेक्स 76, 456 अंक पर बंद हुआ।

जीरोधा के सह-संस्थापक निथिन कामथ ने एक्स पर किए गए पोस्ट में दावा किया कि उनके प्लेटफार्म से जुड़े निवेशकों ने पिछले चार साल से अधिक समय में 50,000 करोड़ का मुनाफा भुना लिया है और उनके खाते में एक लाख करोड़ के वैसे मुनाफे दिख रहे हैं जिसे अभी उन्होंने नहीं भुनाया है। यह एक लाख करोड़ का मुनाफा 4.5 लाख करोड़ के एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) के बदले है।

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अधिकतर एयूएम गत चार सालों में जोड़े गए हैं। मोटे तौर पर म्युचुअल फंड की संपत्तियों के कुल मूल्य को एयूएम के नाम से जाना जाता है। हाल ही में एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड इन इंडिया ने कहा था कि गत मई माह में इक्विटी म्युचुअल फंड में अब तक का सबसे अधिक निवेश किया गया।

म्युचुअल फंड का आकार वर्ष 2014 में 10 लाख करोड़ था जो अब 56 लाख करोड़ तक हो चला है।गत छह जून को राहुल गांधी की तरफ से शेयर बाजार में स्कैम के आरोप पर वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि पिछले 10 सालों में मोदी सरकार के कार्यकाल में बाजार का मार्केट कैप (बाजार पूंजीकरण) 67 लाख करोड़ से बढ़कर 415 लाख करोड़ हो गया।

घरेलू निवेशकों की हिस्सेदारी बाजार में 79 प्रतिशत से बढ़कर 84 प्रतिशत हो गई जबकि विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 21 प्रतिशत से घटकर 16 प्रतिशत रह गई है। घरेलू और खुदरा निवेशक म्युचुअल फंड से लेकर एसआईपी जैसे विभिन्न निवेश के जरिए किसी ने किसी रूप में बाजार से लाभ ही कमा रहे हैं।

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