खुल गई इस कंपनी के कर्मचारियों की किस्मत, ₹450 करोड़ का मिलेगा ESOS, बन जाएगा लाखों का फंड !
वेदांता ग्रुप ने FY25 में 450 करोड़ रु से अधिक की एम्प्लॉयी स्टॉक ऑप्शन्स स्कीम (Vedanta ESOS) शुरू की है। इस योजना में टॉप मैनेजमेंट से लेकर एंट्री लेवल के प्रोफेशनल्स तक शामिल हैं। कर्मचारियों को कंपनी के शेयर खरीदने का विकल्प मिलेगा जिससे वेल्थ क्रिएशन में मदद मिलेगी। वेदांता की यह योजना 20 सालों के लिए है और यह कर्मचारियों के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

नई दिल्ली। खनिज, एनर्जी कंवर्जन मेटल, तेल एवं गैस और टेक्नोलॉजी सेगमेंट में कारोबार करने वाले भारत के प्रमुख वेदांता ग्रुप ने FY25 में 450 करोड़ रु से अधिक की 'एम्प्लॉयी स्टॉक ऑप्शन्स स्कीम' (ESOS)' के साथ इंक्लूजिव वेल्थ क्रिएशन में नया बेंचमार्क स्थापित किया है।
ईएसओएस (Employee Stock Option Scheme) में टॉप मैनेजमेन्ट और एंट्री लेवल के प्रोफेशनल्स शामिल होते हैं। ESOS कर्मचारी स्टॉक विकल्प योजना (ESOP) का एक प्रकार है, जिसमें कर्मचारियों को एक अवधि के बाद तय कीमत पर शेयर खरीदने के ऑप्शन मिलते हैं, जिससे उन्हें फौरन ओनरशिप के बजाय फ्यूचर में शेयरों की ओनरशिप मिलती है।
वेदांता का ESOS प्लान क्यों है खास
टेक उद्योग की बड़ी कंपनियों और कुछ भारतीय यूनिकॉर्न्स ने भी एम्प्लॉयी स्टॉक ऑप्शन्स प्रोग्राम शुरू किए हैं, हालांकि इनमें से ज़्यादातर सीमित हैं और इस तरह की ऑफरिंग फ्रैशर्स यानी नए कर्मचारियों तक नहीं पहुंचती। यहां तक कि इनमें भी कई कंपनियां साल-दर-बेनेफिट के बजाए एकमुश्त पेमेंट कर देती हैं।
मगर वेदांता के ESOS प्रोग्राम में ऐसा नहीं है। वेदांता ने 20 सालों के लिए अपनी एम्प्लॉयी स्टॉक ऑप्शन स्कीम शुरू की है, जो कर्मचारियों में अपनेपन की भावना पैदा करने की कंपनी के लॉन्ग-टर्म प्रयासों को दर्शाता है। केवल 5 सालों में इक्विटी अवॉर्ड्स 80 फीसदी से ज्यादा बढ़े हैं।
1 रु में खरीद सकते हैं शेयर
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि एम्प्लॉयी स्टॉक ऑप्शन्स, कर्मचारी लाभ योजना का एक ही रूप है, जिसके तहत कर्मचारी बहुत अधिक छूट पर (रु 1 तक) में कंपनी के शेयर खरीद सकते हैं। यह कंपनी की ग्रोथ में उनके योगदान के लिए उन्हें सम्मान देने का एक तरीका है। यह पहल न सिर्फ परफोर्मेन्स में सुधार लाने बल्कि वेल्थ क्रिएशन में भी कारगर है।
परिवार को सपोर्ट करने में मदद
वेदांता के बाल्को में मिड-करियर एचआर प्रोफेशनल मुकेश शरा कहते हैं ‘‘स्टॉक आप्शन्स स्कीम ने मुझे अपने परिवार के लिए घर बनाने में बड़ी मदद की। यह आर्थिक लाभ से कहीं बढ़कर है - यह उस भरोसे और लॉन्ग टर्म साझेदारी का प्रतीक है, जो वेदांता अपने कर्मचारियों को देती है। ’’
वहीं कैयर्न ऑयल एंड गैस, बाड़मेर में लीड प्रोजेक्ट सेफ्टी - शिवम कुमार के मुताबिक ‘स्टॉक ऑप्शन्स स्कीम की वजह से मैं अपने छोटे भाई को भारत के बेस्ट इंजीनियरिंग कॉलेजों में से एक में पढ़ा सका, मैंने अपने प्रोफेशनल विकास में निवेश किया और अपने माता-पिता को भी सपोर्ट किया। इस स्कीम ने न सिर्फ मुझे आर्थिक रूप से सशक्त बनाया है बल्कि वेदांता परिवार में अपनेपन का अहसास भी दिया है।’
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बन सकता है लाखों का फंड
वेदांता भारत की पहली प्रमुख प्राकृतिक संसाधन कंपनी है, जो इतने बड़े पैमाने पर स्टॉक ऑप्शन प्लान लेकर आई है। प्लांट साइट्स के इंजीनियरों से लेकर करियर शुरू करने वाले फ्रैशर्स तक, वेदांता की एम्प्लॉयी स्टॉक ऑप्शन पॉलिसी सुनिश्चित करती है कि कंपनी की सफलता में हर कर्मचारी की हिस्सेदारी हो।
फ्रैशर्स के लिए यह प्रोग्राम विशेष रूप से फायदेमंद है, क्योंकि ईएसओएस ग्रांट उनकी निर्धारित वेतन का तकरीबन 30 फीसदी होता है, जो पारिश्रमिक से अलहग होता है। इस तरह योजना के साथ जुड़ने के तीन साल में ही लाखों की संपत्ति बनने की संभावना बन जाती है।
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