तो क्या बंद हो जाएगी घाटे में चल रही ये एयरलाइन, 80% प्लेन खड़े हैं बेकार, आपने तो नहीं खरीदा इससे टिकट?
एलायंस एयर (Alliance Air) को स्पेयर पार्ट्स और इंजन सर्विसिंग में दिक्कतों के कारण अपने 80% विमानों को उड़ान भरने से रोकना पड़ा है। सप्लाई चेन की चुनौतियों और समय पर भुगतान न करने के कारण यह समस्या और बढ़ गई है। वित्त वर्ष 2022 से 2024 के बीच एयरलाइन को ₹1633 करोड़ का घाटा हुआ है।

नई दिल्ली। पिछले हफ्ते से एलायंस एयर (Alliance Air) के 80 प्रतिशत हवाई जहाजों को उड़ान भरने से रोक दिया गया है क्योंकि एयरलाइन को स्पेयर पार्ट्स और इंजनों की सर्विसिंग में दिक्कत आ रही है। ये एक सरकारी कंपनी है, जिसके पास 21 विमान हैं, जो घरेलू रूट्स पर चलते हैं। इसके विमानों में 20 एटीआर विमान और एक डोर्नियर 228 विमान शामिल हैं।
फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट फ्लाइटराडार 24 के अनुसार, 24 अगस्त से एलायंस एयर के केवल चार विमान ही उड़ान भर रहे हैं, जिसके नतीजे में इसकी सर्विसेज रुकी हैं।
क्यों आ रही दिक्कत
सप्लाई चेन की समस्याओं के कारण कंपनी के सामने सोर्सिंग संबंधी चुनौतियाँ आई हैं और इंजनों की मरम्मत में देरी हुई है। पर एलायंस एयर के मामले में समस्या और भी गंभीर इसलिए हो गई है क्योंकि इसने ओईएम, लीज पर विमान देने वाली कंपनियों और मैंटेनेंस आदि करने वालों को समय पर भुगतान नहीं किया।
₹1633 करोड़ का घाटा
पिछली गर्मियों में एयरलाइन 15 विमानों को ऑपरेट कर रही थी। फिर मार्च में नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने राज्यसभा को बताया कि अभी दस विमान ऑपरेशन में हैं और बाकी सप्लाई चेन की समस्या के कारण मरम्मत के इंतजार में हैं।
वित्त वर्ष 2022 से 2024 के बीच एयरलाइन को ₹1633 करोड़ का घाटा हुआ और वित्त वर्ष 2025 के पहले दस महीनों में घाटा ₹535.45 करोड़ रहा।
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सरकार से मिल रहा सहयोग
एलायंस एयर के एक अधिकारी के मुताबिक ग्लोबल सप्लाई चेन में समस्याए हैं और स्पेयर पार्ट्स की उपलब्धता एक चुनौती है। कंपनी फ्लीट को फिर से चालू करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उनका कहना है कि सितंबर में फ्लीट की स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है। पैसों की कोई समस्या नहीं है और सरकार हमारा सहयोग कर रही है।
उन्होंने आगे कहा कि एयरलाइन प्रभावित यात्रियों की सहायता कर रही है और समय पर सैलरी का भुगतान भी कर रही है।
27000 यात्री हुए प्रभावित
एलायंस एयर ने मार्च के अंत से शुरू हुए ग्रीष्मकालीन शेड्यूल में 520 वीकली उड़ानों की योजना बनाई थी। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के आंकड़ों से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2026 में चार में से तीन महीनों में सभी एयरलाइनों के बीच एलायंस एयर की कैंसलेशन रेट दूसरे नंबर पर रही। यानी इसने दूसरी सबसे ज्यादा फ्लाइट कैंसल कीं।
डेटा के अनुसार, कैंसलेशन से लगभग 27,000 यात्री प्रभावित हुए और एयरलाइन ने उन्हें या तो पैसे वापस कर दिए या फिर से बुकिंग की।
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