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    क्या? Dubai में नहीं लगता Income Tax, फिर कैसे कमाई करती है वहां की सरकार? ऐसे चलता है खर्चा-पानी

    Updated: Wed, 06 Aug 2025 12:02 PM (IST)

    पिछले कुछ वर्षों में बड़ी संख्या में भारतीय यूएई जैसे देशों में बस गए हैं खासकर दुबई में क्योंकि वहाँ इनकम टैक्स (Dubai Tax System) नहीं है। यूएई सरकार वैल्यू एडेड टैक्स (वैट) उत्पाद शुल्क और कॉरपोरेट टैक्स जैसे करों (UAE Tax System) से रेवेन्यू हासिल करती है। व्यक्तिगत आय और पूंजी लाभ पर 0% इनकम टैक्स के साथ यूएई डिजिटल पेशेवरों और अमीरों के लिए एक आकर्षक देश है।

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    दुबई में नहीं लगता इनकम और कैपिटल गेन्स टैक्स

    नई दिल्ली। पिछले कुछ सालों में बड़ी संख्या में भारतीय दूसरे देशों में जाकर बस गए हैं। जिन देशों का रुख भारतीयों ने किया है, उनमें यूएई (दुबई) प्रमुख है। पर आखिर दुबई ही क्यों? इसकी एक बड़ी वजह है इनकम टैक्स (Income Tax)। दुबई में इनकम टैक्स नहीं लगता।

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    जी हां न सिर्फ दुबई, बल्कि पूरे यूएई में इनकम टैक्स नहीं लगाता है। बाकी सुविधाओं के अलावा ये एक बड़ा कारण है, जिसके चलते भारतीय दुबई में शिफ्ट होना पसंद करते हैं। सवाल ये है कि फिर वहां की सरकार रेवेन्यू कैसे हासिल करती है।

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    फिर कौन-कौन से टैक्स वसूलती है सरकार

    यूएई में सामानों और सेवाओं की खरीदारी पर 5 प्रतिशत वैल्यू एडेड टैक्स (VAT) लगाती है। ये टैक्स सप्लाई चेन के हर फेज पर लगाया जाता है और आखिर में इसका बोझ उपभोक्ता पर पड़ता है। यूएई स्वास्थ्य के लिए हानिकारक वस्तुओं पर उत्पाद शुल्क (Excise Duty) भी लगाता है और कॉरपोरेशंस और बाकी संस्थाओं के प्रॉफिट पर कॉरपोरेट टैक्स भी लगाता है।

    विदेशों में निवेश पर डबल टैक्सेशन से बचने के लिए यूएई ने अन्य देशों के साथ कई समझौते भी किए हैं।

    कैपिटल गेन्स पर भी जीरो टैक्स

    टैक्स के लिहाज से यूएई सबसे आकर्षक देशों में से एक है, खास तौर से डिजिटल टेक्नोलॉजी के प्रोफेशनल्स और अन्य अमीर लोगों के लिए, क्योंकि यहां पर्सनल इनकम के साथ-साथ कैपिटल गेन्स दोनों पर 0 प्रतिशत इनकम टैक्स लगता है।

    भारत में कितना है टैक्स

    भारत में आपकी इंटरनेशनल इनकम पर 30 प्रतिशत तक टैक्स लग सकता है। इससे उन उद्यमियों और स्वतंत्र कॉन्ट्रैक्टर्स की कुल कमाई घट जाती है जिनकी प्राइमरी इनकम भारत के बाहर के ग्राहकों और यूजर्स पर बहुत अधिक निर्भर करती है।

    जबकि यूएई ऐसी इनकम पर भी टैक्स नहीं लगाता। शुरुआत से ही फ्री इकोनॉमी मॉडल वाले देश के रूप में, यह लोगों और निवेशकों के प्रॉफिट पर टैक्स नहीं लगाता।