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    निवेश से कहीं आगे, सक्सेस होने के गजब फॉर्मूले हैं वॉरेन बफे की ये 5 सीखें

    Updated: Sun, 30 Nov 2025 07:00 AM (IST)

    वॉरेन बफे, जिन्हें बर्कशायर हैथवे को 1 ट्रिलियन डॉलर की कंपनी बनाने के लिए जाना जाता है, की असली ताकत करियर को आगे बढ़ाने में है। 95 वर्षीय बफे जल्द ही रिटायर हो सकते हैं। उनकी सफलता के मूल मंत्र हैं रिस्क मैनेजमेंट, समय का सही इस्तेमाल, भावनाओं पर नियंत्रण और निर्णय क्षमता को तेज करना। चलिए विस्तार से जानते हैं।

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    वॉरेन बफे को लोग बर्कशायर हैथवे को 1 ट्रिलियन डॉलर की कंपनी बनाने के लिए जानते हैं।

    नई दिल्ली। वॉरेन बफे को लोग बर्कशायर हैथवे को 1 ट्रिलियन डॉलर की कंपनी बनाने के लिए जानते हैं, लेकिन उनकी असली ताकत निवेश से कहीं ज्यादा जीवन और करियर को कम्पाउंड करने में है। इस महीने की शुरुआत में 95 वर्षीय बफे ने संकेत दे दिया कि वे जल्द ही रिटायरमेंट लेंगे और अपना आखिरी शेयरधारक पत्र लिखा। छह दशकों की स्थिर और अनुशासित वृद्धि का एक युग खत्म होने जा रहा है।

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    बफे की असली ताकत स्टॉक चुनने में नहीं, बल्कि रिस्क मैनेज करना, समय का सही इस्तेमाल करना, भावनाओं पर काबू रखना और निर्णय क्षमता को लगातार तेज करना है। ये सिद्धांत हर उस व्यक्ति के लिए एक व्यावहारिक रोडमैप हैं जो जीवनभर कम्पाउंड होने वाला करियर (Warren Buffett career lessons) बनाना चाहता है।

    1. खुद को ‘मी लिमिटेड’ समझें

    बफे खुद को हमेशा पूंजी आवंटक (capital allocator) मानते थे, सिर्फ स्टॉक पिकर नहीं। उसी तरह अपना करियर एक छोटी कंपनी की तरह चलाएं। आपका समय, ऊर्जा और ध्यान सीमित संसाधन हैं। हर दिन पूछें ये काम, मीटिंग, रोल निवेश के लायक है या नहीं?

    जब आप मालिक की तरह सोचते हैं, तो तुरंत मिलने वाले फायदे के पीछे नहीं भागते, बल्कि लंबे समय तक मूल्य बनाने वाले काम चुनते हैं।

    2. अपनी ‘सर्कल ऑफ कॉम्पिटेंस’ को जानें

    बफे का मशहूर कोट है कि “आपकी सर्कल ऑफ कॉम्पिटेंस का आकार ज्यादा मायने नहीं रखता, उसकी सीमाएँ जानना जरूरी है।” पता करें कि आप किन स्किल्स में अच्छे हैं, किन समस्याओं को हल कर सकते हैं और किन उद्योगों में आप सचमुच मूल्य जोड़ते हैं।

    इस दायरे में रहने से गलतियाँ कम होती हैं। धीरे-धीरे मेंटर और कोर्सेज की मदद से इसे बढ़ाएं।

    3. दशकों में प्लान करें, अप्रेजल में नहीं

    बफे का सुपरपावर है कम्पाउंडिंग। करियर में इसे लागू करने का मतलब है सालाना इंकामेंट या बड़े टाइटल के पीछे नहीं भागना। विश्वसनीयता और मजबूत रिश्तों की प्रतिष्ठा बनाएं। जब दूसरे हर साल जॉब बदल रहे हों, आप यह सोचें कि यह रोल आपको 5-10 साल बाद कहाँ ले जाएगा।

    4. मार्जिन ऑफ सेफ्टी बनाए रखें

    निवेश में यह बफर गलत होने पर बचाता है। करियर में यह रूप इमरजेंसी फंड, नियंत्रित खर्च है। इतनी मजबूत स्किल्स कि आप अपने रोल से आगे रहें। अलग-अलग कंपनियों में रिश्ते ताकि जरूरत पड़े तो विकल्प हों। बड़ा सेफ्टी मार्जिन आपको बिना डर के समझदारी भरे रिस्क लेने की आजादी देता है।

    5. अपने ‘मिस्टर मार्केट’ को इग्नोर करें

    बफे स्टॉक मार्केट को एक मूडी व्यक्ति ‘मिस्टर मार्केट’ कहते हैं। आपके करियर में भी ऐसा शोर है। ऑफिस की गॉसिप, सोशल मीडिया की चमक-दमक, छंटनी की अफवाहें। भावनाओं में आकर फैसले लेने से बचें। खुद से पूछें कि क्या यह चीज मेरे लंबे प्लान के लिए मायने रखती है?

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