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    लखनऊ, अयोध्या, प्रयागराज समेत यूपी के 6 शहरों में बस अड्डों का होगा कायापलट; इस कंपनी को मिला ₹2700 करोड़ का ठेका

    Updated: Sat, 06 Sep 2025 07:43 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश में ₹2700 करोड़ के निवेश से छह आधुनिक बस अड्डे (Uttar Pradesh bus stations) बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP News) और परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने लखनऊ गाजियाबाद प्रयागराज और अयोध्या धाम में चार बस अड्डों का शिलान्यास किया। इन बस अड्डों में AC लाउंज फूड कोर्ट और एस्केलेटर जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी। Omex Group के सहयोग से बनने वाले ये बसपोर्ट्स यात्री सुविधा का केंद्र बनेंगे।

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    राज्यभर में आधुनिक बस अड्डे बनने वाले हैं। जिनमें AC लाउंज, फूड और एस्केलेटर जैसी सुविधाएं मिलेंगी।

     नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर को ध्यान में रखते हुए राज्यभर में आधुनिक बस अड्डे बनने (Uttar Pradesh bus stations) वाले हैं। जिनमें AC लाउंज, फूड और एस्केलेटर जैसी सुविधाएं मिलेंगी। इसके लिए (UP News) उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने शिलान्यास भी कर दिया है। 

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    इस शिलान्यास कार्यक्रम में छह बसपोर्ट्स में से चार का शिलान्यास किया गया। इनमें लखनऊ (विभूति खंड, गोमती नगर), गाजियाबाद (ओल्ड), प्रयागराज (सिविल लाइंस) और अयोध्या धाम शामिल हैं।

    इन चार के अलावा बीटुगेदर लखनऊ (अमौसी) और कौशांबी (गाज़ियाबाद) बसपोर्ट्स का भी विकास करेगा।  लगभग ₹2,700 करोड़ के निवेश से ओमैक्स इसके निर्माण में सहयोग करेगी।  

    बनने वाले ये सभी छह बसपोर्ट्स यात्री सुविधा और वाणिज्यिक गतिविधियों के समन्वय के साथ एकीकृत, भविष्य के लिए तैयार केंद्र के रूप में विकसित किए जाएंगे।

    नए बस अड्डों में क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी

    नए बसपोर्ट्स पारंपरिक बस टर्मिनलों से कहीं आगे बढ़कर अगली पीढ़ी के ट्रांज़िट हब के रूप में विकसित किए जा रहे हैं। इनमें ऑटोमेटेड टिकटिंग, डिजिटल शेड्यूल बोर्ड, एयर कंडिशन्ड लाउंज, एस्केलेटर, लिफ्ट, स्मार्ट सिक्योरिटी सिस्टम और चार्जिंग स्टेशन जैसी आधुनिक यात्री सुविधाएं होंगी।

    इसके साथ ही रिटेल आउटलेट्स, फूड कोर्ट, बैंक्वेट हॉल, स्टूडियो अपार्टमेंट्स और ऑफिस स्पेस जैसी व्यावसायिक गतिविधियाँ भी शामिल होंगी, जिससे ये बस अड्डे अपने-अपने शहरों में जीवंत आर्थिक केंद्र बनेंगे।

    हर परियोजना को प्रमुख रेजिडेंशियल और कमर्शियल सेक्टर्स के आसपास रणनीति के तहत स्थापित किया गया है, जिससे यात्रियों और व्यवसायों को बेहतर कनेक्टिविटी व सुविधाएं मिलें।

    इन बसपोर्ट्स का विकास पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप, ओवरऑल डेवलपमेंट और ओमैक्स के अनुभव पर आधारित है, जो न केवल इंफ्रास्ट्रक्चर की खाई को पाटेगा बल्कि सामाजिक-आर्थिक प्रगति को भी गति देगा।

    इसे बनाने वाले ओमैक्स ग्रुप के बारे में

    1987 में स्थापित, ओमैक्स लिमिटेड भारत की प्रमुख और विश्वसनीय रियल एस्टेट कंपनियों में से एक है। 2007 में एनएसई और बीएसई पर सूचीबद्ध, ओमैक्स ने 31 शहरों और 8 राज्यों में लगभग 140.17 मिलियन वर्ग फुट क्षेत्र का विकास किया है। कंपनी का पोर्टफोलियो आवासीय, वाणिज्यिक और इंटीग्रेटेड टाउनशिप प्रोजेक्ट्स तक फैला है।

    ओमैक्स ने ओमैक्स न्यू चंडीगढ़ टाउनशिप, वर्ल्ड स्ट्रीट (फरीदाबाद), ओमैक्स चौक (चांदनी चौक, दिल्ली) और रॉयल रेजीडेंसी (लुधियाना) जैसे प्रतिष्ठित प्रोजेक्ट्स के माध्यम से शहरी परिदृश्य को बदलने में अहम भूमिका निभाई है। वर्तमान में कंपनी द्वारका में ‘द ओमैक्स स्टेट’ नामक एक प्रमुख मिश्रित-उपयोग गंतव्य विकसित कर रही है।

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