सरकार ने लिया ऐसा फैसला, स्वदेशी शराब वाले स्टॉक 18% तक उछले, विदेशी लिकर से जुड़े शेयर बुरी तरह गिरे
Liquor Stocks Price महाराष्ट्र सरकार ने भारत में निर्मित विदेशी शराब (IMFL) पर एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी कर दी है। इसके चलते कुछ शराब कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई। हालांकि कुछ शराब बनाने वाली कंपनियों के शेयर तेजी से चढ़े हैं। हालांकि नई पॉलिसी से महाराष्ट्र निर्मित शराब कैटेगरी से इन कंपनियों को फायदा मिलेगा।

नई दिल्ली। महाराष्ट्र सरकार के एक फैसले से शराब कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिली है। दरअसल, राज्य सरकार ने भारत में निर्मित विदेशी शराब (IMFL) पर एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी कर दी है। इस वजह से शराब कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई। हालांकि, कुछ शराब बनाने वाली कंपनियों के शेयर तेजी से चढ़े हैं।
आज बाजार खुलने के बाद यूनाइटेड ब्रुवरीज, एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स, रेडिको खेतान और यूनाइटेड स्पिरिट्स जैसी प्रमुख शराब कंपनियों के शेयरों में 5 प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई। वहीं, सुला वाइनयाडर्स, जीएम ब्रेवरीज और सोम डिस्टलर्रीज के शेयरों में 11 प्रतिशत तक की तेजी आई है।
इन शेयरों में बड़ी तेजी और मंदी
यूनाइटेड स्पिरिट्स के शेयरों में 7.75%, एलाइड ब्लेंडर्स में 3.24%, तिलकनगर इंडस्ट्री में 2% और रेडिको खेतान में 1.90% की गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है।
वहीं, सुला वाइनयाडर्स के शेयर 8%, सोम डिस्टिलरीज के शेयर 3.25% और जीएम ब्रेवरीज के शेयर 18 % की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं।
गिरावट और तेजी की वजह
सुला वाइनयाडर्स समेत अन्य शराब कंपनियों के शेयरों में तेजी के पीछे का कारण यह है कि निवेशकों को उम्मीद है कि महाराष्ट्र स्थित इन कंपनियों को नई पॉलिसी से महाराष्ट्र निर्मित शराब कैटेगरी से फायदा मिलेगा।
दरअसल, महाराष्ट्र कैबिनेट द्वारा मंजूर नई दरों के तहत, आईएमएफएल पर एक्साइज ड्यूटी विनिर्माण लागत के तीन गुना से बढ़कर 4.5 गुना हो जाएगा, जबकि देसी शराब पर यह शुल्क 180 रुपये से बढ़कर 205 रुपये प्रति प्रूफ लीटर हो जाएगा। सरकार के इस कदम से सालाना 14,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय होने की संभावना है।
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