मिडिल क्लास की बल्ले-बल्ले, पहले Income Tax में राहत फिर RBI Rate में कटौती और अब GST Rate Cut
Tax Relief for Common Man मोदी सरकार ने मिडिल क्लास वालों की लॉटरी लगा दी है। मिडिल क्लास वालों के लिए एक के बाद एक टैक्स बेनिफिट दिए गए हैं। बजट पेश करते वक्त 12 लाख इनकम कर मुक्त फिर रेपो रेट में कटौती अब जीएसटी में कटौती की गई है।

नई दिल्ली। सरकार ने मिडिल क्लास वालों की लॉटरी लगा दी है। सरकार ने आम आदमी के लिए चारों तरफ से टैक्स कम करने की कोशिश की है। इन 8 महीनों में सरकार की ओर से एक बाद एक तोहफे दिए गए हैं।
सबसे पहले बजट 2025-26 में इनकम टैक्स के तहत राहत दी गई। बजट के दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सालाना 12 लाख तक की इनकम को टैक्स मुक्त करने की बात की कही।
टैक्सपेयर्स को अब नई टैक्स रिजीम के तहत 12 लाख तक की सालाना इनकम पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ता। वही जो भी टैक्सपेयर आईटीआर-1 और आईटीआर-2 के तहत इनकम टैक्स फाइल करता है, वे कभी भी नई टैक्स रिजीम से ओल्ड टैक्स रिजीम या ओल्ड टैक्स रिजीम से नई टैक्स रिजीम में ट्रांसफर कर सकता है।
इसके बाद सरकार की ओर से रेपो रेट में भी कटौती की गई है। सरकार ने ऐसा कर आम आदमी को एक और बड़ा तोहफा दिया। सरकार इस साल रेपो रेट में कई बार कटौती कर चुकी है।
रेपो रेट घटने से ब्याज दर कम होता है, जिससे आम आदमी को ईएमआई में राहत मिल जाती है। अब कल यानी 3 सितंबर को शुरू हुई जीएसटी काउंसिल में जीएसटी में कटौती की जा चुकी है।
GST Reforms के तहत कई वस्तुओं पर टैक्स कटौती हुई है। एक तरह से मोदी सरकार की ओर से हर तरफ से टैक्स को लेकर राहत दी है। GST Reforms के तहत तीन नई तरह की टैक्स स्लैब शुरू की गई है। New GST Slab के तहत अब जीएसटी में तीन तरह की कैटेगरी होगी। इनमें 5%, 18% और 40% को शामिल किया गया है। इन तीनों कैटेगरी में अलग-अलग वस्तुओं को रखा गया है।
मोदी सरकार की ओर से ज्यादातर रोजमर्रा इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं पर टैक्स शून्य कर दिया गया है।
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