Dream11 और MY11 Circle जैसे Apps में पड़े आपके पैसों का क्या होगा? मिलेंगे या नहीं; फटाफट जानिए काम की बात
Dream11 and My11Circle withdrawal ऑनलाइन गेमिंग अधिनियम 2025 का प्रचार और विनियमन लोकसभा और राज्यसभा से पारित हो गया है। अब ड्रीम 11 और माय11सर्किल जैसे प्लेटफॉर्म प्रतिबंधित हो जाएंगे और उन्हें ऑनलाइन जुआ माना जाएगा। अगर आपने इन प्लेटफॉर्म पर पैसे जमा किए हैं तो इनका क्या होगा आइए जानते हैं।

नई दिल्ली। Dream11 and My11Circle withdrawal: क्या आप ऑनलाइन गेम खेलकर पैसा कमाते? Dream11 से लेकर My11Circle जैसे ऐप्स पर अगर आप बेटिंग करते हैं? करोड़पति बनने के लिए 49 रुपए की टीम बनाते हैं? तो अब यह सब रुकने वाला है। क्योंकि भारत सरकार एक बिल लेकर आई है, जो ऑनलाइन सट्टा को बढ़ावा देने वाले ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने का काम करेगा।
इस बिल का नाम 'प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल, 2025' है। बुधवार को यह लोकसभा से पारित हुआ था। और आज यानी गुरुवार 21 अगस्त को इसे ऊपरी सदन यानी राज्यसभा से भी मंजूरी मिल गई है। अब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का साइन होने के बाद यह कानून का रूप ले लेगा।
अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि आपने गेमिंग प्लेटफॉर्म पर जो पैसे जमा किए हैं उनका क्या होगा? क्या आपके पैसे डूब जाएंगे या फिर मिलेंगे? आइए एक एक करके सभी सवालों के जवाब जानते हैं।
क्या होगा आपके पैसों का?
Online Gaming Bill 2025 लोकसभा और राज्यसभा से पारित हो चुका है। इसे कानून का रूप देने के लिए राष्ट्रपति की मंजूरी जरूरी है। अगर आपने अब तक Dream11 या फिर My11 सर्कल जैसे वेटिंग प्लेटफार्म से अपने पैसे नहीं निकले हैं तो अभी भी आपके पास पैसे निकालने का मौका है। अगर इस बिल ने कानून का रूप ले लिया तो पैसे निकालने के समस्या आ सकती है।
ड्रीम11 और माई11सर्कल जैसे ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स में जमा आपके पैसे का भविष्य बदलते नियमों और संभावित नीतिगत बदलावों से जुड़ा है। इन प्लेटफार्म पर आरबीआई भी सीधे तौर पर एक्शन नहीं लेता।
ऐसे में इस बिल के लागू होने से पहले आप अपने पैसे निकाल लीजिए। क्या पता बिल के लागू होने के बाद ये ऐप्स काम करना ही बंद कर दें। ऐसे में आप तुरंत इस तरह के ऐप्स से अपना पैसा निकाल लें। नहीं तो आपके पैसे डूब भी सकते हैं।
कितना बड़ा है ऑनलाइन गेमिंग बाजार
देश का ऑनलाइन गेमिंग बाजार वर्तमान में 3.7 बिलियन डॉलर का है और अनुमान है कि 2029 में यह दोगुना होकर 9.1 बिलियन डॉलर हो जाएगा। हालांकि, आज के राजस्व का 86 प्रतिशत वास्तविक धन प्रारूप वाले खेलों से आता है।
सट्टेबाजी को रोकने के लिए सरकार 'प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल, 2025' लेकर आई है। यानी गेमिंग प्लेटफॉर्म पर एक्शन शुरू हो गया है। चाहे वे skill-based हो या फिर chance-based हो।
उल्लंघन करने पर जेल (3 साल तक) और भारी जुर्माना (₹1 करोड़ तक) हो सकता है, और प्रमोटरों जिनमें प्रभावशाली लोग भी शामिल हैं को भी दंड का सामना करना पड़ सकता है।
यह कानून ऐसे खेलों के विज्ञापनों पर भी प्रतिबंध लगाता है और बैंकों या वित्तीय संस्थाओं को संबंधित लेनदेन की सुविधा प्रदान करने से रोकता है।
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